गुरुवार, 31 अगस्त 2023

*विश्वविद्यालय इकाई ने कुछ छात्र मांगों को लेकर DS महोदय को ज्ञापन दिया*

*विश्वविद्यालय इकाई ने कुछ छात्र मांगों को लेकर DS महोदय को ज्ञापन दिया*







आज SFI हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने कुछ छात्र मांगों को लेकर DS महोदय को ज्ञापन दिया जिसमें मुख्य मांगे ये थी कि

  विश्वविद्यालय में पीजी कक्षाओं को शीघ्र शुरू किया जाए ताकि जो हमारा शैक्षणिक सत्र पहले से ही लेट है उसको वापिस सही समय पर शुरू किया जा सके। क्योंकि कोरोना महामारी के कारण हमारा शैक्षणिक सत्र काफी लेट हो गया था और इसको वापिस लाने के लिए हमें शीघ्र से शीघ्र कक्षाओं को शुरू करना पड़ेगा।

हमारी दूसरी मुख्य मांगी यह थी कि विश्वविद्यालय में व विश्वविद्यालय के छात्रावासों में जितने भी नवीकरण के कार्य पिछले लंबे समय से चल रहे हैं चाहे वह भवन निर्माण के कार्य हो या लिफ्ट निर्माण के कार्य हो उनको शीघ्रता पूरा किया जाए। अगर देखा जाए तो विश्वविद्यालय में पिछले लंबे समय से जगह-जगह लिफ्ट निर्माण के कार्य चले हुए हैं उसमें से कई लिफ्ट बन चुकी है परंतु अभी भी उनमें से कुछ एक बंद पड़ी है जैसे कि आर्ट्स ब्लॉक की लिफ्ट जब से बनी हुई है तब से आज तक वह चल नहीं पाई है अतः उस लिफ्ट को भी शीघ्रता से चलाया जाए।

हमारी तीसरी मुख्य मांग यह थी कि B.Ed की प्रवेश परीक्षा बहुत पहले हो चुकी है परंतु उसका काउंसलिंग शेड्यूल अभी तक जारी नहीं किया गया है हमारी यह मांग है कि b.Ed के काउंसलिंग शेड्यूल को जल्द से जल्द जारी किया जाए ताकि समय पर कक्षाएं शुरू हो और हमारे शैक्षणिक सत्र भी देरी न हो।

DS महोदय ने यह आश्वासन दिया है कि इन सब मांगों पर प्राथमिकता से कार्रवाई की जाएगी और कुछ दिनों में ही इन सब मांगों को पूरा किया जाएगा।





डॉ. संजय कुमार ने चुनौतियों का सामना करते हुए चीन के शियान जियोतोंग विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर बनने में कामयाबी हासिल की

 डॉ. संजय कुमार ने चुनौतियों का सामना करते हुए चीन के शियान जियोतोंग विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर बनने में कामयाबी हासिल की 




एक उल्लेखनीय प्राप्ति के रूप में, डॉ. संजय कुमार ने चुनौतियों का सामना करते हुए चीन के शियान जियोतोंग विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर बनने में कामयाबी हासिल की है, जिससे उनकी शैक्षिक यात्रा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर रखा गया है।


मंडी जिले के थूनाग के एक छोटे से गाँव रोपरी से समंद रखने वाले डॉ. कुमार का   आरंभिक शिक्षा  का मार्ग उच्चतर विद्यालय थूनाग में आरंभ हुआ। वित्तीय सीमाओं के बावजूद, उन्होंने शिक्षा की दिशा में उत्साह से कदम बढ़ाया, इसके बाद  महाविद्यालय बासा, गोहर मंडी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।


हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से भौतिकी में मास्टर की डिग्री और जेपी यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, वाकनाघट सोलन से डॉक्टरेट प्राप्त करके, डॉ. कुमार ने वित्तीय चुनौतियों का सामना किया, और उन्होंने उन चुनौतियों को अवसर में बदल दिया।


उनका समर्पण सहायक प्रोफेसर के पद में सारिण किया गया है, जो डॉ. संजय कुमार की विकास की प्रक्रिया को दिखाता है, उनके पिता के किसान के बच्चे से एक शैक्षिक सफलता के माध्यम से एक शैक्षिक उद्देश्यपूर्ण व्यक्ति बनने तक। यह यात्रा दिखाती है कि संघर्षशीलता और अड़चनों के बावजूद निरंतर समर्पण से कैसे परिवर्तनकारी सफलता प्राप्त की जा सकती है, और दूसरों को उनके खुद के शैक्षिक मार्ग में रुकावटों को पार करने के लिए प्रेरित करने में सहायता करने वाली है।


डॉ. कुमार की कहानी कई लोगों को  प्रेरणादायक है। उनकी कहानी अड़चनों पर विजय की मिसाल है , और शिक्षा की शक्ति को जीवन को बदलने के लिए प्रमाणित करने की प्रमाणिकता है।





*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश* *सरदार पटेल विश्वविद्यालय का दायरा घटाना प्रदेश सरकार की शिक्षा के प्रति नकारात्मक सोच को दर्शाता है- आकाश नेगी* अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने आज एक बयान जारी करते हुए कहा की प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा 22 अगस्त को जो कैबिनेट की बैठक हुई और मीडिया से आई जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार सरदार पटेल विश्वविद्यालय के दायरे को घटाने का फैसला लिया है, उन्होंने कहा की यह शिक्षा के प्रति वर्तमान सरकार की नकारात्मक सोच को दर्शाता है और विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले पांच जिलों के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी का दायरा घटाने का फैसला लिया है। कांगड़ा और चंबा जिला समेत निरमंड और आनी के कॉलेज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में शामिल कर दिए हैं। एसपीयू में स्टाफ की कमी के चलते 22 अगस्त को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। मंडी विवि अब केवल तीन जिलों मंडी, लाहौल-स्पीति और कुल्लू (आनी, निरमंड के छोड़कर) के कॉलेजों तक ही सीमित रह जायेगा । मंडी में 1 अप्रैल 2022 से एसपीयू को शुरू किया था। इसमें मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और चंबा के कॉलेज शामिल किए थे। एचपीयू के पास शिमला, सोलन, सिरमौर, हमीरपुर, ऊना, किन्नौर और बिलासपुर के कॉलेज रखे थे। बता दे की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पहले से ही अपने प्रवेश परीक्षा और परिणाम को ले कर हमेशा सुर्खियों में रहा है, वह इस समय जहा प्रदेश में दूसरे विश्वविद्यालय के कारण कार्य विभाजन से इन चीजों में तेजी लाई जा रही है वही प्रदेश की सरकार अपने बदले की राजनीति करने से पीछे नहीं हट रही हैं , छात्रहितो को अनदेखा करना सरकार का काम बन गया है | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश इस फैसले की कड़ी निन्दा करती है वह कड़े शब्दो में ये मांग करती है की इस प्रकार की छात्रविरोधी फैसले को तुरंत वापस लिया जाए नही तो जो छात्र सरकार बनाने में महत्वपूर्ण साबित होते है वह सरकार गिरा भी सकते है, सरदार पटेल विश्वविद्यालय के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार नहीं सहा जायेगा और इसका खामियाजा हिमाचल प्रदेश की सरकार को झेलना पड़ेगा |

 *सरदार पटेल विश्वविद्यालय का दायरा  घटाना  प्रदेश सरकार की शिक्षा के प्रति नकारात्मक सोच को दर्शाता है- आकाश नेगी*







अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने आज एक बयान जारी करते हुए कहा की प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा 22 अगस्त को जो कैबिनेट की बैठक हुई और मीडिया से आई जानकारी के अनुसार प्रदेश  सरकार सरदार पटेल विश्वविद्यालय के दायरे को घटाने का फैसला लिया है, उन्होंने कहा की  यह शिक्षा के प्रति वर्तमान सरकार की नकारात्मक सोच को दर्शाता है और विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले पांच जिलों के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़  है। 


उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी का दायरा घटाने का फैसला लिया है। कांगड़ा और चंबा जिला समेत निरमंड और आनी के कॉलेज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में शामिल कर दिए हैं। एसपीयू में स्टाफ की कमी के चलते 22 अगस्त को हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। 

मंडी विवि अब केवल तीन जिलों मंडी, लाहौल-स्पीति और कुल्लू (आनी, निरमंड के छोड़कर) के कॉलेजों तक ही सीमित रह जायेगा ।  मंडी में  1 अप्रैल 2022 से एसपीयू को शुरू किया था। इसमें मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और चंबा के कॉलेज शामिल किए थे। एचपीयू के पास शिमला, सोलन, सिरमौर, हमीरपुर, ऊना, किन्नौर और बिलासपुर के कॉलेज रखे थे। 

               बता दे की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पहले से ही अपने प्रवेश परीक्षा और परिणाम को ले कर हमेशा सुर्खियों में रहा है, वह इस समय जहा प्रदेश में दूसरे विश्वविद्यालय के कारण कार्य विभाजन  से इन चीजों में तेजी लाई जा रही है वही प्रदेश की सरकार अपने बदले की राजनीति करने से पीछे नहीं हट रही हैं , छात्रहितो को अनदेखा करना सरकार का काम बन गया है |

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश इस फैसले की कड़ी निन्दा करती है वह कड़े शब्दो में ये मांग करती है की इस प्रकार की छात्रविरोधी फैसले को तुरंत वापस लिया जाए नही तो जो छात्र सरकार बनाने में महत्वपूर्ण साबित होते है वह सरकार गिरा भी सकते है, सरदार पटेल विश्वविद्यालय के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार नहीं सहा जायेगा और इसका खामियाजा हिमाचल प्रदेश की सरकार को झेलना पड़ेगा |





बुधवार, 30 अगस्त 2023

प्रदेश सरकार से मांग- आपदा द्वारा हुई भंयकर त्रासदी से बेघर हुए परिवारों के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी- बालक राम शर्मा

प्रदेश  सरकार से मांग- आपदा द्वारा हुई भंयकर त्रासदी से बेघर हुए परिवारों के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी- बालक राम शर्मा



बिलासपुर 29 आपदा की त्रासदी से जान-माल का बहुत नुक्सान होने पर मांग- हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति अध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि आपदा के समय में हुई भयंकर तबाही से बहुत लोगों के परिवार के सदस्य चले गए और घरों की तबाही हुई बेखबर हो गए जान-माल का बहुत नुक्सान हुआ इस बात को मध्य नज़र रखते हुए कम से कम परिवार के एक सदस्य को नौकरी/ जाॅब का प्रावधान किया जाये ताकि वह परिवार और जिन्होंने भारी जान-माल का नुक्सान झेल रहे वह अपना जीवन-यापन ठीक से कर सके।

वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने हिमाचल सरकार से मांग करते हुए कहा कि हाल में जो हिमाचल प्रदेश में भंयकर त्रासदी से परिवार बेघर हुए हैं, उनके परिवारों के पुनर्वास को लेकर ज़रुरी है कि उनकी रोजी रोटी के स्थाई हल की व्यवस्था की जाए जान-माल को लेकर जो बेघर हुए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया जाए ताकि त्रासदी से उजड़े परिवारों के रोजमर्रा के खर्चों को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलती रहे यह एक इन्सानियत के तौर पर फ़र्ज बनता ही है परन्तु पुन्य काम को सरकार ही अंजाम  दे सकती है पुरा अमलीजामा सरकार के हाथ में है पुन: बिनम्र अपील करते हुए इस मांग पर गंभीरतापूर्वक विचार विमर्श कर मदद करने में बिना बिलंब किया जाए। 





प्रजापिता ब्रह्माकुमारिज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय रिवालसर ने मनाया रक्षा बंधन

 प्रजापिता ब्रह्माकुमारिज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय रिवालसर ने मनाया रक्षा बंधन




मंडी रिवालसर अजय सूर्या :- प्रजापिता ब्रह्माकुमारिज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय रिवालसर ने मनाया पावन रक्षा बंधन। कार्यक्रम का शुभारंभ नायबतहसीलदार श्री टेक चंद कश्यप ने दीप प्रज्वलन के साथ किया । कार्यक्रम में स्थानीय भाई बहनों के साथ साथ कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए कार्यक्रम में सभी भाई बहनों को बी० के० सुनीता दीदी जी ने रक्षा सूत्र में बाँधा, और साथ ही बी० के० सोमा बहन ने राखी के पावन त्यौहार के रहस्य का सभी भाई बहनों को बताया ।

     "रक्षा बंधन का आध्यात्मिक महत्व तब होता है जब कोई व्यक्ति विचारों, शब्दों और कार्यों में पवित्रता का जीवन जीने के लिए उस सर्वशक्तिमान परमपिता परमात्मा (भगवान) के साथ पवित्रता का दिव्य व्रत लेता है। हम में से प्रत्येक एक छोटी सी प्रकाश रूपी आध्यात्मिक ऊर्जा है जो प्रत्येक आत्मा को शुद्ध और हार्दिक शुभकामनाएँ देती है क्योंकि राखी प्यार, पवित्रता के अहसास और परिवर्तन का उत्सव है।

 रक्षाबंधन से स्वर्ग का स्वराज्य प्राप्त हो अथवा मनुष्य यम के दंडों से बच जाए, पवित्रता का ही बंधन हो सकता है, अन्य कोई बंधन नहीं। अब प्रश्न उठता है कि इस त्योहार से इतनी बड़ी प्राप्ति कैसे होती है? इसका उत्तर हमें इस त्योहार के अन्यान्य नामों से ही मिल जाता है। सचमुच भारत-भूमि की मर्यादायें और यहाँ की रस्में एक बहुत ही गहरे दर्शन को स्वयं में छिपाये हुए है। यह स्वयं में एक जागृति का प्रतीक है और एक महान संस्कृति का द्योतक है रक्षा बंधन को ‘विष तोड़क पर्व’ ‘पुण्य प्रदायक’ पर्व भी कहा जाता है, जो इसके अन्य- अन्य नाम हैं उससे यह सिद्ध होता है कि यह त्योहार रक्षा करने, पुण्य करने और विषय-विकारों की आदत को तोड़ने की प्रेरणा देने वाला त्योहार है।दूसरे शब्दों में कहें, अर्थ-बोध के बिना राखी मनाने की बजाय अब राखी के मर्म को समझकर इसे मानते हुए, वातावरण को बदलने की आवश्यकता है। तभी इसकी सार्थकता सिद्ध होगी।









मंगलवार, 29 अगस्त 2023

• नहीं रहे प्रखर माक्सवादी चिंतक और हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एम के शर्मा • समिति ने प्रो. शर्मा के निधन पर जताया शोक



•  नहीं रहे प्रखर माक्सवादी चिंतक और हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एम के शर्मा

•  समिति ने प्रो. शर्मा के निधन पर जताया शोक




हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग के विभागाध्यक्ष, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व राज्याध्यक्ष, राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला के चेयनपर्सन और प्रखर मार्क्सवादी चिंतक प्रो. एमके शर्मा नहीं रहे। मंगलवार की सुबह दिल्ली में उनका निधन हो गया। प्रो. शर्मा के निधन पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति और राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला ने गहरा शोक व्यक्त किया है। समिति के संस्थापक राज्याध्यक्ष और वर्तमान में संसाधन केन्द्र के चेयरपर्सन डॉ. कुलदीप सिंह तँवर ने कहा कि एमके शर्मा न केवल एके प्रगतिशील विचारक थे बल्कि एक अच्छे प्रेरक भी थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में हज़ारों युवाओं को प्रगतिशील विचारधारा से जोड़ा। डॉ. तँवर ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा उनके गुरू रहे और प्रो. शर्मा के मार्गदर्शन में ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। डॉ. तँवर ने कहा कि वन विभाग में नौकरी करते हुए ट्रेड युनियन का नेतृत्व करने और बाद में जन विज्ञान आन्दोलन में काम करते हुए प्रो. शर्मा का मार्गदर्शन लगातार उन्हें मिलता रहा। डॉ. तँवर ने प्रो. शर्मा का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। 

वहीं हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य सचिव जीयानन्द शर्मा ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा के निधन से जन विज्ञान आन्दोलन और प्रगतिशील आन्दोलन को गहरा धक्का पहुंचा है। उन्होंने कहा कि 2008-09 में प्रो. शर्मा हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्याध्यक्ष रहे।  

राज्य संसाधन केन्द्र के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश भूरेटा ने प्रो. शर्मा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके चेयरपर्सन रहते हुए राज्य संसाधन केन्द्र ने उनके मार्गदर्शन में देश भर में बेहतर प्रदर्शन किया और छोटा राज्य होने के बावजूद राज्य संसाधन केन्द्र शिमला देश भर में अव्वल रहा। 

शोक प्रकट करने वालों में हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र कपूर, समिति के पूर्व सचिव सज्यवान पुण्डीर शामिल रहे।






एस एफ आई राज्य कमेटी द्वारा शिमला के रिज मैदान पर रक्त दान शिविर आयोजित किया गया





 एस एफ आई राज्य कमेटी द्वारा शिमला के रिज मैदान पर रक्त दान शिविर आयोजित किया गया। 




एस एफ आई वैज्ञानिक , प्रग्रतिशील जनवादी संगठन होने के साथ- साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझता है। 


और हमेशा सामाजिक गतिविधियों और सामाजिक न्याय दिलाने के लिए अग्रिम पंक्ति में रहता है ।

 और अभी इस आपदा के दौर में अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए एस. एफ. आई. ने आपदा प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने की कोशिश की है ।

 वो चाहे राशन , वस्त्रों, किताबों के वितरण के माध्यम से की है । 

या अन्य सुविधाएं मुहैया करवा के की  हो ।


इसी कड़ी से जुड़ते हुए एस. एफ. आई. राज्य कमेटी ने आज शिमला के रिज मैदान पर रक्त दान शिविर का आयोजन किया ।

 ताकि बाकी रक्त के जरूरतमंद मरीजों को आसानी से रक्त मिल सके

और उनकी जिंदगियां बच  सके । क्योंकि ब्लड बैंक में रक्त की कमी के कारण बहुत सारे मरीजों ने अपनी जिंदगियां खोई है। 

आने वाले समय में रक्त की कमी के कोई अपनी जिंदगी ना खोए इसलिए यह शिविर 

 उन तमाम लोगो की याद में आयोजित किया  गया 

जिन्होंने हाल ही में आई भयंकर आपदा में अपनी जिंदगिया गवां दी है।

  व उन तमाम लोगों को याद करते हुए रक्त दान के शिविर के रूप में श्रद्धांजलि अर्पित की ।

जिसमे सायं 4 बजे तक 93 लोग रक्त दान कर चुके थे।  

एस एफ आई इस आपदा की घड़ी पूरे प्रदेशवासियों और प्रदेश के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी है। 

और आगे आने वाले समय में भी एस एफ प्रदेश व देश के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ी रहेगी । 





*एचपीयू की ई.सी. बैठक में छात्र संघ चुनाव जल्द बहाल करने की एनएसयूआई ने उठाई मांग* *शिक्षक व गैर शिक्षक भर्ती घोटालों की हो न्यायिक जांच : योगेश यादव* *आउटसोर्स भर्तियों को खारिज कर स्थाई कर्मचारी नियुक्त करें प्रशासन* *पूर्व कुलपति के बेटे का पीएचडी में फ़र्ज़ी दाखिला निरस्त करने की भी उठी मांग



*एचपीयू की ई.सी. बैठक में छात्र संघ चुनाव जल्द बहाल  करने की एनएसयूआई ने उठाई मांग*


*शिक्षक व गैर शिक्षक भर्ती घोटालों की हो न्यायिक जांच : योगेश यादव*


*आउटसोर्स भर्तियों को खारिज कर स्थाई कर्मचारी नियुक्त करें प्रशासन*


*पूर्व कुलपति के बेटे का पीएचडी में फ़र्ज़ी दाखिला निरस्त करने की भी उठी मांग*




आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद की बैठक से पूर्व एनएसयूआई के छात्रों के द्वारा  ईसी सदस्यों को छात्रों की विभिन्न माँगो को लेकर ज्ञापन दिया हुआ। एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा की भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने ईसी बैठक से पूर्व कुलपति कार्यालय के बाहर बैठक में शामिल होने के लिए जाने वाले सभी एग्जीक्यूटिव मेम्बरों को छात्रों की मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपे। एनएसयूआई के मांग पत्र में निम्न मांगों को प्रमुखता से रखा गया:

1. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय व इससे संबंधित सभी महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव जल्द से जल्द बहाल किए जाये । 

2. पूर्व कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार के समय में विश्वविद्यालय के अंदर की गई सभी शिक्षक व गैर शिक्षक भर्तियों के घोटालों की न्यायिक जांच की जाए।

3. पूर्व कुलपति सिकंदर कुमार सहित दो अन्य प्रोफेसरों के बच्चों की पीएचडी में जो दाख़िले यूजीसी के नियमों को दरकिनार करके किए गये है, उन्हें तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाये।

4. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आउटसोर्स कर्मचारियों का सेवा विस्तार रद्द कर जल्द स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए।

 5. ERP की खामियों को दूर कर इसके तंत्र को सुदृढ़ किया जाये। साथ ही प्रदेश के हर महाविद्यालय में छात्रों की सहायता के लिए ऑनलाइन रीड्रेसल पोर्टल की सुविधा उपलब्ध करवायी जाये ।

 6. पूर्व में ईसी द्वारा दो अलग विभागों में ग्रामीण विकास विषय में करवाई जा रही पीएचडी डिग्री के विवाद को सुलझाने के जो कमेटी बनाई गई है उसकी रिपोर्ट तुरंत प्रभाव से सार्वजनिक की जाए।


इन मांगों के अतिरिक्त एनएसयूआई के ज्ञापन में आजीवन शिक्षा विभाग से स्थानांतरित किये गए शिक्षक के रिक्त पद को पर्यावरण विज्ञान विभाग से मूल विभाग में वापिस लाने और वि.वि. परिसर मे खुले कामधेनु नेसकैफ़े सहित अन्य ढाबों पर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता को जांचने व उचित मूल्य निर्धारित करने की मांग भी रखी गयी। साथ ही लम्बे समय से चल रही कैंपस में नए छात्रावासों के शीघ्र निर्माण की मांग सहित बीसीए के 2009 के बाद वाले सभी छात्रों को डिग्री पूरी करने के लिए विशेष अवसर प्रदान करने संबंधी मांग भी एनएसयूआई छात्रों ने कार्यकारिणी सदस्यों के समक्ष उठाई। इस मौके पर छात्रों द्वारा अपनी मांगों को मनवाने व छात्रसंघ चुनावों की बहाली के लिए नारेबाजी भी की गई। एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा कि अगर जल्द से जल्द छात्रहित मे इन माँगो को पूरा नहीं किया गया तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी।





दलीप ठाकुर भाजपा संगठनात्मक जिला सुंदर नगर का जिला प्रवक्ता बनाया गए

 दलीप ठाकुर भाजपा संगठनात्मक जिला सुंदर नगर का जिला प्रवक्ता बनाया गए




सुंदर नगर।

मंडी जिला के तहत आने वाली विधानसभा क्षेत्र सुंदर नगर के सेरी कोठी निवासी दलीप ठाकुर भाजपा संगठनात्मक जिला सुंदर नगर का जिला प्रवक्ता बनाया गया है। इस पद पर नियुक्ति के लिए दलीप ठाकुर ने पूर्व सीएम जय राम ठाकुर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल सुंदर नगर के विधायक राकेश जम्बाल जिला अध्यक्ष हीरा लाल सहित पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया है। दलीप ठाकुर की जिला प्रवक्ता के रूप में ताजपोशी होने से उनके क्षेत्र में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी में खुशी की लहर है। दलीप ठाकुर का कहना है कि जिला प्रवक्ता के रूप में वह अपने पद का पूरी गरिमा के साथ निर्वहन करेंगे और जिस उम्मीद के साथ भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में उनके ऊपर विश्वास जिताया है। वह उसके ऊपर खरा उतरने के लिए दिन-रात एकजुट होकर पार्टी और संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे। गौर है कि इससे पहले दलीप ठाकुर जिला सचिव पंचायत समिति सदस्य और अपनी पंचायत में दो बार उप प्रधान के पद पर काम कर चुके हैं और वर्तमान में भी उप प्रधान के पद पर आसीन हैं। दलीप ठाकुर राजनीति में 2000 से सक्रिय भूमिका में है और उसके बाद आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा है । राजनीति के साथ-साथ ही वह प्रसिद्ध समाज सेवी भी है। समाज सेवक क्षेत्र में दलीप ठाकुर गरीब बेटियों की शादी करवाने में निरंतर सेवारत हैं और जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई करवाने के साथ-साथ ही उनकी संस्थान की फीस भी चुकता करने में सदैव अग्रणी भूमिका में रहे हैं और समाज सेवा से काम करने का यह सिलसिला निरंतर रूप से जारी है । उन्होंने अपने क्षेत्र में एकमात्र पंचायत को जोड़ने वाली सड़क को भी पूर्व में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्थानीय विधायक के सहयोग से पक्का करवाकर इलाके के जनता को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने में आगे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका निरंतर प्रयास है कि वह इलाके के विकास में तत्परता के साथ ग्रामीणों के सहयोग से आगे यूं ही निरंतर बढ़ते रहेंगे।





रविवार, 27 अगस्त 2023

*बाढ़ प्रभावित लोगो की मदद के लिए आगे आया हराबाग युवक मंडल*

 *बाढ़ प्रभावित लोगो की मदद के लिए आगे आया हराबाग युवक मंडल* 




यादविंद्र कुमार सुंदरनगर 


हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा के कारण त्रहिमाम कर रहा है हर तरफ़ भयंकर तबाही का मंजर देखने को मिला चाहे वो कुल्लू मनाली हो या कोई और ज़िला ! 

इस प्राकृतिक आपदा से कई लोग बेघर हो गए तो कई लोगो ने अपने खो दिए  


इसी बीच ज़िला मंडी के सुंदरनगर के गुगान गाँव में भी भारी नुक़सान देखने को मिला   बहुत से लोग बेघर हो गए तो कई लोगो ने अपने खो दिए 


इस गाँव के प्रभावित लोगो की मदद के लिए हाराबाग युवक मंडल के युवा साथी आगे आए और प्रभावित लोगो को राशन और अन्य सहायक मदद प्रदान कर रहे है 

युवक मंडल के प्रधान रिंकु ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में सबको आगे आना चाहिए और प्रभावित लोगो की मदद करनी चाहिए







*दिनेश गुप्ता जी को नृत्य साधक अवार्ड से किया सम्मानित*

 *दिनेश गुप्ता जी को नृत्य साधक अवार्ड से किया सम्मानित*





यादविंद्र कुमार सुंदर नगर: हिमाचल प्रदेश के प्रथम पुरुष कत्थक स्नातकोत्तर श्री दिनेश गुप्ता जी को नृत्य साधक अवार्ड से किया सम्मानित ग्रेट स्पोर्ट्स कल्चर क्लब अमृतसर में l

हिमाचल प्रदेश के प्रथम पुरुष कत्थक स्नातकोत्तर श्री दिनेश गुप्ता जी को अमृतसर की जानी-मानी संस्था ग्रेट स्पोर्ट्स कल्चर क्लब द्वारा नृत्य साधक अवार्ड से सम्मानित किया गया l यह अवार्ड पूरे भारतवर्ष में से 40 लोगों को अलग-अलग विद्या में दिया गया l श्री दिनेश गुप्ता जी को यह सम्मान कथक नृत्य की सेवा हेतु प्रदान किया गया l श्री दिनेश गुप्ता जी आजकल डीएवी पब्लिक को सकूल नगर में नृत्य शिक्षा के रूप में कार्यरत हैं, और कला क्षेत्र युवा मंडल संस्था का संचालन भी कर रहे हैं l श्री दिनेश गुप्ता जी को हिमाचल केसरी अवार्ड, महाराज सर चंद्र प्रकाश अवार्ड, हिम तरु अवार्ड , हिमाचल केसरी अवार्ड, गुरु शिष्य परंपरा अवार्ड, नेशनल बिल्डर अवार्ड ,स्वामी विवेकानंद अवार्ड  से भी नवाजा जा चुका है l






शनिवार, 26 अगस्त 2023

*प्राकृतिक आपदा में मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपए भेंट किए*

 *प्राकृतिक आपदा में मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपए भेंट किए*




यादविंद्र कुमार सुंदर नगर: प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति के उपाध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख एक हजार दो सौ पचहत्तर रुपए की छोटी सी भेंट दी । 

ब्रह्मदास चौहान ने कहा हिमाचल में प्राकृतिक आपदा ने इस बार जो कहर ढाया है वह शायद ही कभी हिमाचल ने सहा होगा। हिमाचल में इस बार हर और हाहाकार मचा है। यह हिमाचल के लिए बहुत ही कठिन समय चल रहा है। यह प्रकृति का निर्णय है जिसमें मानव शक्ति कुछ भी करने में अक्षम है। लेकिन इस मुश्किल की घड़ी में आप जिस साहस और हिम्मत के साथ जनता के साथ खड़े हैं तथा उनके दुःख में शरीक हो रहे हैं वह प्रशंसनीय है। आपकी हिम्मत और विश्वास लोगों में भी इस आपदा से लड़ने का जज्बा पैदा कर रहा है। आपदा राशि में आपके सौजन्य से हुई बढ़ोतरी आपकी दूरगामी सोच और जनता के साथ आपकी संवेदना का परिचय देती है। आप हिमाचल के वह मुख्यमंत्री हैं जो समाज के हर वर्ग के लिए एक बेहतर सोच रखते हैं। हिमाचल को मिला आप जैसा समृद्ध सोच रखने वाला मुख्यमंत्री आने वाले समय में इस हिमाचल की तस्वीर बदलेगा, इसका हमें पूरा भरोसा है।


उल्लेखनीय है कि जब से आपने मुख्यमंत्री पद संभाला है, आपके निर्णय हमेशा ही हिमाचल की जनता और हिमाचल के विकास के लिए प्रयासरत रहे हैं। इसके लिए हिमाचल की जनता आपका दिल से आभार व्यक्त करती है।  इस आपदा की घड़ी में मुख्यमंत्री राहत कोष' में मेरी ओर से भी एक लाख एक हजार दो सौ पचहत्तर रूपये (PNB ड्राफ्ट न०-474094, दिनांक-24-08-2023) की छोटी-सी भेंट स्वीकार करें। हम इस आपदा की घड़ी में आपके साथ हैं। हम सब मिलकर हिमाचल को एक नया हिमाचल बनाने में आपके हर निर्णय में आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे, यह मैं आपको पूरा भरोसा दिलाता हूं। आप यूं ही हिम्मत के साथ चलते रहें, यह हमें भी इस मुश्किल स्थिति से लड़ने का हौसला देता है।






कवि हरीश शर्मा, आकाश झुरिया व कुलदीप भार्गव होंगे जयपुर रत्न सम्मान से समानित

 कवि हरीश शर्मा, आकाश झुरिया व कुलदीप भार्गव होंगे जयपुर रत्न सम्मान से समानित




जयपुर -: शक्ति फिल्म फाउंडेशन की और से जयपुर में 2 सितंबर 2023 को आयोजित होने वाले जयपुर रत्न सम्मान समारोह 2023 में लक्ष्मणगढ़ के विख्यात कवि, बेटा पढ़ाओ- संस्कार सिखाओ अभियान के संयोजक, अध्यक्ष एवं युवा पत्रकार संघ के अध्यक्ष हरीश शर्मा, सह-संयोजक व युवा पत्रकार संघ के कोषाध्यक्ष आकाश झुरिया एवं अभियान के सक्रिय सदस्य व यूनियन डायरेक्टर ऑफ आरजे स्टेट बोर्ड अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं श्री श्याम सेवक परिवार संस्था के अध्यक्ष कुलदीप भार्गव को "जयपुर रत्न सम्मान 2023" से सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी शक्ति फिल्म फाउंडेशन की फाउंडर अंबालिका शास्त्री के द्वारा दी गई।





कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने केंद्र सरकार से प्रदेश को आपदा राज्य घोषित करने की मांग उठाई

 कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने केंद्र सरकार से प्रदेश को आपदा राज्य घोषित करने की मांग उठाई




यादविंद्र कुमार सुंदर नगर: मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद एवं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने केंद्र सरकार से प्रदेश को आपदा राज्य घोषित करने की मांग उठाई है। यह मांग उन्होंने आज नाचन विधानसभा क्षेत्र में बारिश से हुए नुकसान वाले इलाकों का दौरा करने के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान उठाई। प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं और उनकी मदद के बीना प्रदेश को इस आपदा से उभर पाना संभव नहीं है। ऐसे में केंद्र सरकार प्रदेश को आपदा राज्य घोषित करे और मदद मुहैया करवाए।







प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश के जो हालात हैं उनमें कौन किस तरह से मदद कर रहा है इसको लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस वक्त राजनीति से ऊपर उठकर आपदा प्रभावितों की मदद करने की जरूरत है वो मदद चाहे प्रदेश सरकार करे या फिर केंद्र सरकार या फिर कोई राजनैतिक दल। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश का दौरा किया है। इसके बाद उन्हें प्रदेश सरकार की सहायता के लिए अधिक से अधिक राशि मुहैया करवाई जानी चाहिए। प्रतिभा सिंह नेे कहा कि आज प्रदेश 10 हजार करोड़ के नुकसान को झेल रहा है और प्रदेश पहले ही कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। इसलिए केंद्र को प्रदेश की हरसंभव मदद करनी चाहिए।





नागरिकों के प्रति जिम्मेदारी की गहरी भावना से भरी है सुक्खू सरकार* *सुक्खू सरकार ने आपदा पीड़ितों को उपलब्ध कराई हेली सेवा, हेलीकॉप्टर से 2 गर्भवती महिलाओं को किया गया एयरलिफ्ट*

 *नागरिकों के प्रति जिम्मेदारी की गहरी भावना से भरी है सुक्खू सरकार*




*सुक्खू सरकार ने आपदा पीड़ितों को उपलब्ध कराई हेली सेवा, हेलीकॉप्टर से 2 गर्भवती महिलाओं को किया गया एयरलिफ्ट*



 

मंडी अजय सूर्या :- संकटग्रस्त लोगों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण और मानवीय सहायता के एक उल्लेखनीय उदाहरण में सरकार ने शनिवार को बाली चौकी उपमंडल के आपदाग्रस्त क्षेत्र खोलानाल की दो गर्भवती महिलाओं को एयरलिफ्ट कर जोनल अस्पताल मंडी पहुंचाया ।

- ये महिलाएं अपने परिवारों के साथ बीते कल से नगवाईं राहत शिविर में थीं। 

- मुख्यमन्त्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश के अनुपालन में जिला प्रशासन ने शनिवार सुबह करीब 8 बजे दोनों महिलाओं को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भुन्तर एयरपोर्ट से लिफ्ट कर मंडी अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें आवश्यक चिकित्सा देखभाल प्राप्त हो सकी। उनके पति भी उनके साथ रहे। 

--हिमाचल सरकार संकट के समय में केवल तत्काल राहत ही नहीं बल्कि समग्र दृष्टिकोण से प्रत्येक जीवन की सुरक्षा और स्वास्थ्य रक्षा पर ध्यान दे रही है। 

-- सुख की सरकार के राहत भरे कदम संवेदनशीलता भरे स्पर्श और  सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण से लोगों की सहायता तथा जन सेवा के प्रति समर्पण भाव से प्रेरित हैं ।।






शुक्रवार, 25 अगस्त 2023

हिमाचल एकता मंच राष्ट्रीय फाउंडेशन के बैनर तले ला दारचा मेला काजा में किया गया बेटियां स्माइल अवार्ड का आयोजन

 हिमाचल एकता मंच राष्ट्रीय फाउंडेशन के बैनर तले ला दारचा मेला काजा में किया गया बेटियां स्माइल अवार्ड का आयोजन




हिमाचल एकता मंच राष्ट्रीय फाउंडेशन के बैनर तले बेटियां फाउंडेशन लाइट ऑफ नेशन के सहयोग से स्पीति वैली के काजा में राज्यस्तरीय लादारचा मेला में बेटियां स्माइल अवार्ड का आयोजन किया गया । जिसमें लाहौल स्पीति के लोकप्रिय विधायक रवि ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे साथ ही राहुल जैन एडीसी काजा  विशेष अतिथि मौजूद रहे । आपको बता दे की हिमाचल एकता मंच द्वारा दुर्गम क्षेत्र स्पीति वैली के काजा की लगभग 30 महिलाएं व बेटियों को जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए हैं उन्हें विधायक रवि ठाकुर ने बेटियां स्माइल अवार्ड देकर सम्मानित किया । मंच के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष दीप लाल भारद्वाज ने बताया कि स्पीति वैली की स्पीति की  नोनी , तेंजिन डोलमा , सुजाता नेगी , कलजांग चुकित, रुचि धोना, के एम डेकिट डोलकर, तेंजिन डोलमा, पनमा डोलमा, मिस उर्मिल , कालजांग , जगछुप नॉर्जिन, सौभाग्य बेहेरा, अमिता छोर्गिया नेगी सहित 30 महिलाओं को सम्मानित किया गया । इस कार्यक्रम के दौरान मंच के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष दीप लाल भारद्वाज , लाहौल स्पीति प्रभारी सुमन कारपा , प्रदेश अनुसूचित जनजाति अध्यक्ष लारा छेरिंग, ब्लॉक नगर अध्यक्ष कृष्णा देवी व अन्य सदस्य उपस्थित रहे । आपको बता दे की इस से पहले भी मंच लगभग 150 से ज्यादा अवार्ड शो कर चुके है ।









ऐतिहासिक अखिल भारतीय मजदूर किसान संयुक्त सम्मेलन दिल्ली में आयोजित


ऐतिहासिक अखिल भारतीय मजदूर किसान संयुक्त सम्मेलन दिल्ली में आयोजित






*नई दिल्ली, 24 अगस्त 2023* - एकता और संकल्प के ऐतिहासिक प्रदर्शन में, आज नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अखिल भारतीय मजदूर किसान संयुक्त सम्मेलन आयोजित किया गया। यह सम्मेलन संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच, जो देश भर के किसानों और मजदूरों का प्रतिनिधित्व करता है, द्वारा बुलाया गया था।


सम्मेलन की शुरुआत 2014 के बाद से केंद्र सरकार द्वारा अपनाई गई आक्रामक कॉर्पोरेट-समर्थक नीतियों द्वारा उत्पन्न खतरनाक स्थिति को संबोधित करते हुए हुई। इन मजदूर-विरोधी, किसान-विरोधी, जन-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी नीतियों के परिणामस्वरूप राष्ट्र की अर्थव्यवस्था, एकता और अखंडता के लिए विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं।


सम्मेलन ने केंद्र सरकार की कॉर्पोरेट-समर्थक और किसान-विरोधी नीतियों के कारण भारत में कृषि संकट पर प्रकाश डाला, जिसके परिणामस्वरूप किसानों की आय में गिरावट आई है और ऋणग्रस्तता और आत्महत्याएं बढ़ रही हैं। सम्मेलन ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में 13 महीने के ऐतिहासिक संघर्ष को याद किया, जिसने दमन, दुषप्रचार, कठोर मौसम और कोविड महामारी सहित प्रतिकूल परिस्थितियों के खिलाफ किसानों के संकल्प को प्रदर्शित किया। सम्मेलन में यह नोट किया कि लिखित आश्वासन के बावजूद, केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और बिजली (संशोधन) विधेयक के संबंध में किसानों से की गई प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने में विफल रही है।


सम्मेलन ने बढ़ती बेरोजगारी, घटती रोजगार सुरक्षा और आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के साथ मजदूरों के मुद्दों को भी उठाया। नई श्रम संहिता के माध्यम से श्रमिकों के अधिकारों के क्षरण और कृषि और प्रवासी श्रमिकों, जिनके पास सामाजिक सुरक्षा नहीं है और जिन्हें गरीबी में धकेल दिया गया है, की बिगड़ती स्थिति पर भी प्रकाश डाला गया।


सम्मेलन ने सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों से लेकर शिक्षा और बैंकिंग तक क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली सरकार की निजीकरण नीतियों की कड़ी निंदा की। आम नागरिकों पर अधिक करों का बोझ डालने और सामाजिक कल्याण लाभों को कम करने के साथ-साथ कॉर्पोरेट को दी गई कर कटौती और ऋण माफी पर सवाल उठाए गए। राष्ट्र के संघीय ढांचे के क्षरण, विभाजनकारी सांप्रदायिक नीतियों और असहमति को दबाने के प्रयासों की निंदा की गई।


किसान आंदोलन, बिजली कर्मचारियों की एकजुट कार्रवाई और बीपीसीएल, सीईएल और इस्पात संयंत्रों में श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन जैसे संयुक्त संघर्षों की सफलता को याद करते हुए, सम्मेलन ने श्रमिक-विरोधी और किसान-विरोधी नीतियों को चुनौती देने के लिए समन्वय बढ़ाने का आह्वान किया। सम्मेलन का समापन मांगपत्र जारी करने के साथ हुआ, जिसमें एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित केंद्र सरकार द्वारा दिए गए लिखित आश्वासन को पुरा करने; पीएमएफबीवाई को वापस लेना और सभी फसलों के लिए एक व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र की फसल बीमा योजना को लागू करना, एक व्यापक कृषि ऋण माफी लागू करना, महंगाई को नियंत्रित करना और आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी हटाना; खाद्य सुरक्षा की गारंटी करना; शिक्षा और स्वास्थ्य तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना; राष्ट्रीय न्यूनतम वेतन लागू करना, निजीकरण और एनएमपी को समाप्त करना, सभी श्रमिकों के लिए व्यापक सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना, अति अमीर पर कर लगाना; कॉर्पोरेट कर बढ़ाना; संपत्ति कर और उत्तराधिकार कर आदि को फिर से लागू करना, जैसे मुद्दे शामिल थे।


सम्मेलन में राष्ट्रव्यापी कार्रवाई के आह्वान की भी घोषणा की गई, जिसमें 2021 में लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार की याद में 3 अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाना और 26 से 28 नवंबर तक प्रत्येक राज्य की राजधानी में राजभवन के सामने महापड़ाव का आयोजन करना शामिल है। दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 के लिए निर्धारित और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की भी योजना बनाई गई।


सम्मेलन देश के किसानों, श्रमिकों और मेहनतकश जनता से सरकार की विनाशकारी नीतियों के खिलाफ एकजुट होने और श्रमिकों, किसानों और आम लोगों के हितों की रक्षा करने के दृढ़ आह्वान के साथ संपन्न हुआ।





*एबीवीपी ने पीयू में 653 छात्रों की छात्र रैली कर मनाया एबीवीपी का अमृत महोत्सव।



*एबीवीपी ने पीयू में 653 छात्रों की छात्र रैली कर मनाया एबीवीपी का अमृत महोत्सव।*









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25 अगस्त 2023


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंजाब विश्वविद्यालय इकाई द्वारा विश्वविद्यालय परिसर के अंदर समाज और राष्ट्र की सेवा में एबीवीपी के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के लिए छात्र मार्च का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब विश्वविद्यालय के 653 विद्यार्थियों ने स्टूडेंट सेंटर पर एकत्रित होकर एबीवीपी की 75 साल की यात्रा का जश्न हर्षोल्लास व बड़ी धूमधाम से मनाया। इस छात्र मार्च के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पिछले 75 वर्षों में किए गए राष्ट्रहित, समाज हित, छात्र हितों के लिए किए गए कार्य, आंदोलन व विभिन्न गतिविधियों के बारे में वहां पर उपस्थित विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को बताया गया। इस कार्यक्रम के दौरान उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विजय प्रताप जी, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजन भंडारी एवं पंजाब प्रदेश मंत्री आदित्य तकियार विशेष रूप से उपस्थित रहे। 



इकाई अध्यक्ष रजत पुरी ने जानकारी देते हुए बताया की यह वर्ष विद्यार्थी परिषद का अमृत महोत्सवीय वर्ष है विद्यार्थी परिषद को समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हुए 75 साल हो चुके हैं। अगर पंजाब विश्वविद्यालय की ही बात करें तो पंजाब विश्वविद्यालय के अंदर विद्यार्थी परिषद ही एक ऐसा छात्र संगठन है जो पिछले काफी सालों से छात्रों की समस्यायों के लिए कार्य करता हुआ आ रहा है। विद्यार्थी परिषद छात्र संघ चुनाव आते ही सक्रिय नहीं हुआ। विद्यार्थी परिषद पूरे साल विश्वविद्यालय परिषद के अंदर सक्रिय था। विद्यार्थी परिषद ने पूरी साल हर एक दिन छात्रों को आने वाली समस्याओं को उठाया और उसे उचित समाधान तक पहुंचाने का कार्य भी किया। इसलिए हम बड़े गर्व के साथ कह सकते हैं कि विद्यार्थी परिषद पंजाब विश्वविद्यालय के अंदर एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो पूरी साल पंजाब विश्वविद्यालय के अंदर सक्रिय रहता है।


प्रदेश मंत्री आदित्य तकियार ने अपने भाषण के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि पंजाब विश्वविद्यालय के अंदर विद्यार्थी परिषद ही एक मात्र ऐसा छात्र संगठन है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों का एक समूह बना हुआ है। विद्यार्थी परिषद के अंदर पूरे भारतवर्ष का लघु दर्शन भी देखने को मिलता है।  प्रदेश मंत्री ने सभी छात्र समुदाय से यह आग्रह भी किया कि वे इस वर्ष विद्यार्थी परिषद को आने वाले छात्र संघ चुनावों में भारी बहुमत से विजय बनाएं। उन्होंने कहा कि आप सभी केवल जिताने के लिए ही वोट न करें बल्कि पंजाब विश्वविद्यालय में बदलाव के लिए वोट करें। यदि विद्यार्थी परिषद छात्र संघ चुनाव में जीतकर आती है तो विद्यार्थी परिषद पूरी प्राथमिकता के साथ पीयू के  अंदर आने वाली हर एक समस्याओं को हल करने के लिए हर समय, हर जगह तत्पर रहेगी। 


उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री विजय प्रताप जी ने अपने संबोधन के दौरान कहा की यह हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक दिन है कि हम सब मिलकर यहां पंजाब विश्वविद्यालय के अंदर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हम सभी बड़े सौभाग्यशाली है कि हम सभी को एक राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। भारत की आजादी के 2 साल बाद ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एक छात्र संगठन के रूप में पूरे देश भर में परिचित हुआ और तब से लेकर आज तक हर एक दिन राष्ट्रहित, समाज हित, और छात्र हित के लिए  कार्य कर रहा है। विद्यार्थी परिषद एक ऐसा छात्र संगठन है जिसकी अपना एक पंजीकरण और अपने सिद्धांत है। 1949 से लेकर आज तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने ही सिद्धांतों पर कार्य करता हुआ आ रहा है और आगे आने वाले समय में भी विद्यार्थी परिषद अपने ही सिद्धांतों पर कार्य करता रहेगा। विद्यार्थी परिषद भारत में ही नहीं अपितु विश्व भर के विभिन्न देशों में भी कार्य कर रहा है।


पंजाब विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सस्ती एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया करवाने हेतु प्रतिबद्ध है।





हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों के प्राचार्य छात्रसंघ चुनावों की बहाली के पक्ष में नहीं

हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों के प्राचार्य छात्रसंघ चुनावों की बहाली के पक्ष में नहीं 



समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कि हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों के प्राचार्य छात्रसंघ चुनावों की बहाली के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में नए शुरू हो चुके शैक्षणिक सत्र 2023-24 में भी प्रत्यक्ष छात्रसंघ चुनाव बहाल होने की संभावना नजर नहीं आ रही। बुधवार को एचपीयू में कुलपति प्रो. एसपी बसंल की अध्यक्षता में हुई बैठक में छात्रसंघ चुनावों को लेकर राय ली गई। बैठक में मौजूद और वर्चुअल मोड से जुड़े कॉलेज प्राचार्यों ने प्रत्यक्ष की जगह पहले की तरह अप्रत्यक्ष रूप से मेरिट आधार पर मनोनयन से एससीए गठन को लेकर अपनी राय रखी। कॉलेज प्राचार्यों ने तर्क दिया कि अप्रत्यक्ष चुनाव प्रक्रिया के लागू होने के बाद परिसरों में हिंसा की घटनाएं कम हुई हैं। प्राचार्यो द्वारा दी गई दलीलों की SFI राज्य कमेटी प्राचार्यों द्वारा दिये तर्कों की प्रेस विज्ञाप्ति के माध्यम से कड़े शव्दों में निंदा करती है तथा राज्य सरकार से अपील करती है कि छात्र संघ चुनावों को बहाल किया जाए।

*SFI राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि*  2014 में कांग्रेस सरकार के समय प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव बन्द हुए थे तथा आज 10 साल होने को हैं लेकिन अभी तक छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं हो रहे। छात्रों के पास अपनी मांगों को मजबूती से उठाने के लिए SCA ही एक मंच होता था जो सरकार द्वारा छात्रों से छीन लिया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में चुने हुए लगभग नुमाइंदे छात्र राजनीति से निकले हैं लेकिन आज छात्र संघ चुनावों को बहाल करने के लिए सरकार अपने कदम पीछे खींच रही है। अमित ने कहा कि अच्छे राजनेता कॉलेज विश्वविद्यालयों से निकलते हैं क्योंकि वह कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों से राजनीति सीखते थे तथा समाज के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।  इसलिए छात्र संघ चुनाव बहाल किये जाएं। उन्होंने कहा कि 2017 में भाजपा छात्र संघ चुनावों को बहाल करने के वादे के साथ सत्ता में आई थी लेकिन उन्होंने छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार किया तथा अपना वादा पूरा नहीं किया। लेकिन अब कांग्रेस सरकार भी इसी वादे को लेकर सत्ता में आई है इसलिए सुक्खू सरकार से भी गुजारिश है कि वादे को पूरा करते हुए छात्र संघ चुनाव बहाल किये जाएं


*राज्य अध्यक्ष रमन थारटा ने कहा कि*  "हिमाचल में जितनी भी छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है वह छात्र राजनीति के अभाव के बिना हो रहा है क्योंकि पहले यदि छात्रों पर कोई फैंसला लागू होता था उसमें SCA द्वारा चुने गए लोग भी भाग लेते थे तथा जो नीति छात्र विरोधी होती थी उसके ख़िलाफ़ वह चुने हुए लोग खड़े हो जाते थे जिससे कोई भी छात्र विरोधी नीति लागू नहीं हो पाती थी लेकिन आज छात्र संघ चुनावों के अभाव में प्रशासन हर वो नीति लागू कर रहा है जिससे शिक्षा का व्यापारीकरण, निजीकरण तथा भगवाकरण हो रहा है क्योंकि नीति निर्धारण के समय कोई भी छात्र प्रतिनिधि उस नीति निर्धारण कमेटी में नही होता है।

2014 के बाद रूसा , फीस वृद्धि जैसी नीतियां छात्रों पर थोंपी गई। आज विश्वविद्यालय में फर्जी प्रोफेसर भरे जा रहे हैं जिसका ख़ुलासा RTI के माध्यम से भी SFI ने किया है इसी के साथ विश्वविद्यालय में ERP जैसा सिस्टम थोंप कर छात्रों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है क्योंकि आज छात्रों के पास अपनी बात रखने के लिए कोई मजबूत मंच नहीं है। छात्र संघ चुनाव बन्द करके छात्र राजनीति को कमजोर किया गया वह छात्र राजनीति जो छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ती थी।"


इसलिए एसएफआई ये मांग करती है कि छात्र संघ चुनाव बहाल किये जाएं क्योंकि यदि प्राचार्य माहौल खराब होने का हवाला दे रहे हैं तो देश में भी तो हिंसाएं चुनावो के दौरान होती है इसलिए ये तर्कसंगत फैंसला नहीं है। एसएफआई ये मांग करती है कि 29 अगस्त को होने वाली EC की बैठक में छात्र संघ चुनाव बहाल करने का निर्णय लिया जाए ताकि छात्रों के जनवादी अधिकारों की रक्षा हो सके तथा छात्र विरोधी निर्णय के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल सकें। यदि 29 अगस्त के दिन EC की बैठक में छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं होते हैं तो SFI निर्णायक आंदोलन करेगी।





गुरुवार, 24 अगस्त 2023

श्रमिक कल्याण बोर्ड कार्यालय मंडी के बाहर प्रदर्शन, श्रम मंत्री को भेजा ज्ञापन बोर्ड के रुके लाभ जारी करने और मनरेगा की मज़दूरी बढ़ाने की उठायी मांग

 श्रमिक कल्याण बोर्ड कार्यालय मंडी के बाहर प्रदर्शन, श्रम मंत्री को भेजा ज्ञापन

बोर्ड के रुके लाभ जारी करने और मनरेगा की मज़दूरी बढ़ाने की उठायी मांग




मनरेगा और निर्माण मज़दूर यूनियन के राज्यव्यापी आह्वान पर आज श्रम कल्याण अधिकारी कार्यालय मंडी के बाहर सीटू से सबंधित निर्माण व मनरेगा मज़दूर यूनियन ने प्रदर्शन किया।जिसका नेतृत्व सीटू महासचिव राजेश शर्मा और निर्माण यूनियन के गोपेन्द्र शर्मा,सुरेश सरवाल और पुष्प राज ने किया।प्रदर्शन के बाद जिला श्रम कल्याण अधिकारी अनिल ठाकुर के माध्यम से श्रम मंत्री व बोर्ड के अध्यक्ष कर्नल धनी राम शांडिल को भेजा।राज्य सरकार को माँगपत्र भेजे गए।आज भेजे गए माँगपत्र में राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड से मज़दूरों को मिलने वाली सहायता और उन्हें बोर्ड के साथ पंजीकृत करने के काम को वर्त्तमान सुखू सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन यानी 12 दिसम्बर 2022 से रोक दिया है जिसे अभी तक भी बहाल नहीं किया गया है।बोर्ड में पिछले तीन साल की 50 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता रोक दी है जिसमें मज़दूरों के बच्चों को मिलने वाली छात्रवृति, विवाह शादी, चिकित्सा, प्रसूति, अपंगता, मृत्यु व पेंशन इत्यादि के रूप में मिलने वाली सहायता राशी शामिल है।यही नहीं सरकार ने बोर्ड के साथ पंजीकरण कराने के लिए मज़दूरों को सेस-उपकर जमा कराने की शर्त लगा दी है और अब किसी भी मज़दूर का पंजीकरण नहीं हो रहा है।यूनियन के राज्य उपाध्यक्ष राजेश शर्मा ने इसे सुखू सरकार का मज़दूर विरोधी फैसला बताया है और जब एक तरफ़ में प्रदेश में आई आपदा के  मज़दूरों को आर्थिक रूप में तंगी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन उसी समय सरकार ने जो मज़दूरों को सहायता मिलती भी थी वह भी बन्द कर दी है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मार्च माह में पारित बजट में मनरेगा मज़दूरों को दिहाड़ी 212 से बढ़ाकर 240 की घोषणा की थी जो चार महीने बीत जाने के बाद भी लागू नहीं कि गयी है और अब दो दिन पहले हुई कैबिनेट बैठक में फ़िर से यही घोषणा की गई है।यहीं नहीं सरकार ने अभी तक मनरेगा के लिए इस साल अपना शेयर जारी नहीं किया है और मजदूरों को वर्तमान में 198 रु दिहाड़ी मिल रही है।मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है।कहने के लिए सरकार ने जुलाई माह में हुई भारी बारिश के कारण घरों के आसपास डंगे लगाने के लिए भी मनरेगा योजना में कार्य करने के लिए घोषणा की थी लेकिन उस पर भी अमल नहीं हो रहा है।उसके बाद अगस्त माह में फिर से भारी बारिश हुई है और बहुत ज्यादा नुक़सान हुआ है लेकिन इसकी भरपाई व मदद जो कुछ मनरेगा योजना के तहत की जा सकती है वह भी नहीं हो रही है।इसलिए यूनियन ने आज भेजे ज्ञापन में सरकार को एक माह के भीतर बोर्ड के रुके लाभ जारी करने औऱ पंजीकरण प्रक्रिया बहाल करने और मनरेगा में काम तथा घोषित दिहाड़ी 240 रु अप्रैल माह से जारी करने की मांग की है अन्यथा यूनियन सितंबर माह में इसके लिए ज़िला व खण्ड स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी।







एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था ने चंद्रयान 3 के सफलतापूर्वक लैंड करने पर भारत माता की जयकारों के साथ आतिशबाजी कर मिष्ठान वितरण किया

 एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था ने चंद्रयान 3 के सफलतापूर्वक लैंड करने पर भारत माता की जयकारों के साथ आतिशबाजी कर मिष्ठान वितरण किया





हल्द्वानी अजय सूर्या :- एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू कोषाध्यक्ष बलराम हालदार के नेतृत्व में संस्था के माध्यम से चंद्रयान 3 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड करने पर संस्था पदाधिकारियों ने हल्द्वानी पटेल चौक में भारत माता की जयकारों के साथ आतिशबाजी कर मिष्ठान वितरण कर भारत की ऐतिहासिक सफलता के लिए इसरो के वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त कर शुभकामनाएं दी



इस दौरान एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू मार्गदर्शक विनीत अग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि भगवान के आशीर्वाद से भारत सरकार के प्रोत्साहन से और हमारे वैज्ञानिकों के त्याग तपस्या दृढ़ संकल्प समर्पण शक्ति के साथ भारत ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को चंद्रयान तीन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग कर अंतरिक्ष की यात्रा में एक नए स्वर्णिम अध्याय लिखकर आगे बढ़े और आज हमारा चंद्रयान तीन ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को भारत माता की जयकारों के साथ पूरा किया है और इस ऐतिहासिक सफलता को भारत ने प्राप्त कर विश्व के पटल पर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर यह सिद्ध कर दिया है कि अब भारत किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेगा और बहुत ही जल्द हमारा भारत देश विश्वगुरु बनेगा



इस दौरान मिष्ठान वितरण करने में संस्था संरक्षक रुपेन्द्र नागर अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू उपाध्यक्ष लोकेश कुमार साहू सचिव नन्दकिशोर आर्या कोषाध्यक्ष बलराम हालदार मार्गदर्शक विनीता अग्रवाल प्रमोद अग्निहोत्री हेमन्त कुमार साहू गोविन्द बगड़वाल विजय गुप्ता हितेश पाण्डेय संदीप गुप्ता पूजा लटवाल प्रीति आर्या राजेश साहू नामित पार्षद देवेश अग्रवाल रेनू टंडन लता बोरा कल्पना रावत बरखा शर्मा रिंकी गुप्ता कनक चन्द नीतू रौतेला पूजा जोशी भावना बिष्ट ममता देवल ममता रावत यशिका सिंह धर्म कुमारी रितिक साहू रवि गुप्ता अरविन्द कुमार शिवम शर्मा विनोद जायसवाल जानकी कश्यप नन्दकिशोर आर्या मनीष साहू गिरीश चन्द्र लोहानी आरपी सिंह राकेश बेलवाल सूरज श्रीवास्तव विशाल सक्सेना मनोज बिष्ट राहुल श्रीवास्तव नीरज सागर प्रवेश देवल मोहन सागर सूरज मिस्त्री राजेश साहू उमेश गुप्ता सुमित केसरवानी रितिक साहू संदीप यादव सुशील राय अमित बंसल नरेश जैन सत्यवीर कुमार दौलत सिंह सैनी जुगनू सागर शैफली जयसवाल कोमल गर्ग निधि सिंह अंशिका साहू जया जोशी सुनीता तिवारी सुमन सिंह अंजली कुमारी नेहा सिंह प्रगति राठौर अनीता कुमारी राधिका शर्मा अमन कुमार पन्नालाल साहू रोहित भंडारी अमित गोस्वामी मोहित यादव आकाश कश्यप प्रभाकर आर्या अशोक कुमार वाल्मीकि रोहतास प्रजापति मुकेश बिष्ट निलेश गुप्ता अजय साहू सूरज कुम्हार रोहित देव दीपक कुमार विजय सिंह रजत दिवाकर कमलेश आर्या अतुल गांधी अमरजीत सिंह अरुण अधिकारी एम के शर्मा पंकज कुमार अमर डंगवाल नीरज टंडन नेत्रपाल संजय कुमार आदि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे