शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022

धर्मपुर में मंत्री पुत्र किस हैसियत में विकास कार्यों की गुणवत्ता जांच रहा है औऱ इस बहाने कर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग

 धर्मपुर में मंत्री पुत्र किस हैसियत में विकास कार्यों की गुणवत्ता जांच रहा है औऱ इस बहाने कर  सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग


BHK NEWS HIMACHAL

 मुख्यमंत्री में दम है तो मंत्री पुत्र के लिए सरकारी पैसा फूंक रहे अफसरों पर करायें एफआईआर-भूपेंद्र


मंत्री का पुत्र होना कोई काबलियत नहीं है और न ही वह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर सकता है। लेकिन धर्मपुर में जो राजनीतिक ड्रामा चल रहा है उसमें तथाकथित ईमानदार मुख्यमंत्री बताएं कि किस आधार पर एक मंत्री का पुत्र आईपीएच की गाड़ी लेकर सरकारी कार्यक्रमों की अध्यक्षता कर रहा है।किसान नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने  आरोप लगाया है कि भाजपा जयराम को ईमानदार मुख्यमंत्री का मुखौटा लगाकर भ्र्ष्टाचार में लिप्त है।तथाकथित ईमानदार मुख्यमंत्री की शह पर ही मंत्री का बेटा धर्मपुर में अपनी नेतागिरी चमका रहा है।वह एक वार्ड मेंबर का चुनाव नहीं जीत पाया है उसकी काबलियत केवल इतनी है कि वह मंत्री का पुत्र है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री महेंद्र सिंह की कठपुतली बन चुके हैं अगर वह इतने ईमानदार हैं तो मंत्री पुत्र की नेतागिरी चमकाने में  जनता के खून पसीने की कमाई उड़ा रहे अफसरों पर एफआईआर दर्ज करायें।उन्होंने आरोप लगाया कि ईमानदारी का बस मुखौटा लगा है जबकि  उन्ही के इशारे पर जनता की कमाई मंत्री के पुत्र रजत को नेता बनाने के लिए उड़ाई जा रही है। अगर दम है तो मुख्यमंत्री प्रैस कान्फ्रेंस करके जनता को बताएं कि उन्होंने किस उद्देश्य को पूरा करने के लिए रजत को आईपीएच की लग्जरी कार में सरकारी कार्यक्रमों  की अध्यक्षता कराई जा रही है और अफसर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग उस व्यक्ति के लिए कर रहे हैं जो किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं है।उन्होंने कहा कि पाप का घड़ा भर चुका है और धर्मपुर की जनता  परिवारवाद को खत्म करके ही दम लेगी।विकास कार्यों के लिए आये पैसे को मंत्री के सगे संबधी और चमचे दिल खोल कर लूट रहे हैं।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले कुछ समय में मंत्री का बेटा कहीं उज्वला योजना के तहत रसोई गैस के चूल्हे वितरित करता है तो कहीं पर कृषि और बागवानी विभाग के कार्यक्रमों में मुख्यथि बनाया जा रहा है।स्कूलों में हो रहे समारोहों में भी मंत्री का बेटा ही अपने पिता के स्थान पर चीफ़ गेस्ट होता है।यही नहीं पिछले दिनों मंत्री पुत्र ने चुने हुए ग्राम पंचायतों के प्रधानों की समीक्षा बैठक बुलाकर विकास कार्यों की समीक्षा की।यही नहीं धर्मपुर में कृषि, बागवानी,जलशक्ति व अन्य विभागों से जो सहायता प्रदान की जाती है उसके लिए भी इन्हीं की सिफ़ारिश पर लाभार्थियों को सहायता प्रदान की जाती है।यही नहीं ग्राम पंचायतों में विधायक निधि से सौर ऊर्जा की लाईटें भी इन्ही के चिट पर आवंटित होती है।मंत्री पुत्र विधायक निधि से महिला मंडलों औऱ स्कूलों को सहायता राशी की भी ये ही स्वीकृत कर रहे हैं।कई जगह वे विकास कार्यों का भूमि पूजन औऱ लोकार्पण भी कर रहे हैं।आजकल महिला मंडलों के सम्मान समारोह आयोजित किये जा रहे हैं जिसमें उन्हें भावी उम्मीदवार घोषित करने का काम किया जा रहा है।गत सप्ताह संधोल में आयोजित महिला मंडल सम्मान समारोह में  मंत्री की उपस्थिति में उन्हें अगला उमीदवार घोषित कर दिया गया और पिछले कल स्योह में भी यही प्रक्रिया दोहराई गई।इन समारोहों में उनके साथ जलशक्ति और लोकनिर्माण विभाग के सभी ठेकेदार साथ होते हैं जो उन्हें कंधे पर उठाकर उनके नारे लगाते हैं।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मंत्री के बेटे के प्रचार में उनका आई टी सैल पूरी तरह से जुट गया है जो हर रोज़ उन्हें प्रचारित करने में लगा रहता है।सबसे मजेदार बात तो ये है कि फेसबुक पेज़ पर जो भाषा मंत्री के लिए लिखी जाती थी वही भाषा उनके पुत्र के पेज़ पर लिखी जा रही है।इतना ही नहीं मंत्री के बेटे द्धारा चुने हुए ज़िला पार्षदों के अधिकारक्षेत्र में भी दख़ल दिया जा रहा है।यहां से जीते तीन भाजपा से जुड़े ज़िला पार्षदों में से दो तो मंत्री पुत्र के लिए फूलमालाएं और गुलदस्ते भेंट करने के लिए तैनात रहते हैं और तीसरी पार्षद जो मंत्री की बेटी है और भाजपा महिला मोर्चा के राज्य महासचिव है साथ ही महिला एवं सामाजिक न्याय विभाग की राज्य स्तरीय कमेटी की सदस्य है उसे भी साईड लाईन किया जा रहा है और जब वे यहां से बाहर होतीं है तब उनके गरयोह ज़िला परिषद वार्ड में भी मंत्री का बेटा अधिकारियों पर दबाब डाल कर कोई न कोई समारोह औऱ कार्यक्रम आयोजित करवा देता है और उसमें मुख्यथि बन जाता है।हालांकि मंत्री की बेटी चुनी हुई ज़िला पार्षद है और सरकारी महकमें की भी मेंबर है तो उसको भी अलग थलग करने का काम हो रहा है।कुल मिलाकर धर्मपुर में जलशक्ति मंत्री ने सारे नियम कायदों को पैर तले रौंदते हुए अपने बेटे को अपनी विरासत सौंपने की कबायत शुरू कर दी है लेकिन मुख्यमंत्री मौनी बाबा बने हुए हैं और धर्मपुर में मंत्री के बेटे की सभी प्रकार की नाजायज दखलंदाजी औऱ गैर कानूनी हस्तक्षेप को पूरा सरंक्षण दे रहे हैं जिसका खामियाजा उन्हें केवल धर्मपुर में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में भुगतना पड़ेगा।



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