फ़ॉलोअर

गुरुवार, 3 मार्च 2022

टिहरा को पूर्ण तहसील बनाने के लिए मुख्यमंत्री को भेजा माँगपत्र धाड़ता विकास मंच ने सरकार को दिया 15 दिनों का अल्टीमेटम मांग नहीं मानी तो 21 मार्च को टिहरा में में होगी आक्रोश रैली

 टिहरा को पूर्ण तहसील बनाने के लिए मुख्यमंत्री को भेजा माँगपत्र धाड़ता विकास मंच ने सरकार को दिया 15 दिनों का अल्टीमेटम मांग नहीं मानी तो 21 मार्च को टिहरा में में होगी आक्रोश रैली



BHK NEWS HIMACHAL

 धर्मपुर उपमण्डल के ऊपरी क्षेत्र के साथ हो रहे भेदभाव के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए गठित हुये धाड़ता विकास मंच के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने आज टिहरा उपतहसील को पूर्ण तहसील का दर्जा देने की मांग को लेकर एसडीएम धर्मपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम और राजस्व मंत्री महेंद्र सिंह को दस हजार हस्ताक्षरों वाले माँगपत्र भेजे। जिसका नेतृत्व मंच के सयोंजक भूपिंदर सिंह, सह सयोंजक अशवनी राणाऔर पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह और रन्ताज राणा ने किया।मंच के सयोंजक भूपिंदर सिंह ने बताया कि टिहरा उपतहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत टिहरा,कोट, तनिहार,गरौडु-गद्दीदार, गरयोह, डरवाड़,घरवासड़ा,पिपली, सजाओपीपलु औऱ जोढन औऱ साथ लगती पांच अन्य सरौन, चोलथरा, भदेहड़, देवगढ़ और सधोट पंचायततें जो धाड़ता क्षेत्र में आती हैं।लेक़िन इस क्षेत्र के साथ भेदभाव हो रहा है।उन्होंने टिहरा में पूर्ण तहसील बनाने और टिहरा अस्पताल की स्थिति सुधारने की की ज़रूरत है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इन ग्राम पंचायतों के विकास में सरकार ने कोई प्राथमिकता नहीं दी है ये क्षेत्र अभी तक राजनैतिक तौर पर उपेक्षित रहा है। यहाँ पर अभी तक जो ज़रूरी सुविधाएं सरकार को उपलब्ध करवानी चाहिए थी वो अभी तक मुहैया नहीं हुई है।जिसके कारण यहां की जनता सरकार से नाख़ुश है जिसके चलते यहां के लोगों नेपिछले दिनों विचारधारा से ऊपर उठकर इस क्षेत्र के विकास के लिए धाड़ता विकास मंच का गठन किया है।मंच ने इस क्षेत्र की 17 मुख्य मांगे चयनित की हैं जिनमें से टिहरा में पूर्ण तहसील और अस्पताल की दशा सुधारने की मांग को प्रमुखता से उठाया है।इसके अलावा मंच ने धाड़ता क्षेत्र 

में कॉलेज व तकनीकी शिक्षा संस्थान खोलने और आदर्श विद्यालय खोलने की मांग उठाई है।इसके अलावा में टिहरा में सामुदायिक भवन का निर्माण करने,टिहरा में राष्ट्रीयकृत बैकं की शाखा, गैस एजेंसी, मिल्ट्री केंटिन और पैट्रोल पंप खोलने,टिहरा में टैक्सी औऱ बस स्टैंड बनाने,टिहरा-कमलाह सड़क पर यातायात बहाल करने,टिहरा स्कूल के खेल मैदान का विस्तार करने,टिहरा से माता कंचनापुरी मंदिर घरवासडा के लिए वाया टिक्कर सड़क का निर्माण करने, टिहरा में कृषि प्रसार अधिकारी के ख़ाली पद पर जल्द नियुक्ती करने,टिहरा में बागवानी प्रसार अधिकारी का पद सृजित करने,



धाड़ता क्षेत्र के लिए सिंचाई योजना बनाने,सभी लिंक सड़को पर बसें चलाने तथा धर्मपुर,सरकाघाट तथा संधोल के लिए अतरिक्त बसें चलाने,संधोल से वाया टिहरा शिमला व चंडीगढ़ के डीलक्स व वोल्वो बसें चलाने

और सभी पंचायतों में बागवानी क्लस्टर तैयार करनेऔर उसके लिए पानी और मार्केटिंग सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है। धाड़ता विकास मंच ने तहसील औऱ अस्पताल की माँग बारे सभी ग्राम पंचायतों से लगभग दस हजार हस्ताक्षर करवा कर आज  मुख्यमंत्री औऱ राजस्व मंत्री हिमाचल प्रदेश को भेजे हैं और अगले 15 दिनों विशेष तौर पर विधानसभा सत्र के दौरान टिहरा को पूर्ण तहसील का दर्जा देने का अल्टीमेटम दिया है।मंच के सयोंजक भूपिंदर सिंह ने कहा कि यदि पन्द्रह दिनों में टिहरा को पूर्ण तहसील का दर्जा नहीं मिला तो 21 मार्च को टिहरा में इसके लिए एक विशाल रैली निकाली जाएगी।उधर पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि टिहरा में पूर्ण तहसील बनाने की मांग को लेकर वर्ष 2016 में भी लंबा आंदोलन हुआ था और उस समय वर्तमान विधायक व मंत्री ने ये कहा था कि भाजपा की सरकार बनते ही यहां पर तहसील बनाने का आश्वाशन दिया था लेकिन पिछले चार साल में उन्होंने इस दिशा में कोई पहल नहीं कि है इसलिए अब इस क्षेत्र की जनता एकजुट हुए है और ज़रूरत पड़ी तो दोबारा से आंदोलन भी करेगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें