सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता के हत्यारोपी को फांसी कि सजा के लिए SDM सुंदरनगर को सौंपा ज्ञापन

 कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता के हत्यारोपी को फांसी कि सजा के लिए SDM सुंदरनगर को सौंपा ज्ञापन



सुंदरनगर 


एंकर : कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता (हर्षा) के हत्यारोपियों को फांसी की सजा व पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश रामोत्रा के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा। विश्व हिंदू परिषद वबजरंग दल के संयोजक आदित्य गौतम ने बताया कि कर्नाटक के शिमोगा में 20 फरवरी, 2022 को बजरंग दल कार्यकर्ता कि हत्या से देश का सम्पूर्ण हिन्दू समाज आहत है। बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या पी. एफ.आई. के गुंडों द्वारा केवल इस लिए कर दी क्योंकि उसने हिजाब के विरोध में सोशल मिडिया पर पोस्ट शेयर की थी। जिसके बाद से ही बजरंग दल के कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकियां दी जा रही थी। जिसके परिणाम स्वरूप विशेष समुदाय के बदमाशों ने जिसमें पी. एफ.आई के कार्यकर्ता भी शामिल थे उसे दौड़ा-दौड़ा कर धारदार हथियारों से बुरी तरह घायल कर मौत के घाट उतार दिया।


बाइट : विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल संयोजक आदित्य गौतम



शिवरात्रि का पर्व पूरे देश में 1 मार्च को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा

 शिवरात्रि का पर्व पूरे देश में 1 मार्च को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा



सुंदर नगर।

एक ओर शिवरात्रि का पर्व पूरे देश में 1 मार्च को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर मंडी जिला के सुंदर नगर में कुछ शरारती तत्वों ने सुंदरनगर के केरन में एक पीपल के पेड़ के नीचे बनी शिवलिंग को तोड़कर खंडित कर डाला है। इस बात का नौसेना से सेवानिवृत्त राम शरण शर्मा का कहना है कि शिवरात्रि से पहले इस तरह से शिवलिंग को खंडित करना भगवान का अपमान करने के समान है। बताया कि यहां पर पहले भी श्री हनुमान की मूर्ति को तोड़कर खंडित कर दिया था और अब शरारती तत्वों ने शिवलिंग को खंडित कर दिया है। जिससे उनकी आस्था को गहरी ठेस पहुंची है। उन्होंने इस संदर्भ में एसडीएम सुंदर नगर को लिखित रूप में शिकायत सौंपकर शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाने की अपील की है। कहा कि केरन क्षेत्र में शरारती और शराबी तत्वों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है और यह घटना छुट्टी वाले दिन घटित हुई है । जहां नशेड़ी और शराबियों का हुजूम उमड़ा रहता है । एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश रामो त्रास का कहना है कि डीएसपी सुंदर नगर दिनेश कुमार को इस मामले की तफ्तीश करने के निर्देश दिए हैं। जो भी इस घटना में संलिप्त होगा। उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।



बाइट 


राम शरण शर्मा।




हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान पर डॉ. राकेश शर्मा तथा के. एस. ठाकुर द्वारा लिखी गई पुस्तकों का विमोचन किया

 "हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान पर आधारित पुस्तकों का विमोचन"


हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान पर डॉ. राकेश शर्मा तथा के. एस. ठाकुर द्वारा लिखी गई पुस्तकों का विमोचन किया



सुंदर नगर।


विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सदस्य व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ नागेश ठाकुर द्वारा 28 फरवरी 2022 को हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान पर डॉ. राकेश शर्मा तथा के. एस. ठाकुर द्वारा लिखी गई पुस्तकों का विमोचन किया। हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान पर आधारित ये पुस्तकें अंग्रेजी तथा हिंदी दोनों माध्यम में उपलब्ध है। अंग्रेजी माध्यम में पुस्तक के लेखन का कार्य डॉ राकेश शर्मा तथा हिंदी माध्यम में पुस्तक के लेखन का कार्य के. एस. ठाकुर द्वारा किया गया। दोनों लेखक सुंदरनगर जिला मंडी के रहने वाले हैं। हिमाचल प्रदेश की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ये किताबे गागर में सागर के समतुल्य है। पुस्तके हिमाचल प्रदेश के आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य को समझने के लिए बेहतरीन विकल्प है। इन पुस्तकों में संक्षिप्त व सारगर्भित तथ्यों पर आधारित अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाई गई है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गए पुराने प्रश्नों को भी सम्मिलित किया गया है।

यह किताब कम समय में हिमाचल प्रदेश को अच्छे से समझने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की सफलता के लिए अति महत्वपूर्ण अध्ययन सामग्री को संग्रहित करती है। पिछले करीब 2 वर्षों से लेखकों ने विभिन्न तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं को बड़े नजदीक से समझा तथा परखा है। उसके उपरांत इन पुस्तकों के लेखन का कार्य प्रारंभ किया गया, अंततः कड़ी मेहनत के उपरांत इन पुस्तकों का प्रकाशन संभव हो पाया है। ये पुस्तकें हिमाचल प्रदेश के सभी पुस्तक विक्रेताओं के पास उपलब्ध है। इसके अलावा www.elitestudy.co.in वेबसाइट के माध्यम से आर्डर करके इन पुस्तकों को घर बैठे इंडियन पोस्टल सर्विस के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। प्रोफेसर नागेश ठाकुर ने दोनों लेखकों को हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।


बाइट राकेश शर्मा ।





दीवार पत्रिका ‘बाल उद्यान’ का‘ तूलिका में छम्यार’ विशेषांक का विमोचन


दीवार पत्रिका ‘बाल उद्यान’ का‘ तूलिका में छम्यार’ विशेषांक का विमोचन



आज दिनांक 28 फरवरी, 22 को सीसे छम्यार की दीवार पत्रिका ‘बाल उद्यान’ के तूलिका में छम्यार’ विशेषांक का विमोचन प्रधानाचार्य चांदराम और एसएमसी प्रधान यादविंदर द्वारा किया गया। इस पत्रिका में बच्चों ने छम्यार विद्यालय और उसके आसपास के क्षेत्र को अपनी पेंटिंग व रेखाचित्रों में बेहद खूबसूरती से उकेरा है। बच्चों की सृजनशीलता को प्रदर्शित करता यह एक तरह का नया और शानदार प्रयोग है। इस अंक के विमोचन के साथ ही ‘बाल उद्यान’ पत्रिका के हिस्से में एक और सुनहरा पंख जुड़ गया है। बच्चों ने इन पेंटिंग के जरिए अपने इलाके और स्कूल को जिस गहराई के साथ देखा है वह काबिलेतारीफ है। बच्चे, अध्यापक और अभिभावक इस प्रयोग से बहुत प्रसन्न है।

इस पत्रिका के मार्गदर्शक पवन चौहान की निगरानी में संपादक पायल और आकाश, सहायक संपादक नम्रता और तनीषा तथा उप संपादक दक्षा और हरिप्रिया ने इस पत्रिका के अंक को जिम्मेदारी के साथ सजाया व संवारा है। इस बार के अंक में जितेंद्र, हरिप्रिया, करण, प्रीति, रितेश, गीतांजलि, पायल, दक्षा, कोमल, लक्ष्मी, गौरव, सुमन, तमन्ना, मनीष कुमार, मनीष चौहान, आकाश, नम्रता, वर्षा, मोनिका, तनीषा, गायत्री, कृतिका, वर्षा, आदित्य, उर्वशी, गुलशन, विजय, हरीश और भुवनेश्वरी की पेंटिंग/रेखाचित्र शामिल हैं। 

उल्लेखनीय है कि इस पत्रिका ने अपनी शुरुआत नवंबर 2019 में की थी जो कोरोना काल से होते हुए अपने ‘पहाड़ और बर्फ’ तथा ‘लॉकडाउन’ विशेषांक तथा सामान्य अंक के साथ निरंतर स्कूल में सज रही है। वर्तमान में निरंतर प्रकाशित होने वाली हिमाचल की एकमात्र पत्रिका ‘बाल उद्यान’ छ्म्यार के लिए गर्व का विषय है। 

पत्रिका के विमोचन के अवसर पर एसएमसी प्रधान यादविंदर ठाकुर तथा एसएमसी सदस्यों ने बच्चों की रचनात्मकता को खूब सराहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य चांद राम तथा सभी अध्यापकों ने पत्रिका के सुखद भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और इस अंक की भूरी-भूरी प्रशंसा की।



महाकाल सनातन गुरुकुलम न्यास के गठन किन्नर समाज के महामंडलेश्वर शोभा ठाकुर न्यास के मुख्य संरक्षक की अध्यक्षता में किया गया है

 महाकाल सनातन गुरुकुलम न्यास के गठन किन्नर समाज के महामंडलेश्वर शोभा ठाकुर न्यास के मुख्य संरक्षक की अध्यक्षता में किया गया है


सुंदरनगर में महाकाल


सनातन गुरुकुलम न्यास के गठन किन्नर समाज के महामंडलेश्वर शोभा ठाकुर न्यास के मुख्य संरक्षक की अध्यक्षता में किया गया है। महा मंडलेश्वर शोभा ठाकुर को मुख्य संरक्षक चुना गया, चुन्नीलाल को सह संरक्षक, आचार्य हंसराज अध्यक्ष चुना गया। जबकि संजना को उपाध्यक्ष, स्वामी नित्यानंद पुरी को सचिव, मनजीत शर्मा को सह सचिव, हेमराज को सह सचिव द्वितीय, नरेश ठाकुर को कोषाध्यक्ष,  समन्वयक अधिकारी के रूप में चांदनी, नीरज कुमार, प्रवीण कुमार चुनग गए। वहीं आचार्य हंसराज को प्रवक्ता तथा महेश्वर सेन को कानूनी सलाहकार चुना गया है

 इस अवसर पर नवगठित न्यास के अध्यक्ष हंस राज ने कहा कि सुंदरनगर के चांबी पंचायत के मंझरोठ स्थित न्यास के प्रधान कार्यालय का संचालन होगा। महाकाल सनातन गुरुकुल की कार्यकारिणी बहुमत से निर्णय से नियंत्रित करेगी और वित वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक रहेगा। उन्होंने कहा कि न्यास का कार्यक्षेत्र पूरे प्रदेश में होगा। उन्होंने ट्रस्ट के उद्देश्य और कर्तव्य की जानकारी देते हुए कहा कि गुरुकुल, शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करेगी, चिकित्सा के क्षेत्र, सामाजिक उत्थान, विकास, धर्म जागरण, राष्ट्रीय सद्भाव और भावना से प्रेरित कार्य तथा सामाजिक कुरीतियों नौजवानों में नशाबंदी जुआ अन्य सामाजिक बुराइयों को दूर करने और साथ में उन्हें प्रेरित करना और शिक्षा के प्रति प्रेरित करना प्रमुख कार्य रहेगा। इसके साथ किन्नर समाज से जुडी समस्याओं और कुरितियों के इलावा समाज में इस वर्ग को लेकर भ्रंातियों को दूर करने की दिशा में अहम भूमि अदा करेगी। सह मुख्य संरक्षक चुनी लाल चौहान ने घोषणा कि है कि न्यास सुंदरनगर में भव्य गुरूकुल का निर्माण करेगा।



यूक्रेन के प्रभावित बच्चों के परिवारों से मिले ब्रह्मदास चौहान जाना अभिभावकों का सुख दुख।

 

यूक्रेन के प्रभावित बच्चों के परिवारों से मिले ब्रह्मदास चौहान जाना अभिभावकों का सुख दुख। 



 सुंदर नगर

 कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ब्रह्मदास चौहान ने यूक्रेन में फन्से  एमबीबीएस करने गए परिवारों के बच्चों के अभिभावकों के साथ मिलकर दुख-सुख बांटा संकट के दौरान इन परिवारों को उनके बच्चों के सकुशल लौटने का भरोसा दिया  ब्रह्मदास चौहान ने कहा की उन्हें भारत सरकार पर भरोसा है की जल्द ही यूक्रेन से भारतीय बच्चों को घर वापसी करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि  सुंदर नगर और नाचन से करीब 5 बच्चे यूक्रेन में डॉक्टर की पढ़ाई करने गए हैं जिसमें से एक ही बच्चा सकुशल लौटा है दूसरी तरफ अभिभावकों को अपने बच्चों के सुरक्षा की चिंता तो लगी है हालांकि यूक्रेन सरकार ने उन्हे बन्करो में सुरक्षित रखा है मगर सोशल मीडिया में यूक्रेन के वीडियो को देखकर परिवारों में खलबली तो मच रही है समय-समय पर सरकारी एजेंसियों से अपडेट ले रहे हैं ऐसी में अभिभावकों को उम्मीद है कि दोनों देशों में शांति वार्ता शुरू होने से जल्द ही खत्म युद्ध खत्म होने की उम्मीद है ब्रह्म दास ने भी सभी अभिभावकों को भरोसा दिया है कि उनके बच्चे सकुशल जल्द ही स्वदेश लौटेंगे उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर सभी बच्चों के घरों में जाकर परिवार जनों को भरोसा दिलाया कि उनके बच्चों की सुरक्षा के लिए वहां की स्थानीय सरकार से लेकर भारत सरकार तक बातचीत हो रही है ऐसे में उम्मीद है कि जैसे ही संकट के बादल छटेगे बच्चों की वापसी सुनिश्चित हो जाएगी उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि समय-समय पर पंचायतों के माध्यम से जो भी अपडेट आता है उसे उपलब्ध करवाए जाए । इस मौके पर लियाकत अली अनील कुमार सोनू धनीराम सहीत मौजूद रहे।



आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने ERP SYSTEM की खामियां व PG के रिजल्ट घोषित न होने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।


आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने ERP SYSTEM  की खामियां व PG के रिजल्ट घोषित न होने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।



आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इका byई ने वीसी ऑफिस के बाहर छात्रों को आ रही समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया जिसमें बात रखते हुए कैंपस अध्यक्ष रॉकी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने 2013 में ERP सिस्टम विश्वविद्यालय में लाया था जिसके साथ विश्वविद्यालय में ऑनलाइन प्रणाली की शुरुआत हुई थी। लेकिन आज 9 साल बीतने जाने के बाद भी प्रशासन ERP सिस्टम को सही रूप से स्थापित नहीं कर पाया है। जिस वजह से छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों के जब एग्जाम फॉर्म भरे जाते हैं तो ERP सिस्टम की खामियों की वजह से समय पर फार्म नहीं भर पाते हैं व दूसरी तरफ जब रिजल्ट घोषित किया जाता है उस समय ERP सिस्टम में खामियों की वजह से छात्रों के आधे अधूरे रिजल्ट निकलते हैं। ERP सिस्टम के चलते जब कोई छोटी सी भी गलती होती है तो विश्वविद्यालय उसको ठीक करने की 600 रुपये छात्रों से वसूल करता है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एग्जामिनेशन विंग को ठेके पर दे दिया है जिसके तहत ऑनलाइन पेपर चेक करने का प्रावधान किया गया है। इसमें ठेकेदार के द्वारा रखे गए लोगों द्वारा एग्जामिनेशन शीट की स्केनिंग  की जा रही है व शीट कहां चेक हो रही है इसका पूरा ब्यौरा ठेकेदार के पास है। जिसमें एग्जाम चेकिंग की सीक्रेसी पर सवाल खड़ा होता है। किसी भी विश्वविद्यालय के कर्मचारी को स्केनिंग की जिम्मेवारी नहीं दी गई है। अब सवाल पैदा होता है कि अगर इस प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? 

ठेकाकरण के माध्यम से विश्वविद्यालय के फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस धरने में आगे बात रखते हुए शहबाज खान ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अगस्त सितम्बर 2021 में PG के एग्जाम करवाए थे लेकिन लगभग 6 माह का समय बीत जाने के बाद भी प्रशासन रिजल्ट घोषित करने में पूरी तरह नाकाम रहा है। रिजल्ट में देरी का मुख्य कारण एग्जाम विंग का ठेकाकरण है। अब 3 मार्च से PG के एग्जाम होने जा रहे हैं लेकिन अभी तक छात्रों के रिजल्ट घोषित नहीं किए गए हैं। इस कारण प्रशासन द्वारा छात्रों के भविष्य से साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यदि किसी छात्र ने री अपीयर के एग्जाम भरने हैं तो वो कैसे फॉर्म भरेगा जबकि उसका पिछले रिजल्ट ही अभी घोषित नहीं किया गया है। आगे बात रखते हुए उन्होंने कहा कि एसएसआई लंबे समय से मांग कर रही है कि छात्रों से  2020-21 वर्ष की हॉस्टल Continuation fee नहीं ली जाए क्योंकि इस दौरान पूरे करोना काल के अंदर कोई भी छात्र वह हॉस्टल के अंदर नहीं रहा है परंतु फिर भी विवि प्रशासन छात्रों सेContinuation Fee लेने का फरमान जारी किया है एसएसआई इसकी कड़ी निंदा करती है और वह मांग करती है कि इन इस फरमान को जल्दी से जल्दी वापस लिया जाए । 



SFI ने आज धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा की यदि परीक्षा होने से पहले जल्द ही छात्रों के परीक्षा  परिणाम घोषित नहीं किए जाते है और हॉस्टल के इस बेतुकी फरमान को वापस नहीं लिया जाता है तो SFI छात्रों को लामबंद कर एक उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी जिसका जिम्मेदार खुद विश्वविद्यालय प्रशासन होगा। 




रविवार, 27 फ़रवरी 2022

धर्मपुर डिपो में बसों औऱ तकनीकी स्टाफ़ का टोटा-भूपेंद्र तीन सालों में एक भी नई बस उपलब्ध नहीं करवा पाये मंत्री,44 बसें कम तो 45 कर्मचारियों के पद हैं ख़ाली

 धर्मपुर डिपो में बसों औऱ तकनीकी स्टाफ़ का टोटा-भूपेंद्र



तीन सालों में एक भी नई बस उपलब्ध नहीं करवा पाये मंत्री,44 बसें कम तो 45 कर्मचारियों के पद हैं ख़ाली

BHK NEWS HIMACHAL

धर्मपुर स्थित हिमाचल पथ परिवहन निगम के डिपो में वर्तमान में 44 बसों की कमी है।वर्तमान में इस डिपो में कुल 47 बसें उपलब्ध हैं लेकिन अगर सभी रूटों पर औऱ जनता की ज़रूरत के अनुसार बसें चलानी पड़े तो इतनी ही बसें औऱ चाहिए।पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि धर्मपुर में तीन साल पहले बस डिपो खोला गया था लेकिन यहां कर्मशाला केवल मात्र 4 कर्मचारी ही कार्यरत हैं और 27 पद ख़ाली पड़े हैं।इसी प्रकार कंडकटरों के भी 18 पद ख़ाली पड़े हैं।इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस डिपो की हालत कैसी है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले कुछ समय से यहाँ पर नई सड़कों का भी निर्माण हुआ है और उन पर बसें नहीं चल रही है और यदि किसी रूट पर बसें चलती भी हैं तो उन्हें वाया वाया करके चलाया जा रहा है जिससे जनता को भारी परेशानी होती है।बहुत से ऐसे रूट हैं जो कागज़ में तो हैं लेकिन उन पर बसें नहीं चलती हैं।उन्होंने कहा कि पिछले माह हिमाचल किसान सभा द्धारा आर एस धर्मपुर को सौंपे मांगपत्र के माध्यम से भी नई बसें चलाने की मांग की गई थी लेक़िन अभी तक उन रूटों पर बसें नहीं भेजी गई हैं।पूर्व पार्षद ने आरोप लगाया है कि धर्मपुर के विधायक व चार विभागों के मंत्री महेंद्र सिंह अपने चार साल के कार्यकाल में इस डिपो के लिए एक भी नई बस क्रय नहीं करवा पाये हैं उल्टा नये रूटों पर वे बसें चलाने के लिए झंडी जरूर दिखाते रहे हैं। जो भी बसें यहां चल रही हैं वे सभी सरकाघाट डिपो से ही यहां के लिए ट्रांसफर की गई है जबकि होना तो यह चाहिए था कि नया डिपो बनने पर बसें भी नई ली जाती।सबसे चिंतनीय बात धर्मपुर की वर्कशाप की है जिसके निर्माण के लिए अभी तक अलग से स्थान चयनित नहीं किया गया है और मैकेनिकों व अन्य तकनीकी कर्मचारियों के 27 पद ख़ाली हैं और केवल मात्र चार मकैनिक ही पूरे डिपो का काम करने के लिए मजबूर हैं।उन्होंने ये भी बताया कि इस डिपो का कैश अभी तक भी सरकाघाट में ही जमा हो रहा है तो क्या ये डिपो सभी तक भी पूर्ण रूप से यहां से नहीं चल रहा है।सुनने में तो यह भी आया है कि इस डिपो और बस स्टैंड का एरिया बाढ़ संभावित क्षेत्र में होने के कारण इसे अनापति प्रमाण पत्र अभी तक नहीं मिला है।इसलिए मंत्री को ये सपष्ट करना चाहिए कि क्या ये डिपो सरकार द्धारा पूर्ण रूप में स्वीकृत कर दिया है या नहीं।इसके अलावा यहां ख़ाली पड़े पदों को तुरन्त भरा जाना चाहिए और नई बसें उपलब्ध कराने के लिए क़दम उठाना चाहिए।भूपेन्द्र सिंह ने ये भी बताया कि बहुत से प्राइवेट बसों के रूट जो कोरोना काल से पहले चलते थे वे आजकल बन्द हो गए हैं।इसलिए उन्हें रद्द किया जाए और उन पर निगम की बसें चलाई जाये।

वाइट भुपेंद्र सिंह



धर्मपुर से 3 मार्च विधानसभा घेराव में शामिल होंगे 1500 कर्मी। प्रधान राजेंद्र शर्मा ने बैठक के दौरान दिए सभी कर्मचारियों को निर्देश। बोले राजस्थान की तर्ज पर हिमाचल में भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार को करेंगे झुकने के लिए मजबूर।

 धर्मपुर से 3 मार्च विधानसभा घेराव में शामिल होंगे 1500 कर्मी।




प्रधान राजेंद्र शर्मा ने बैठक के दौरान दिए सभी कर्मचारियों को निर्देश।



बोले राजस्थान की तर्ज पर हिमाचल में भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार को करेंगे झुकने के लिए मजबूर।



BHK NEWS HIMACHAL

धर्मपुर।

संधोल और सजाओ पीपलू में न्यू पेंशन स्कीम इंप्लाइज एसोसिएशन खंड धर्मपुर की बैठक प्रधान राजेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें उन्होंने सभी कर्मचारियों को 3 मार्च 2022 में विधानसभा घेराव को लेकर रणनीति बनाई और सभी कर्मचारियों से आह्वान किया कि वह 3 मार्च 2022 के विधानसभा घेराव कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर के भाग लें और इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें ताकि पुरानी पेंशन को बहाल करने के लिए सरकार को मजबूर होना पड़े। उन्होंने कहा है कि धर्मपुर खंड से 3 मार्च विधानसभा घेराव के लिए 1500 कर्मचारी शामिल होगा और राजस्थान की तर्ज पर हिमाचल में भी ओल्ड पेंशन की बहाली के लिए सरकार को झुकने के लिए विवश होना पड़ेगा। कहा कि इससे पहले भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए जो पेंशन पदयात्रा शुरू की गई है। उसमें भी धर्मपुर खंड से कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर के भाग लिया है और धर्मपुर से लेकर मंडी मंडी से लेकर सुंदरनगर तक इस पदयात्रा में अपना पूरा सहयोग दिया है। उन्होंने कहा है कि 3 मार्च के विधानसभा घेराव के कार्यक्रम में शामिल होने से पहले सभी कर्मचारी अपनी अपनी छुट्टी मंजूर करवा लें ताकि वह इस धरने में शामिल हो सके। कहा कि यह  कोई बड़ी बात नहीं है जो कार्यवाही प्रदेश सरकार कर्मचारियों के ऊपर कर रही है। वह पूर्व में मुख्यमंत्री रहे शांता कुमार के दौर में भी नो वर्क नो पे का सिस्टम लागू हुआ है ।जब हमारे पास अपनी छुट्टी शेष है तो ऐसे में कोई भी घबराने की जरूरत नहीं है। सभी कर्मचारी 3 मार्च के धरने में एकजुट होकर शामिल हो ताकी पुरानी पेंशन की बहाली की जा सके।

video



शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

धर्मपुर द्वितीय में NEP/ नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 मेले का आयोजन समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया गया

  धर्मपुर द्वितीय में NEP/ नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 मेले का आयोजन समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया गया



आज दिनांक 26-2-2022 को खंड धर्मपुर द्वितीय में NEP/ नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 मेले का आयोजन समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया गया इस मेले में शिक्षा खंड धर्मपुर द्वितीय की सभी 10 राजकीय उच्च पाठशालाओं व सभी 18 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के प्रतिभागियों ने भाग लिया इस मेले में कुल 108 प्रतिभागियों ने अपनी अपनी प्रस्तुतियां दी बच्चों व अध्यापको के मिश्रित समूहों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 में दिए गए प्रावधानों के अनुरूप चार्ट मॉडल वह पाठ योजना को दर्शाया यह मेला एक प्रतियोगिता के रूप में मनाया गया तथा मॉडल चार्ट व अन्य रचनात्मक कृतियों का भी प्रदर्शन किया गया मेले के दौरान दी गई प्रस्तुतियों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धर्मपुर प्रथम स्थान पर रही राजकीय उच्च पाठशाला गयुण द्वितीय स्थान पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला समौड तृतीय स्थान पर रही इन पाठशालाओं के प्रतिभागियों को खंड परियोजना अधिकारी धर्मपुर श्री सुरेंद्र सकलानी द्वारा पुरस्कृत किया गया इसके साथ मॉडल में गवर्नमेंट हाई स्कूल बेरी का मॉडल आंकलन कमेटी द्वारा सबसे अच्छा घोषित किया गया इस मॉडल को 28-2-2022 को राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंडी में जिला स्तरीय मॉडल प्रदर्शनी में शिक्षा खंड धर्मपुर द्वितीय की ओर से प्रस्तुत किया जाएगा और जज के तौर पर श्री विनोद कटवाल प्रवक्ता मैथ मंडप राजेंद्र कुमार प्रवक्ता भूगोल बरोटी नीलम कुमारी प्रवक्ता स्योह चंचल सिंह शारीरिक शिक्षक राजकीय उच्च विद्यालय बनेरढी इस मौके पर BEEO सरला देवी रविंद्र कुमार ग्रेड 2 रतन चंद क्लर्क बीआरसी धर्मपुर मनजीत ठाकुर इत्यादि उपस्थित रहे














15 मार्च 2022 को एसडीएम कार्यालय, बल्ह, डडोर के बाहर बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 2 घंटे का बल्ह एअरपोर्ट के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा


15 मार्च 2022 को एसडीएम कार्यालय, बल्ह, डडोर के बाहर बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 2 घंटे का बल्ह एअरपोर्ट के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा I



आज हिमाचल किसान सभा व बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने जगदंबा पैलेस कंसा कंसा चौक मैं प्रस्तावित हवाई अड्डे के विरोध में अधिवेशन का आयोजन किया जिसमें हिमाचल किसान सभा के राज्य महासचिव साथी डॉ  ओंकार शाद, कुशाल भारद्वाज, प्रधान हिमाचल किसान सभा,  जिला मंडी ब जोगिन्दर वालिया ने विशेष रूप से भाग लिया अधिवेशन में मंच संचालन  साथी परस राम अध्यक्ष हिमाचल किसान सभा बल्ह इकाई ने मंच का संचालन किया साथी नंदलाल वर्मा सचिव बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने शहीद किसानों के प्रति   शोक प्रस्ताव रखा और आज तक जो संघर्ष किया उसका ब्यौरा रखा ! साथी ओकार शाद ने बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति द्वारा चलाए गए संघर्ष का समर्थन किया और आश्वासन दिया कि किसान सभा किसानों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर शामिल होगी  ! साथी शाद ने आगाह  किया की राज्य की भाजपा सरकार कारपोरेट परस्त नीतियां लागू कर रही है और जिस तरह कांगड़ा के एयरपोर्ट को अमृतसर के एयरपोर्ट के साथ निजीकरण कर रही है उसी प्रकार बल्ह का भी हाल होगा यह सरकार किसानों को उजाड़ करके बल्ह की उपजाऊ जमीन को कारपोरेट के हवाले करने जा रही है उन्होंने जोर देकर कहा की किसानों को  उजाड़े   बिना वैकल्पिक जमीन जिला मंडी में उपलब्ध है उस पर हवाई अड्डे का निर्माण किया जाना चाहिए! संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए साथी ने किसानों को एकजुट करने के लिए गांव-गांव में किसान सभा की कमेटियां बनाकर महिला मंडल, युवक मंडल  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जोकि प्रस्तावित हवाई अड्डे  की चपेट में आकर के तबाह हो जाएंगे उन्हें भी आंदोलन में शामिल करना चाहिए ! 

अधिवेशन में साथी चुन्नीलाल सकलानी, साथी श्याम लाल चौधरी, साथी गुलाम रसूल , साथी मुंशीराम ने भाग लिया! सचिव विशाल भारद्वाज ने किसानों की एकजुटता पर जोर दिया और आने वाले समय में संघर्ष को और तेज करने के लिए किसान सभा के संगठन को मजबूत बनाने का आह्वान किया ! अधिवेशन  ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया कि 15 मार्च 2022 को एसडीएम कार्यालय  डडोर के बाहर बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 2 घंटे का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और इस को कामयाब करने के लिए गांव गांव में किसान सभा की सदस्यता की जाएगी और कमेटियों का गठन किया जाएगा ! साथी प्रेमदास  चौधरी  में मुझे अतिथि व सभी किसान साथियों का धन्यवाद किया  



प्रदेश सरकार द्वारा पिछले कल कर्मचारियों के द्वारा प्रदर्शन, घेराव, हड़ताल व बहिष्कार आदि को लेकर पिछले कल जो निर्देश जारी किये हैं वे कर्मचारियों के अधिकारों का हनन है

 प्रदेश सरकार द्वारा पिछले कल कर्मचारियों के द्वारा प्रदर्शन, घेराव, हड़ताल व बहिष्कार आदि को लेकर पिछले कल जो निर्देश जारी किये हैं वे कर्मचारियों के अधिकारों का हनन है

कर्मचारियों को दंड देने वाले फ़ैसले का माकपा ने की निंदा



 भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) ज़िला कमेटी मंडी ने प्रदेश सरकार द्वारा पिछले कल  कर्मचारियों के द्वारा प्रदर्शन, घेराव, हड़ताल व बहिष्कार आदि को लेकर पिछले कल जो निर्देश जारी किये हैं वे कर्मचारियों के अधिकारों का हनन है। पार्टी के सचिव कुशाल भारद्धाज, भूपेंद्र सिंह, सुरेश सरवाल, राजेश शर्मा, महेंद्र राणा आदि ने कहा कि ये सरकार की कर्मचारी आंदोलन को दबाने के लिए की गई असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक व तानाशाहीपूर्ण कार्यवाही है तथा पार्टी सरकार से मांग करती है कि इन तानाशाहीपूर्ण निर्देशों को तुरन्त वापिस लेकर अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करे। सरकार कर्मचारियों की जायज़ मांगो को लेकर किए जा रहे आंदोलन को दबाने के लिए इस प्रकार की तानाशाहीपूर्ण कार्यवाही रही है जिसकी पार्टी कड़ी निंदा करती है। सीपीएम कर्मचारियों के विभिन्न वर्गों के द्वारा जायज़ मांगों को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन का समर्थन करती है।

                    भारत के संविधान के अनुछेद 19 व 21 में प्रत्येक नागरिक को अभिव्यक्ति की आज़ादी तथा संगठन बनाने और संगठित होकर हड़ताल व आंदोलन का अधिकार दिया गया है। परन्तु सरकार संविधान की मूल धारणा की अवहेलना कर प्रदेश में कर्मचारियों के विभिन्न वर्गों के द्वारा अपनी जायज़ मांगों को लेकर चलाए जा रहे आंदोलनों को दबाने के लिए इस प्रकार के असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक व तानाशाहीपूर्ण निर्देश जारी कर रही है। जिससे सरकार का कर्मचारी विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। प्रदेश में भाजपा की सरकार को बने चार वर्ष से अधिक समय हो गया है। सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते मजदूर, किसान, कर्मचारी, युवा, छात्र, महिला व अन्य सभी वर्ग बुरी तरह से प्रभावित है।  इन चार वर्षों में सरकार किसी भी वर्ग के हित के कार्य  नहीं कर पाई है तथा वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान किये गए वायदे पूर्ण नहीं कर पाई है। जिसको लेकर सरकार की इस निराशाजनक कार्यप्रणाली से प्रदेश में सभी वर्ग सरकार की इन जनविरोधी नीतियों का विरोध कर रहें हैं और आंदोलनरत है।

            प्रदेश में हर वर्ग का कर्मचारी जिसमें अराजपत्रित कर्मचारी, पुलिस कर्मी, डॉक्टर, नई पेंशन योजना कर्मचारी, आउटसोर्स व ठेका कर्मचारी, स्कीम वर्कर्स आदि सभी अपनी जायज़ मांगों को लेकर आंदोलनरत है। परन्तु सरकार इनकी मांगों पर अमल करने के बजाए इस प्रकार के तानाशाहीपूर्ण निर्देश जारी कर इनको डराने व इनके आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। कर्मचारी छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में विसंगतियों को दूर करने व रिपोर्ट पंजाब की तर्ज पर लागू करने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, डॉक्टर अपनी वेतन विसंगतियां व नॉन प्रैक्टिस अलाउंस में कई गई कटौती व इसे पुनः 25 प्रतिशत करने, पुलिस कर्मी अपनी वेतन पालिसी का युक्तिकरण करने, आउटसोर्स व ठेका कर्मचारी को नियमित करने तथा स्कीम व पार्ट टाइम वर्कर के लिए नीति बनाने आदि जायज़ मांगों को लेकर आंदोलन कर रही है। परन्तु सरकार इन पर कोई भी गौर नहीं कर रही है और कमिटियां गठित कर इनको टाल रही है।  

    भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में वायदा किया था कि यदि सत्ता में आती है तो पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल करेगी, आउटसोर्स व पार्ट टाइम कर्मियों के लिए नीति बनाएगी, कर्मचारियों को उनका देय समय रहते दिया जाएगा तथा रिक्त पड़े पदों पर भर्ती की जाएगी।लेक़िन अब इन सभी वायदों से पीछे हट रही है जिसके चलते अब कर्मचारियों को मज़बूरन आंदोलन करना पड़ रहा है।

वाइट भुपेंद्र सिंह



राजस्थान और पंजाब सरकार द्वारा ओल्ड पेंशन बहाल करने की घोषणा के सत्ता में आने पर पुरानी पेंशन बहाल करने का ऐलान कर दिया है

 राजस्थान और पंजाब सरकार द्वारा ओल्ड पेंशन बहाल करने की घोषणा के सत्ता में आने पर पुरानी पेंशन बहाल करने का ऐलान कर दिया है



सुंदर नगर।

राजस्थान और पंजाब सरकार द्वारा ओल्ड पेंशन बहाल करने की घोषणा के सत्ता में आने पर पुरानी पेंशन बहाल करने का ऐलान कर दिया है । शनिवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला प्रवक्ता मुख्य समाजसेवी ब्रह्मदास चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कर्मचारियों को डराना धमकाना नहीं चाहिए और उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सलाह दी है और कहा कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है। लेकिन यह सरकार कर्मचारियों को धमकाने का काम कर रही है।  ओल्ड पेंशन की बहाली के लिए कर्मचारी मांग कर रहे हैं । जिस तरह राजस्थान पंजाब सरकार ने पेंशन बहाल करने का फैसला कर लिया है । हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार सत्तासीन होने के बाद ओल्ड पेंशन को बहाल कर दिया जाएगा और वर्तमान में जो कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पुरानी पेंशन पाने के लिए पेंशन पद यात्रा कर रहे हैं । कांग्रेस पार्टी उसका जोरदार समर्थन करती है और कर्मचारियों के हकों को पाने के लिए कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर कर्मचारियों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान की भाजपा सरकार का जो आइडियल रवेये है। उसका जवाब आने वाले विधानसभा चुनाव में कर्मचारी और प्रदेश की जनता उनको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा कर देगी और कांग्रेस सरकार हिमाचल में सत्तासीन होती ही ओल्ड पेंशन बहाल करेगी। कहा कि वर्तमान की भाजपा सरकार के कार्यकाल में कोई भी कर्मचारी हितैषी फैसला नहीं लिया गया है। कर्मचारियों को सरकार ने उलझा कर रख दिया है। इतना ही नहीं आम जनता भी महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार से पीस कर रह गई है और जो चुनावी वादा करके केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार सत्तासीन हुई थी। वर्तमान में चुनावी वादे के मुताबिक एक भी काम धरातल पर डबल इंजन कहलाने वाली भाजपा सरकार ने करके नहीं दिखाया है। लोगों के साथ छल कपट करके और झूठे वादे करके सत्तासीन हुई है और अब जनता ने भाजपा को सत्ता से बाहर निकालने का पूरा मन बना लिया है।

वाइट 




जलशक्ति विभाग में रैगुलर कर्मचारियों के दर्जनों पद समाप्त विभाग कम वेतन पर आऊटसोर्सिंग पर भर्ती मज़दूरों से चला रहा है काम और कर रहा है उनका शोषण-भूपेंद्र

 जलशक्ति विभाग में रैगुलर कर्मचारियों के दर्जनों पद समाप्त


विभाग कम वेतन पर आऊटसोर्सिंग पर भर्ती मज़दूरों से चला रहा है काम और कर रहा है उनका शोषण-भूपेंद्र


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जलशक्ति विभाग के धर्मपुर मंडल  में तीसरी तथा चतुर्थ श्रेणी के विभागीय कर्मचारियों की विभिन्न श्रेणियों के कुल 490 पद स्वीकृत हैं।लेक़िन मज़ेदार बात यह है कि इनमें से केवल 114 पद ही लाईव श्रेणी में हैं औऱ 376 पद डाईंग श्रेणी में डाल दिये गए हैं।वर्तमान में कर्मचारियों की कुल संख्या 184 है जिनमें से 106 डाईंग केडर में परिवर्तित कर दी है और 78 पद ही लाईव श्रेणी में रखे गए हैं। ईस प्रकार कुल 270 पद समाप्त कर दिए गए हैं और 36 पद वर्तमाम में खाली हैं।ये जानकारी मज़दूर संगठन सीटू के ज़िला प्रधान व पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने आरटीआई से हासिल की गई सूचना के आधार पर मीडिया में दी है।उन्होंने बताया कि विभाग ने 119 पद हैल्परों के तथा 118 पद बेलदारों के समाप्त कर दिए हैं।इसके अलावा 31पद चौकीदारों के तथा 10 पद पम्प ऑपरेटरों के भी समाप्त कर दिए हैं।उन्होंने बताया कि विभाग में वर्तमान में 36 पद खाली हैं जिनमें फ़िटरों के 11 पम्प ऑपरेटरों के 9 फोरमैन के 5 इलेक्ट्रेशियनों के 4 सर्वेयरों के 3 वर्क इंस्पेकटरों,wwc औऱ कमलेंट अटेंडेंट औऱ स्टोन ब्रेकरों के दो दो पद तथा माली, हैल्पर, स्टोर क्लर्क, मेसन और डराईवर का एक एक पद ख़ाली है।इसके अलावा सेवादारों के 7 चौकीदारों के 5 ड्राफ्समैंन के 2 और स्टेनो और कर्लक,कनिष्ठ अभियंता,बरिष्ठ सहायक और अधीक्षक का एक एक पद ख़ाली है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि इन रैगुलर पदों को विभाग ने समाप्त कर दिया है और उसके बदले में यहां पर सौ से डेढ़ सौ रुपये दिहाड़ी पर आउटसोर्स आधार पर भर्तियां करके काम चलाया हुआ है।उन्होंने इसके लिए जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह को जिम्मेदार ठहराया है जिनके विभाग में इतने सारे पद समाप्त कर दिये और कुछ खाली पड़े हैं। सैंकड़ों पद रैगुलर कर्मचारियों के पद समाप्त कर दिए हैं या फ़िर डाईंग केडर में डाल दिये हैं।पूर्व पार्षद ने बताया कि जलशक्ति विभाग यदि इन सभी पदों पर रैगुलर भर्ती करता है तो उन्हें सरकार का निर्धारित वेतनमान देना पड़ना था। लेकिन जलशक्ति मंत्री जिनके बारे में पूरे प्रदेश में यह कहा जाता है कि उन्होंने बहुत ज्यादा रोज़गार धर्मपुर के युवाओं को दिया है। उसकी सच्चाई यह है कि उन्होंने 100रु दिहाड़ी पर मल्टी पर्पज वर्कर्स 120 रु दिहाड़ी पर जलरक्षक औऱ 150 रु दिहाड़ी पर  पारा पंप ऑपरेटर तथा पारा फिटर भर्ती किये हैं।जिन्हें तीन हज़ार से साढ़े चार हज़ार रुपये महीने का वेतन दिया जाता है।जो इन युवाओं के साथ नॉकरी के नाम पर बहुत बड़ाधोखा है औऱ उनका शोषण है तथा उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।भूपेंद्र सिंह ने जकशक्ति मंत्री से पूछा है कि इस महंगाई के दौर में इतने कम वेतन पर कौन मज़दूरअपना औऱ अपने परिवार का पालन पोषण कर सकता है।उन्होंने मांग की है कि जलशक्ति विभाग में जो स्वीकृत पद हैं उन्हें रैगुलर आधार पर भरा जाये और जिन मज़दूरों को औटसोर्सिंग आधार पर रखा गया है उन्हें रैगुलर करने के लिए पालसी बनाई जाये ताकि मजदूरों को शोषण से छुटकारा मिल सके और उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।

वाइट भुपेंद्र सिंह 



शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022

*• एबीवीपी एचपीयू ने किया धरना प्रदर्शन,अतिरिक्त परीक्षा नियंत्रक का भी किया घेराव,पीजी परीक्षाओं के परिणाम जल्द घोषित करने की उठाई मांग |*

 


*• एबीवीपी एचपीयू ने किया धरना प्रदर्शन,अतिरिक्त परीक्षा नियंत्रक का भी किया घेराव,पीजी परीक्षाओं के परिणाम जल्द घोषित करने की उठाई मांग |*



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25 फरवरी 2022


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा शुक्रवार दोपहर को वि.वि के प्रशासनिक भवन के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया | विद्यार्थी परिषद ने इस धरने प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन से पीजी परीक्षाओं के लंबित पड़े परिणामों को जल्द घोषित करने एवं ईआरपी सिस्टम को सुदृढ़ करने की मांग उठाई | 


कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए इकाई सचिव कमलेश ने कहा कि पीजी परीक्षाओं को हुए 5 महीने बीत गए लेकिन अभी तक उनका रिजल्ट घोषित नहीं किया | बहुत से छात्र विश्वविद्यालय की लेट लतिफी के कारण अन्य कक्षाओं में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं | उन्होंने कहा कि बात करें ईआरपी सिस्टम की तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने जब इस प्रणाली को अपनाया था उस समय पूरे प्रदेश भर में इसके लिए वाहवाही लूटी थी | उस समय विश्वविद्यालय प्रशासन ने दावे किए थे कि अब छात्रों को घर बैठे सुविधा मिलेगी | छात्र अपने माइग्रेशन, रजिस्ट्रेशन, फीस, परीक्षा फॉर्म, परीक्षा परिणाम सम्बंधित काम ऑनलाइन माध्यम से आसानी से करवा सकते हैं | उस समय विद्यार्थी परिषद ने इस प्रक्रिया को अपनाने के विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत किया था | लेकिन धीरे धीरे जैसे वक़्त बीतता गया, विश्वविद्यालय प्रशासन के इन खोखले दावों की पोल खुलती गई | विश्वविद्यालय की ई.आर.पी. प्रणाली में गड़बड़ियों का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। कमलेश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद लंबे समय से प्रशासन को ई.आर.पी. की खामियों को लेकर सचेत करने का काम कर रही है। विद्यार्थी परिषद के बार-बार ई.आर.पी. की खामियों को दूर करने की मांग उठाने के बावजूद खामियों का स्तर बढ़ा है। कमलेश ने कहा कि जल्द से जल्द इन खामियों को वि.वि प्रशासन दूर करे नहीं तो आने वाले समय में परिषद और उग्र आंदोलन करेगी जिसके लिए प्रशासन खुद जिम्मेवार होगा | 


इसके उपरांत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा शुक्रवार दोपहर अतिरिक्त परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया | विद्यार्थी परिषद ने इस दौरान मांग उठाई की लंबित पड़े परीक्षा परिणामों को वि.वि प्रशासन जल्द घोषित करे |


इकाई सचिव कमलेश ठाकुर की अगुवाई में दोपहर 1 बजे सभी कार्यकर्त्ता अतिरिक्त परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय पहुंचे | कार्यकर्ताओं ने पीजी परीक्षाओं के महीनों से लंबित पड़े परिणामों को निकालने को लेकर अतिरिक्त परीक्षा नियंत्रक को घेरा | कमलेश ने कहा कि पीजी परीक्षाओं को हुए लगभग 5 महीने बीत चुके हैं लेकिन उनके अभी तक परिणाम जारी नहीं हुए हैं | वि.वि प्रशासन ने पीजी परीक्षाओं की डेट शीट जारी कर दी है लेकिन पिछले परिणाम अभी तक घोषित नहीं किए हैं जो कि विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है | बहुत से छात्रों ने पीएचडी के लिए अन्य विश्वविद्यालयों में अप्लाई किया हुआ है लेकिन उनका पिछला परिणाम अभी तक प्रशासन ने घोषित नहीं किया है जिसके कारण वो छात्र पीएचडी में प्रवेश लेने से वंचित रह रहे हैं | कमलेश ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन के निक्कमेपन का खामियाज़ा आम छात्रों को भुगतना पड़ रहा है जो कि छात्रों के साथ सरासर अन्याय है | उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद छात्रों के साथ हो रहे अन्याय को सहन नहीं करेगी | उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आने वाले सोमवार तक लंबित पड़े परिणामों को घोषित नहीं किया तो उसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशासनिक ब्लॉक में घुसने नहीं दिया जाएगा जिसके लिए प्रशासन स्वंय जिम्मेवार रहेगा |


















 कमलेश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द उनकी इन मांगों को पूरा करेगा |


साथ ही साथ उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए भी कहा कि अगर जल्द से जल्द इस मांग को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में प्रशासन को घोर विरोध का सामना करना पड़ेगा जिसके लिए प्रशासन स्वंय जिम्मेदार होगा 


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*बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान पर आधारित हिंदी शॉर्टफ़िल्म "मेरा हीरो" के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने भेजा बधाई सन्देश_*

 *बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान पर आधारित हिंदी शॉर्टफ़िल्म  "मेरा हीरो" के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने भेजा बधाई सन्देश_*


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*मैं कवि शर्मा को इस प्रकार के प्रयास के लिए बधाई देते हुए फ़िल्म 'मेरा हीरो' की सफलता की कामना करता हूँ -: अशोक गहलोत*


*झुंझुनूं - (राजस्थान)* -: डिवाइन स्टूडियो झुंझुनूं बैनर तले बनी बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ अभियान पर आधारित सामाजिक प्रेरणादायक हिंदी शॉर्ट मेरा हीरो के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बधाई सन्देश भेजा है। अभियान संयोजक कवि हरीश शर्मा व सह-संयोजक आकाश झुरिया के मार्गदर्शन में बनी इस फ़िल्म के निर्माता/ निर्देशक व लेखक मनोज मन्नू परदेशी है। सन्देश में गहलोत ने लिखा कि बालिकाओ की गरिमा को प्रतिष्ठित करने के लिए "बेटा पढ़ाओ-संस्कार सिखाओ" जैसे अभियान महत्वपूर्ण है। हमारी समृद्ध संस्कृति इस परम्परा की संवाहक भी रही है। सामाजिक जागरूकता बढ़ाने में फिल्मो का महत्वपूर्ण योगदान है। मैं कवि शर्मा को इस प्रकार के प्रयास के लिए बधाई देते हुए फ़िल्म 'मेरा हीरो' की सफलता की कामना करता हूँ।



धर्मपुर में मंत्री पुत्र किस हैसियत में विकास कार्यों की गुणवत्ता जांच रहा है औऱ इस बहाने कर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग

 धर्मपुर में मंत्री पुत्र किस हैसियत में विकास कार्यों की गुणवत्ता जांच रहा है औऱ इस बहाने कर  सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग


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 मुख्यमंत्री में दम है तो मंत्री पुत्र के लिए सरकारी पैसा फूंक रहे अफसरों पर करायें एफआईआर-भूपेंद्र


मंत्री का पुत्र होना कोई काबलियत नहीं है और न ही वह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर सकता है। लेकिन धर्मपुर में जो राजनीतिक ड्रामा चल रहा है उसमें तथाकथित ईमानदार मुख्यमंत्री बताएं कि किस आधार पर एक मंत्री का पुत्र आईपीएच की गाड़ी लेकर सरकारी कार्यक्रमों की अध्यक्षता कर रहा है।किसान नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने  आरोप लगाया है कि भाजपा जयराम को ईमानदार मुख्यमंत्री का मुखौटा लगाकर भ्र्ष्टाचार में लिप्त है।तथाकथित ईमानदार मुख्यमंत्री की शह पर ही मंत्री का बेटा धर्मपुर में अपनी नेतागिरी चमका रहा है।वह एक वार्ड मेंबर का चुनाव नहीं जीत पाया है उसकी काबलियत केवल इतनी है कि वह मंत्री का पुत्र है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री महेंद्र सिंह की कठपुतली बन चुके हैं अगर वह इतने ईमानदार हैं तो मंत्री पुत्र की नेतागिरी चमकाने में  जनता के खून पसीने की कमाई उड़ा रहे अफसरों पर एफआईआर दर्ज करायें।उन्होंने आरोप लगाया कि ईमानदारी का बस मुखौटा लगा है जबकि  उन्ही के इशारे पर जनता की कमाई मंत्री के पुत्र रजत को नेता बनाने के लिए उड़ाई जा रही है। अगर दम है तो मुख्यमंत्री प्रैस कान्फ्रेंस करके जनता को बताएं कि उन्होंने किस उद्देश्य को पूरा करने के लिए रजत को आईपीएच की लग्जरी कार में सरकारी कार्यक्रमों  की अध्यक्षता कराई जा रही है और अफसर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग उस व्यक्ति के लिए कर रहे हैं जो किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं है।उन्होंने कहा कि पाप का घड़ा भर चुका है और धर्मपुर की जनता  परिवारवाद को खत्म करके ही दम लेगी।विकास कार्यों के लिए आये पैसे को मंत्री के सगे संबधी और चमचे दिल खोल कर लूट रहे हैं।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले कुछ समय में मंत्री का बेटा कहीं उज्वला योजना के तहत रसोई गैस के चूल्हे वितरित करता है तो कहीं पर कृषि और बागवानी विभाग के कार्यक्रमों में मुख्यथि बनाया जा रहा है।स्कूलों में हो रहे समारोहों में भी मंत्री का बेटा ही अपने पिता के स्थान पर चीफ़ गेस्ट होता है।यही नहीं पिछले दिनों मंत्री पुत्र ने चुने हुए ग्राम पंचायतों के प्रधानों की समीक्षा बैठक बुलाकर विकास कार्यों की समीक्षा की।यही नहीं धर्मपुर में कृषि, बागवानी,जलशक्ति व अन्य विभागों से जो सहायता प्रदान की जाती है उसके लिए भी इन्हीं की सिफ़ारिश पर लाभार्थियों को सहायता प्रदान की जाती है।यही नहीं ग्राम पंचायतों में विधायक निधि से सौर ऊर्जा की लाईटें भी इन्ही के चिट पर आवंटित होती है।मंत्री पुत्र विधायक निधि से महिला मंडलों औऱ स्कूलों को सहायता राशी की भी ये ही स्वीकृत कर रहे हैं।कई जगह वे विकास कार्यों का भूमि पूजन औऱ लोकार्पण भी कर रहे हैं।आजकल महिला मंडलों के सम्मान समारोह आयोजित किये जा रहे हैं जिसमें उन्हें भावी उम्मीदवार घोषित करने का काम किया जा रहा है।गत सप्ताह संधोल में आयोजित महिला मंडल सम्मान समारोह में  मंत्री की उपस्थिति में उन्हें अगला उमीदवार घोषित कर दिया गया और पिछले कल स्योह में भी यही प्रक्रिया दोहराई गई।इन समारोहों में उनके साथ जलशक्ति और लोकनिर्माण विभाग के सभी ठेकेदार साथ होते हैं जो उन्हें कंधे पर उठाकर उनके नारे लगाते हैं।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मंत्री के बेटे के प्रचार में उनका आई टी सैल पूरी तरह से जुट गया है जो हर रोज़ उन्हें प्रचारित करने में लगा रहता है।सबसे मजेदार बात तो ये है कि फेसबुक पेज़ पर जो भाषा मंत्री के लिए लिखी जाती थी वही भाषा उनके पुत्र के पेज़ पर लिखी जा रही है।इतना ही नहीं मंत्री के बेटे द्धारा चुने हुए ज़िला पार्षदों के अधिकारक्षेत्र में भी दख़ल दिया जा रहा है।यहां से जीते तीन भाजपा से जुड़े ज़िला पार्षदों में से दो तो मंत्री पुत्र के लिए फूलमालाएं और गुलदस्ते भेंट करने के लिए तैनात रहते हैं और तीसरी पार्षद जो मंत्री की बेटी है और भाजपा महिला मोर्चा के राज्य महासचिव है साथ ही महिला एवं सामाजिक न्याय विभाग की राज्य स्तरीय कमेटी की सदस्य है उसे भी साईड लाईन किया जा रहा है और जब वे यहां से बाहर होतीं है तब उनके गरयोह ज़िला परिषद वार्ड में भी मंत्री का बेटा अधिकारियों पर दबाब डाल कर कोई न कोई समारोह औऱ कार्यक्रम आयोजित करवा देता है और उसमें मुख्यथि बन जाता है।हालांकि मंत्री की बेटी चुनी हुई ज़िला पार्षद है और सरकारी महकमें की भी मेंबर है तो उसको भी अलग थलग करने का काम हो रहा है।कुल मिलाकर धर्मपुर में जलशक्ति मंत्री ने सारे नियम कायदों को पैर तले रौंदते हुए अपने बेटे को अपनी विरासत सौंपने की कबायत शुरू कर दी है लेकिन मुख्यमंत्री मौनी बाबा बने हुए हैं और धर्मपुर में मंत्री के बेटे की सभी प्रकार की नाजायज दखलंदाजी औऱ गैर कानूनी हस्तक्षेप को पूरा सरंक्षण दे रहे हैं जिसका खामियाजा उन्हें केवल धर्मपुर में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में भुगतना पड़ेगा।



गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022

एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने ERP SYSTEM की खस्ता हालत व PG के रिजल्ट घोषित न होने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया

एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने ERP SYSTEM की खस्ता हालत व PG के रिजल्ट घोषित न होने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया


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आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने ERP SYSTEM की खस्ता हालत व PG के रिजल्ट घोषित न होने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।



हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने 2013 में ERP सिस्टम विश्वविद्यालय में लाया था जिसके साथ विश्वविद्यालय में ऑनलाइन प्रणाली की शुरुआत हुई थी। लेकिन आज 9 साल बीतने के बाद भी प्रशासन ERP सिस्टम को सही रूप से स्थापित नहीं कर पाया है। जिस वजह से छात्रों को भारी मानसिक व आर्थिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों के जब एग्जाम फॉर्म भरे जाते हैं तो ERP सिस्टम की खामियों की वजह से समय पर फार्म नहीं भर पाते हैं व दूसरी तरफ जब रिजल्ट घोषित किया जाता है उस समय ERP सिस्टम में खामियों की वजह से छात्रों के आधे अधूरे रिजल्ट निकलते हैं। ERP सिस्टम के चलते जब कोई छोटी सी भी गलती होती है तो विश्वविद्यालय उसको ठीक करने की 600 रुपये छात्रों से वसूल करता है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एग्जामिनेशन विंग को ठेके पर दे दिया है जिसके तहत ऑनलाइन पेपर चेक करने का प्रावधान किया गया है। इसमें ठेकेदार के द्वारा रखे गए लोगों द्वारा एग्जामिनेशन शीट की स्केनिंग की जा रही है व शीट कहां चेक हो रही है इसका पूरा ब्यौरा ठेकेदार के पास है जिसमें एग्जाम चेकिंग की सीक्रेसी पर सवाल खड़ा होता है। किसी भी विश्वविद्यालय के कर्मचारी को स्केनिंग की जिम्मेवारी नहीं दी गई है। अब सवाल पैदा होता है कि अगर इस प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? 



ठेकाकरण के माध्यम से विश्वविद्यालय के फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अगस्त सितम्बर 2021 में PG के एग्जाम करवाए थे लेकिन लगभग 6 माह का समय बीत जाने के बाद भी प्रशासन रिजल्ट घोषित करने में पूरी तरह नाकाम रहा है। रिजल्ट में देरी का मुख्य कारण एग्जाम विंग का ठेकाकरण है। अब 3 मार्च 2022 से PG के एग्जाम होने जा रहे हैं लेकिन अभी तक छात्रों के रिजल्ट घोषित नहीं किए गए हैं। इस कारण प्रशासन द्वारा छात्रों के भविष्य से साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यदि किसी छात्र ने री अपीयर के एग्जाम भरने हैं तो वो कैसे फॉर्म भरेगा जबकि उसका पिछला रिजल्ट ही अभी घोषित नहीं किया गया है।



SFI ने आज धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन को चेताया है कि यदि जल्द ही छात्रों के परीक्षा  परिणाम घोषित नहीं किए जाते तो SFI छात्रों को लामबंद कर एक उग्र आंदोलन करें।




बुधवार, 23 फ़रवरी 2022

हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विभिन्न पदों पर मांगें गए आवेदन को लेकर परीक्षा स्थगित करने पर विरोध करती है


हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विभिन्न पदों पर मांगें गए आवेदन को लेकर परीक्षा स्थगित करने पर विरोध करती है



आज दिनांक 23 फरवरी 2022 को भारत की जनवादी नौजवान सभा द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विभिन्न पदों पर मांगें गए आवेदन को लेकर परीक्षा स्थगित करने पर विरोध करती है बता दें कि इससे पहले भी हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विभिन्न पदों पर मांगे गए आवेदनों को लेकर परीक्षा 13 फरवरी को होना तय हुई थी परंतु उसे स्थगित कर 23 फरवरी को दोबारा से परीक्षा करवाने की तिथि तय की गई परंतु 22 फरवरी को शाम 7:00 बजे उस परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों को मेल के माध्यम से सूचित किया गया कि परीक्षा स्थगित कर दी गई है यह परीक्षा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में होनी थी इस परीक्षा में प्रदेश भर के अनेकों युवा परीक्षा देने के लिए पहुंचे परंतु जब उन्हें यह पता चला कि परीक्षा स्थगित कर दी गई है तो इससे परीक्षार्थियों में भी गहरा रोष है एक और जहां प्रदेश में लगातार बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी ओर इस तरह से प्रशासन का नकारात्मक रवैया व परीक्षा को कराने की तैयारी की पोल खुलती साफ नजर आ रही है आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में इस परीक्षा को देने के लिए अभ्यर्थी प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे परंतु परीक्षा ना होने के चलते उन्हें विभिन्न परेशानियों का सामना भी करना पड़ा हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी द्वारा 62 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे और इन आवेदनों के माध्यम से अभ्यर्थियों से हजारों रुपए फीस वसूली गई परंतु बार-बार परीक्षा के रद्द होने के चलते परीक्षार्थियों में गहरा रोष है ।


भारत की जनवादी नौजवान सभा यह मांग करती है कि हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी द्वारा विभिन्न पदों पर की जा रही भर्ती की परीक्षा जल्द से जल्द करवाई जाए तथा पूर्व की तरह परीक्षा को बार-बार ना टाला अन्यथा भारत की जनवादी नौजवान सभा इस परीक्षा में शामिल होने अभ्यर्थियों के साथ मिलकर प्रदेश सरकार व प्रशासन के खिलाफ एक उग्र आंदोलन करेगी ।