फ़ॉलोअर

सोमवार, 13 जून 2022

गद्दे बांटने के बाद अब महिलाओं को टिफ़िन बांट कर चुनावों की तैयारी कर रहे हैं मंत्री पुत्र!

 गद्दे बांटने के बाद अब महिलाओं को टिफ़िन बांट कर चुनावों की तैयारी कर रहे हैं मंत्री पुत्र!


मंत्री के बेटे और बेटी में टिकट के लिए चल रहा मुकाबला, दोनों अपने अपने ढंग से शुरू कर चुके हैं चुनाव अभियान जबकि मंत्री नज़र आ रहे हैं परेशान-भूपेंद्र



धर्मपुर में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मंत्री का उत्तराधिकारी बनने के लिए बेटे और बेटी में मुकाबला चल रहा है।जिसके चलते बुढ़ापा पेंशन प्राप्त करने के लिए धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में साठ साल से अधिक उम्र की सभी महिला लाभार्थियों से फ़ार्म भरवा कर उन्हें ठगा जा रहा है जबकि विभाग द्धारा जारी अधिसूचना में सभी के बजाए कुछ शर्तों के आधार पर पेंशन की पात्रता निर्धारित कि गयी है।ये आरोप मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता व पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने लगाया है।उन्होंने बताया कि धर्मपुर में मंत्री के बेटे और बेटी में अगले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए अघोषित तैयारिया जोरों पर है लेकिन इस रस्साकशी में आम जनता और मंत्री परेशान है।मंत्री पुत्र ने दो माह पहले सभी महिला मंडलों को मैटरस बांट कर अपने लिए चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है और अब महिलाओं को टिफ़िन बांटने का अभियान चलाया जा रहा है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि  इस साल के बजट सत्र में मुख्यमंत्री द्धारा विधानसभा में पेश बजट प्रस्ताव में साठ साल से अधिक उम्र वाली महिलाओं को पेंशन देने की घोषणा की गई थी लेक़िन अधिसूचना जारी होने से पहले ही सभी महिलाओं के फ़ार्म भरने की प्रतियोगिता शुरू हो गई थी और राजनैतिक श्रेय लेने के लिए विभाग के दिशा निर्देश जारी होने से पहले ही फ़ार्म भरवा दिए गए।टिहरा व सरकाघाट तहसील में धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में तो सभी पंचायतों के प्रधानों व वार्ड सदस्यों को इस काम में लगा दिया गया और साठ वर्ष से अधिक उम्र की सभी महिलाओं के फ़ार्म भरवा दिए गए।लेक़िन बाद में जब अधिसूचना जारी हुई तो उसके अनुसार ये पेंशन उन्हीं महिलाओं को लगेगी जिसका पति पेंशन न लेता हो और न ही वो परिवार आयकर देता हो उन्हें ही इसका पात्र बनाया गया है।अब वे सभी फ़ार्म तहसील कल्याण विभाग कार्यालय धर्मपुर से वापिस लौटाए जा रहे हैं।पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि एक तरफ़ अपात्र महिलाओं के फ़ार्म बिना पूर्ण जानकारी के भरवा दिए तो दूसरी तरफ मंत्री पुत्र ने साठ साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए सहारा टिफ़िन योजना के नाम पर  टिफ़िन वितरण  अभियान शुरू कर दिया है। भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व में 60 वर्ष से कम उम्र कि महिला मनरेगा मजदूरों को जो वाशिंग मशीन मिलती थी वह मंत्री ने बन्द करवा दी है और इसके अलावा  इंडक्शन हीटर,सोलर लैम्प, साईकल, कंबल, वाटर फिल्टर, डिनर सेट और हॉट केस टिफ़िन मिलता था वह भी भाजपा की सरकार ने बन्द कर दिया है।इस प्रकार धर्मपुर में जो फ़ार्म भरने और सामान बांटने की प्रतियोगिता मंत्री के बेटे और बेटी में चल रही है उससे मजदूरों और आम जनता में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।यही नहीं पिछले दिनों मंत्री के बेटे ने महिला मण्डलों को सौ सौ रुपये के पांच पांच मैटर्स देकर सम्मानित करके अपना मिशन 2022 शुरू कर दिया है तो दूसरी तरफ मंत्री की बेटी और ज़िला पार्षद आजकल मनरेगा मजदूरों को श्रमिक कल्याण बोर्ड की पंजीकरण नंम्बर पंचायतों में जा जा कर बांट रही है और पिछले दिनों महिला दिवस के मौके पर अपने फ़ोटो वाली चाय की प्यालियाँ बांटी गई थी।भाई बहन में अपने पिता का उत्तराधिकारी बनने की जो होड़ लगी है उससे तो ऐसा लगता है कि इस बार धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव काफ़ी रोचक होंगे लेकिन तब तक ये परिवार जनता को लालच देकर ग़ुमराह करने की कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें