*छात्र मांगो को लेकर एस एस आई का प्रदर्शन*
एस एफ आई के द्वारा आज पिंक पेटल पर धरना प्रदर्शन किया गया जो छात्र मांगो को लेकर था छात्र लगातार प्रशाशन को लाइब्रेरी के जनरल सेक्शन को 24 घंटे खुले रखने की मांग कर रही है और साथ ही सर्दियां शुरू हो चुकी है लेकिन अभी तक सेंट्रल हीटिंग सिस्टम को लाइब्रेरी में नहीं लगाया है यूनिवर्सिटी ने उसके लिए लाखों का खर्चा कर लिया है पर अभी तक उसको नहीं लगाया गया है ।
एस एफ आई की ओर से बात करते हुए इकाई सचिवालय सदस्य रिंकू ने कहा कि विश्विद्यालय को बने हुए 55 वर्ष से अधिक का समय हो गया है लेकिन आज भी विश्विद्यालय के छात्रावासों में छात्रों को मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है आज भी छात्रों को हॉस्टल के लिए लड़ना पड़ रहा। हॉस्टल की मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
धरने प्रदर्शन में आगे बात रखते हुए कैंपस सह सचिव नावेद ने कहा कि विश्विद्यालय प्रशासन इतना निकम्मा हो गया है कि विश्विद्यालय प्रशासन छात्रों की मांगों को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है इसके अंदर नावेद ने कहा कि विश्विद्यालय प्रशासन इतना निकम्मा है कि बीते 2 से 3 महीने पहले प्रशासन के द्वारा छात्रों के एक छात्रावास को बंद किया गया था उस छात्रावास में भौगोलिक सर्वेक्षण होना था लेकिन विश्वविधालय प्रशासन अभी तक उस छात्रावास को छात्रों के लिए आबंटन नहीं कर पाया जिसके चलते अनेक छात्र ऐसे हैं जो विश्विद्यालय प्रशासन के नकारात्मक रवैया के चलते छात्रावासों से दूर रह गए ।
धरना प्रदर्शन में आगे बात रखते हुए साथी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से प्रशाशन सर्दियों की छुट्टियों के दौरान विश्वविद्यालयों के छात्रावासों को सिर्फ कुछ छात्रों के लिए ही खुला रखता है जिसके लिए छात्र हमेशा प्रशाशन को उनको सभी छात्रों के लिए खुले रखने को बोलता है जिसके ऊपर प्रशाशन का सकारात्मक रवैया नहीं है एस एफ आई का साफ मानना है कि सभी छात्रों के लिए हॉस्टल खुले रहने चाहिए ताकि छात्र अभी नेट की परीक्षा की तैयारी कर सके।
एस एफ आई लगातार छात्र मांगों को लेकर प्रशाशन का ध्यान केंद्रित कर रही है पर अभी तक प्रशासन ने इसके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की है।
एस एफ आई ने प्रशाशन को चेतावनी देते हुए कहा गया कि यदि इन सभी समस्याओ को हल नहीं किया गया तो आने वाले समय में एस एफ आई सभी छात्रों को लामबंद करते हुए उनके खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी और प्रशाशन का घेराव करेगी जिसका जिम्मेवार स्वयं प्रशासन होगा ।




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