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*हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला एक बार फिर प्रश्नों के घेरे में: अविनाश* *विश्वविद्यालय में सामान्य विषय की परीक्षा में को नहीं बताया गया सिटिंग प्लेन : अभाविप* *विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों को परीक्षा से पहले मानसिक रूप से किया प्रताड़ित : अविनाश*



*हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला एक बार फिर प्रश्नों के घेरे में: अविनाश*


*विश्वविद्यालय में सामान्य विषय की परीक्षा में को नहीं बताया गया सिटिंग प्लेन : अभाविप*


*विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों को परीक्षा से पहले मानसिक रूप से किया प्रताड़ित : अविनाश*






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*तिथि : 29/06/2024*



    

  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल  प्रदेश विश्वविद्यालय  इकाई मंत्री अविनाश ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए सुझावों के साथ साथ आम छात्रों की आवाज उठाने में सक्रिय भूमिका निभाता है। इसी के संदर्भ में आज विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ईकाई ने  कहा की विश्वविद्यालय में परीक्षाएं चली हैं और विश्वविद्यालय के  परीक्षा संचालन शाखा की  आए दिन अनेक खामियां देखने को मिल रही हैं, मुख्य परीक्षा नियंत्रक भी इस विषय पर कोई सुध नहीं लेते।


आज भी विश्वविद्यालय में  जेनरिक विषय की परीक्षा थी जिसमे लगभग 500 से 550 तक छात्रों ने भाग लिया। परंतु परीक्षा से पूर्व जब परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में पहुंच कर अपने रोल नंबर को ढूंढते हैं तो अधिकतर छात्रों के रोल नंबर उस सूची में नहीं दिए गए थे परीक्षा से ठीक पहले छात्रों को इस प्रकार की मानसिक प्रताड़ना से छात्रों में परेशानी देखने को मिली ऐसी स्थिति में छात्र अपने परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया होगा ।


ऐसे समय में परीक्षा संचालन शाखा के अधिकारियों और मुख्य परीक्षा नियंत्रक प्रश्नों के घेरे में आ खड़े हुए हैं , विश्वविद्यालय में पीछले दिनों प्रवेश परीक्षा भी करवाई गई। लेकिन उन में भी ऐसी अनेक गलतियां विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की गई । हम सभी के ध्यान में है की पीएचडी एंट्रेंस परीक्षा में छात्र परीक्षा देने से वंचित रहे उसमे भी परीक्षा नियंत्रक और परीक्षा संचालन शाखा की मन मानी के कारण अनेक छात्रों को प्रताड़ित किया गया।


कभी कभी तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे की विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य को संवारने नही बल्कि छात्रों को प्रताड़ित करने के लिए ही बनाया गया है। प्रशासनिक अधिकारी छात्रों को प्रताड़ित करने से बिलकुल भी पीछे नहीं रहते । परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पूर्व 200 से अधिक छात्रों को तुरंत प्रभाव से बिना सिटिंग प्लेन के दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया ।

छात्र संगठनों की आवाज दबाने और अपनी खामियों को छुपाने के लिए प्रशासन अखबारों में तो बड़े बड़े प्रेस विज्ञप्ति जारी करने पीछे नहीं रहता लेकिन धरातल पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कार्य अति निंदनीय है


आए दिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परीक्षाओं में धांधलियां, परिणामों में अनेक अनियमितायों जैसे अनेक गड़बड़ियों में संलिप्त पाया जाता है , एक तरफ छात्र अपनी सिटिंग प्लेन के लिए परेशान थे तो वही दूसरी ओर सेवानिवृत हुए प्रशानिक कर्मचारियों और अधिकारियों के कार्यक्रमों में झूमे हुए थे । 


वहीं बात करें तो विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन परीक्षाओं के समय में ही करता है जिस से विश्वविद्यालय में शिक्षा के स्थान पर नाच गाने को जायदा महत्व दिया जाने लगा है। यूजीसी नेट परीक्षा के एक दिन पहले जहा छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे वही विश्वविद्यालय में पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिससे विश्वविद्यालय में ढोल नगाड़े के छोर से छात्र परेशान रहे , विश्वविद्यालय के अधिकतर अधिकारी आज भी अपने कार्यालयों में न हो कर कर अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा बने हुए थे जिस से छात्रों के लिए उस समय पर प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया गया जिस से अनेक छात्र आपने परीक्षा केंद्र पर समय से नही पहुंच पाए।


विश्वविद्यालय ने छात्रों के दो एडमिट कार्ड किए जारी, विश्वविद्यालय  प्रशासन ने एक ही कोर्स की परीक्षा तिथि पत्र दो बार जारी कर के परीक्षा केंद्र में किए थे बदलाव जिस कारण से छात्रों को परीक्षा की सही रूप से जानकारी प्राप्त नहीं हुई जिस से छात्रों को  परीक्षा के समय परेशान किया गया।


विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की प्रशासनिक कार्यप्रणाली की कड़े शब्दों में निंदा करती है ,ईकाई मंत्री अविनाश ने विश्वविद्यालय की प्रशासनिक कार्य प्रणाली पर प्रशन खड़े करते हुए कहा की भविष्य में यदि ऐसी गड़बड़ियां देखने को मिली तो प्रशासन के खिलाफ विद्यार्थी परिषद उग्र संज्ञान लेने से कोई गुरहेज नही करेगी। 











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