भारत की जनवादी नौजवान सभा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए यूक्रेन में फंसे हजारों लोगों की सुरक्षित वापसी की मांग की है
भारत की जनवादी नौजवान सभा प्रदेश और केंद्र सरकार से आग्रह करती है कि यूक्रेन में युद्ध से बने मुश्किल हालात से निपटने के लिए शीघ्र कदम उठाए जाएं। पिछले कल रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते खारकीव में फूड पैकेट लेने निकले भारतीय छात्र की गोलीबारी से मौत कहीं ना कहीं केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है ।
भारत की जनवादी नौजवान सभा के प्रदेश मीडिया संयोजक ने कहा कि यूक्रेन में लगभग अभी भी 15,000 से ज्यादा लोग विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं तथा वह लोग अलग-अलग सीमाओं पर उम्मीद लगाए बैठे हैं कि भारत सरकार उन्हें वहां से सुरक्षित भारत में पहुंचाने का कार्य करेगी लोगों की जान पर लगातार संकट बढ़ने लगा है उनके पास भोजन पानी दवाओं के साथ-साथ मूलभूत आवश्यकताओं का सामान भी नहीं बचा है केंद्र सरकार अब तक केवल दो हजार के लगभग छात्रों को ही वापस भारत पहुंचाने में सफल रही है परंतु अभी भी बहुत ज्यादा संख्या में वहां पर लोग सुरक्षित नहीं है लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है परिवहन की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है व बाहर निकलने का कोई रास्ता लोगों को नजर नहीं आ रहा है । तथा केंद्र सरकार को चाहिए कि वह दूतावास से संपर्क कर विभिन्न शहरों में फंसे लोगों को भोजन पानी दवाएं व मूलभूत आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करें ।
भारत की जनवादी नौजवान सभा उन परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है तथा आशा करती है कि दोनों देश रूस और यूक्रेन युद्ध को समाप्त कर एक बेहतरीन दिशा की ओर कदम बढ़ाएंगे जिससे लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ नहीं धोना पड़ेगा ! जनवादी नौजवान सभा केंद्र सरकार से यह मांग करती है कि वह यूक्रेन में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित भारत वापस लाने का कार्य शीघ्र करें ।
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