सफ़ाई मजदूरों ने सीटू के बैनर तले मंडी में किया प्रदर्शन
रैगुलर करने के लिए नीति बनाने की उठाई मांग
मंडी नगर निगम क्षेत्र में काम करने वाले दो सौ से अधिक सफ़ाई मजदूरों ने सीटू के बैनर तले आज अपनी मांगों के लिए मंडी में प्रदर्शन किया।जिसका नेतृत्व सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह महासचिव राजेश शर्मा के अलावा यूनियन की प्रधान नीना उपप्रधान कौशल्या सचिव राकेश कुमार,अमर सिंह,भगत राम,चेतन कुमार, रमेश कुमार मणि देवी,कमला देवी,संगीता, रीना, नर्वदा देवी इत्यादि ने किया।सफ़ाई मजदूरों ने सेरी चाननी से नगर निगम ऑफिस तक रैली निकाली और निगम की मेयर और कमीश्नर को मांगपत्र सौंपे।सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि नगर निगम मंडी शहरी आजीविका मिशन के तहत मनरेगा की तर्ज़ पर 120 दिनों का रोज़गार देने की योजना लागू कर रही है जिसके चलते वे सफ़ाई का काम भी इसी योजना के तहत करवाना चाहती है लेकिन ऐसा करने से मज़दूरों को एक साल में केवल 120 दिनों का ही रोज़गार मिलेगा।यूनियन ने सफ़ाई के काम को इस योजना के तहत करवाने औऱ 120दिनों के बाद मज़दूरों की छंटनी का विरोध किया।उन्होंने कहा कि सफ़ाई के काम में लगे मज़दूर पिछले दस पन्द्रह सालों से काम कर रहे हैं जिससे वे अपना व अपने परिवार का गुजारा करते हैं तो उनको अब केवल 120 दिनों का ही रोज़गार मिलेगा जिसका यूनियन ने विरोध किया और पूरा साल काम देने की मांग की है।यूनियन ने सभी आउटसोर्स मजदूरों को रैगुलर करने के लिए पालसी बनाने की मांग की है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप न्यून्तम वेतन 18 हज़ार रुपये मासिक देने की भी मांग की है।इसके अलावा सभी मज़दूरों को पहचान पत्र दिये जायें और उन्हें सुरक्षा उपकरण व वस्त्र भी दिये जायें जिसके तहत साल में दो बर्दियाँ, जूते,गल्वज, मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि उपलब्ध कराने तथा साप्ताहिक अवकाश देने की भी मांग की गई।मांगपत्र के बारे नगर निगम के आयुक्त ने कहा कि सफ़ाई मज़दूरों की छंटनी नहीं कि जाएगी और केवल इन्हें आजीविका मिशन से प्राप्त बजट में से 120 दिनों का वेतन अदा किया जाएगा और शेष अदायगी नगर निगम अपने बजट में से करेगी।
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