जलशक्ति मंत्री ने किया दलित समाज का निरादर, मुख्यमंत्री लें संज्ञान-भूपेंद्र
अंबेडकर जयंती के मौके पर आज संधोल में समारोह आयोजित किया गया जिसमें जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर मुख्य अतिथि थे।लेकिन इस समारोह में ज़्यादातर लोग जो अनुसूचित जाति से सबंधित थे और वे मंत्री का स्वागत करने के लिए हाथों में फूल मालाएँ लेकर लाईन में खड़े थे।लेक़िन मंत्री ने इन अनुसूचित जाति के लोगों की फूलमालाओं को अपने गले में नहीं डाला और उन्हें अपने साथ चल रहे अपने चमचों के गले में डालते रहे।मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता व पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने इसे मंत्री की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया है।उन्होंने आरोप लगाया है जलशक्ति मंत्री जो इन लोगों के वोट से पिछले तीस वर्ष से जीतते हैं लेकिन वे उनके छुई हुई फूलमालाएं पहनने में भी परहेज़ करते हैं।भूपेंद्र सिंह ने इसके लिए जयराम सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्री के इस आचरण की कड़ी आलोचना की है और उन्होंने एक तरफ़ सँविधान निर्माता व छुआछूत को समाज से ख़त्म करने वाले डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की जयंती के मुख्य अतिथि बने हुए थे और दूसरी तरफ छुआछूत को सही मानने की असवैधानिक हरक़त करते हैं जो बहुत ही निंदनीय कार्य है और उन्हें इसके लिए दलित समाज से माफ़ी मांगनी चाहिए साथ ही मुख्यमंत्री को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
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