नौलखा ईंट भट्ठा मालिक और ग्रामीणों के बीच प्रदूषण पर मीटिंग।
सुंदरनगर उपमंडल की चौक पंचायत में स्थित नौलखा पाल इंडस्ट्रीज जो तीस साल से हिमाचल के प्राकृतिक वातावरण को प्रदूषित करने का काम कर रही है। इसके प्रवासी मालिक सुनील कुमार घई एवं उसके मैनेजर कर्म सिंह जो मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले है। यहां की मिट्टी का खनन कर,उसे खरबों रुपए में बेचा है। यहां के स्थानीय लोगों को ठग कर कौड़ियों के भाव यह मिट्टी खरीदी। यह बाहरी ठेकेदार देवभूमि के लोगों को दस हजार से ग्यारह हजार रुपए में एक हजार ईंट बेचकर मनमाने दाम वसूल कर चांदी कूटते आ रहे है। स्थानीय लोगों की जमीन,और रोजगार प्रवासियों को देकर यह स्थानीय ग्रामीणों को आज तक ठेंगा दिखाते हुए भी नजर आए है।उक्त दोनों के बीच प्रदूषण और धूल कणों के विषय पर ग्रामीणों के साथ मीटिंग हुई। इस मीटिंग में भट्ठा मालिक सुनील कुमार घई ने कहा कि,इस प्रदूषण के फैलाव का क्रम इसी तरह से जारी रहेगा,क्योंकि जब मैंने भट्ठा स्थापित किया था उस वक्त इसके इर्द गिर्द आबादी नही थी,अब आबादी बढ़ गई तो इसमें मेरा कोई कसूर नहीं है। ज्ञात रहे इस इंडस्ट्रीज में कच्ची मिट्टी की ईंटों को पकाने के लिए ईंधन के तौर पर कोयला,लकड़ी,जला हुआ गाड़ी का काला तेल रात दिन इस पहाड़ी प्रदेश के शांत सुरम्य वातावरण को दूषित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। नियमों को ताक पर रखते हुए,यह भट्ठा बहुतायत मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड,कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर जैसी विषैली गैसों का उत्सर्जन का कार्य कर स्थानीय ग्रामीणों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है। आज से पच्चीस साल पूर्व भी सभी ग्रामीण इस प्रदूषण और ईंट भट्ठे को बंद करवाने के लिए लामबंद हुए थे,उस वक्त इन प्रवासी मालिकों ने ग्राम वासियों की एक भी बात नहीं सुनी और लालच वश अपना कार्य करते रहे। सौहार्दपूर्ण मंच के माध्यम से इन्हे दर्जनों बार इस प्रदूषण को बंद करने की भी चेतावनी दी लेकिन कोई भी सकारात्मक परिणाम परिलक्षित नहीं हुए। लंबी दूरी से मिट्टी,रतीले बालू को खुले टिपरों में भरकर उससे उड़ने वाले कणों और धूल से यह लोगों की आंखों के लिए घातक सिद्ध हुआ है। इस बात को अब मंगलवार को महादेव के ग्राम सुधार समिति के अध्यक्ष पूर्व के पंचायत के प्रतिनिधि दौलत राम कि अगुआई में दो पंचायतों के लोग इस प्रदूषण की जड़ को पूर्ण रूप से हमेशा के लिए बंद करने हेतु एकजुट हुए मालिक फिर इस जनसभा में उपस्थित न होकर लगभग आठवीं बार इन मुद्दों पर बात करने से बचते नजर आए है।उन्होंने कहा कि,स्थानीय ग्रामीण अब इस ईट भट्ठा को बंद करने के विचार में आ गए है। एचआरटीसी के पूर्व में रहे प्रदेशाध्यक्ष हिम्मत सिंह ने कहा कि दो दिन के भीतर इस ईंट भट्ठे के कार्य को पूर्ण रूप से महाजन आंदोलन करके अवरुद्ध किया जाएगा उन्होंने आगे कहा कि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,प्रशासन,डी.सी मंडी,सीएम सभी को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएगा। सभी ग्रामीणों ने इस पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है,इस मौके पर यादवेंद्र ठाकुर,दौलत ठाकुर,भानु प्रताप सिंह, यशु परमार,शिवा चंदेल,सीता राम,राम सिंह,समाजसेवी चमन ठाकुर,सेवानिवृत प्रिंसिपल टेक चंद ठाकुर,गौरी देवी,अंकुश, सीता राम ठाकुर,तीन दर्जन से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे।
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