EC मीटिंग में प्रोफेसर की एडवर्टाइज सीट को शिफ्ट करने को लेकर हुए निर्णय का विरोध किया
एसएफआई ने 21 फरवरी 2022 को हुई EC मीटिंग में प्रोफेसर की एडवर्टाइज सीट को शिफ्ट करने को लेकर हुए निर्णय का विरोध किया। विश्वविद्यालय में पिछले 2 साल से चल रही भर्ती प्रक्रिया सवालों के घेरे में रही है तथा आरएसएस बीजेपी के लोगों को मेरिट दरकिनार कर प्रदेश सरकार के इशारे पर विश्वविद्यालय में भर्ती किया गया है। 30 दिसंबर 2019 को 2 सीटें बायोटेक्नोलॉजी विभाग के लिए एडवर्टाइज की गई थी व 7 दिसंबर 2020 को एक सीट फिजिकल एजुकेशन विभाग के लिए एडवर्टाइज की गई थी।
लेकिन इस प्रक्रिया को 2 साल बाद 21 फरवरी 2022 को बायोटेक्नोलॉजी विभाग में एडवर्टाइज की गई 2 सीटों में से 1 सीट को फिजिकल एजुकेशन विभाग के लिए शिफ्ट कर दिया गया है। इसी प्रकार एक सीट जो कंप्यूटर साइंस विभाग के लिए एडवर्टाइज की गई थी उसे यूआईआईटी के लिए शिफ्ट किया गया है।
तथा एक सीट सीट को Life long learning के लिए इस एडवर्टाइज की गई थी उसे एनवायरमेंट साइंस के लिए शिफ्ट किया गया है। इससे साफ तौर पर साफ होता है कि विश्वविद्यालय ordinance को ताक पर रखकर बी जे पी और आर एस एस के चहेतों को विश्वविद्यालय में भर्ती किया जा रहा है जो पूरी तरह से गैर कानूनी है। क्योंकि एडवर्टाइज सीट्स को आवेदन के लिए Equal opportunity का मौका नहीं दिया गया है। 18 फरवरी से यह भर्ती शुरू होने वाली है इसका एसएफआई पूरी तरह विरोध करती है यदि यह भर्तियां करवाई गई तो इसके विरोध में SFI विश्वविद्यालय में उग्र आंदोलन करेगी तथा इस मामले को लेकर कोर्ट भी जाएगी।
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