बुधवार, 1 दिसंबर 2021

राजकीय महाविद्यालय सलूणी के परिसर में विद्यार्थी परिषद मांगों को पूर्ण ना किए जाने पर महाविद्यालय में इकाई कार्यकर्ताओं द्वारा 1 दिसम्बर 12 बजे से 2 दिसम्बर 12 बजे तक 24 घंटो की संकेतिक भूख हड़ताल बैठी

राजकीय महाविद्यालय सलूणी के परिसर में   विद्यार्थी परिषद मांगों को पूर्ण ना किए जाने पर महाविद्यालय में इकाई कार्यकर्ताओं द्वारा 1 दिसम्बर 12 बजे से  2 दिसम्बर 12 बजे   तक 24 घंटो की संकेतिक भूख हड़ताल बैठी


  BHK NEWS Chamba


यादविंदर :- आज़ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई सलूणी के कार्यकर्ताओंने द्वारा राजकीय महाविद्यालय सलूणी के परिसर में   विद्यार्थी परिषद मांगों को पूर्ण ना किए जाने पर महाविद्यालय में इकाई कार्यकर्ताओं द्वारा 1 दिसम्बर 12 बजे से  2 दिसम्बर 12 बजे   तक 24 घंटो की संकेतिक भूख हड़ताल बैठी। इकाई अध्यक्ष सनेह  शर्मा ने  बताया कि हम कई बार प्रिंसिपल के माध्यम से कुलपति और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भी भेजा परंतु उन ज्ञापन पर आज तक कोई संज्ञान नहीं लिया इसलिए विद्यार्थी परिषद सलूनी इकाई विवश होकर भूख हड़ताल की ओर कदम बढ़ाना पड़ा आज तो सिर्फ विद्यार्थी परिषद सांकेतिक भूख हड़ताल कर रही है आने वाले समय में भी हमारी मांगों पर संज्ञान नहीं लिया गया तो हम और आंदोलित होंगे और इसका खामियाजा स्थानीय प्रशासन  और सरकार को भुगतना पड़ेगा। इससे पहले इकाई सलूणी द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था अगर  विद्यार्थी परिषद की मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करने के लिए तैयार रहेगी  इस मौके पर तहसील संयोजक मानिक ठाकुर, अर्पिता आयुष काजल, शीतल, शहनाज, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे






अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई सलूणी की प्रमुख मांगे 

निम्नलिखित हैं 

1 महाविद्यालय में प्रधयापकों के रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा  जाए 

2 महाविद्यालय के  आट्स कैंपस के भवन  को जल्द से जल्द पूरा  तैयार करके  महाविद्यालय को समर्पित किया जाए 

3 महाविद्यालय  के साथ लगती सड़क पर कैरेश बैरियर तथा स्पीड  ब्रेकर लगाए जाएं 

4) यूजी के रिअपीयर के परीक्षा परिणामों को शीघ्र घोषित किया जाए।

5) हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार किया जाए।

6) छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार छात्र संघ चुनाव को बहाल किया जाए। 

7)  तेलका और भलई महाविद्यालय में आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाए।





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