भारत की जनवादी नौजवान सभा की सदर इकाई ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 131वी जयंती को मनाया गया
भारत की जनवादी नौजवान सभा की सदर इकाई ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 131वी जयंती को मनाया गया। इस अवसर पर नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष सुरेश सरवाल ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर आज के समय में उतने ही सार्थक हैं, जितने आजादी के समय और उसके बाद थे। क्योंकि जिस प्रकार की समाज की स्थापना डॉक्टर भीमराव अंबेडकर करना चाहते थे, आज भी उस प्रकार का समाज स्थापित नहीं हो पाया है। उल्टा जाति और धर्म के आधार पर लोगों को विभाजित किया जा रहा है। एक दूसरे के प्रति घृणा फैलाई जा रही है। नौजवान सभा का मानना है कि भीमराव अंबेडकर के दिखाए के नक्शे कदमों में आगे बढ़ते हुए जाति और धर्म के खिलाफ घृणा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ व्यापक आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है। तभी हम इन कुरीतियों से लड़ सकते हैं। भीमराव अंबेडकर जी ने जब संविधान का निर्माण किया तो मुख्यता कल्याणकारी राज्य के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार देना सरकार की जिम्मेदारी है। मगर मौजूदा समय में आज शिक्षा, स्वास्थ्य आम जनता को नहीं मिल पा रहा है और ना ही रोजगार के अवसर भी नहीं मिल पा रहे हैं। इससे देश की जनमानस में एक अलग प्रकार का रोष पैदा हो गया है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने नारा दिया था शिक्षित हो, संगठित हो, संघर्ष करो। इस नारे को नौजवान सभा बुलंद करते हुए आने वाले समय में हर प्रकार की बुराई के खिलाफ मजबूती से खड़ी रहेगी।इस अवसर पर नौजवान सभा सदर सचिव वेद प्रकाश ,भूपेंद्र कुमार, गोपेंद्र, एसएफआई जिला प्रधान अनिल कुमार, दीपक, इंदिरा ठाकुर, पूजा, पूर्णचंद, संजय कपूर इत्यादि ने हिस्सा लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें