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शुक्रवार, 17 जून 2022

डरवाड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चार माह से बिना डॉक्टर के,एक दर्ज़न गांवों के लोग स्वास्थ्य सेवा से हैं वंचित

 डरवाड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चार माह से बिना डॉक्टर के,एक दर्ज़न गांवों के लोग स्वास्थ्य सेवा से हैं वंचित


BHK NEWS HIMACHAL

डरवाड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले चार महीनों से डॉक्टर न होने के कारण जनता को भारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है।हिमाचल किसान सभा पँचायत कमेटी के प्रधान मेहर सिंह पठानिया, रणबीर शास्त्री, सुरेंद्र पाल, मान सिंह, अशोक कुमार, रामस्वरूप, प्रेम सिंह, पृथी सिंह, सगरचन्द, अच्छर सिंह, बालकृष्ण,लेख राज, हँसराज,देवराज, कृष्ण देव, सूरत सकलानी, मनोहर लाल, शम्भू सकलानी, बंसी सकलानी, राजू राम, कैप्टन महाजन सिंह, हेमचन्द,टेक सिंह, रूप लाल विष्ट, सुरेंद्र पठानिया, रूप चन्द, बालम राम, जीत सिंह, देश राज, हेमराज आदि ने सरकार से यहां पर डॉक्टर लगाने की मांग की है।उधर पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में एक दर्ज़न वार्डों की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो रही है और वर्त्तमान सरकार के समय धर्मपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बहुत ज्यादा ख़राब है।सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्सरे और लैब की सुविधा उपलब्ध नहीं है।उन्होंने इसके लिए जलशक्ति मंत्री को जिमेदार ठहराया है जो ठेके के कामों को पूरा करने के लिए ही प्राथमिकता देते हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के प्रति उदासीन बने हुए हैं।उन्होंने कहा कि धर्मपुर खण्ड में तीन जगह संधोल, धर्मपुर और टिहरा में अस्पताल हैं लेकिन कहीं पर भी विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध नहीं है।यही नहीं सरकाघाट अस्पताल में भी विशेषज्ञ और गायिनी डॉक्टर उपलब्ध नहीं है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार व मंत्री स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों का स्तर बढ़ाने की राजनैतिक तौर पर घोषणाएं तो जरूर करते रहते हैं लेकिन उनमें जो स्टाफ़ और उपकरण उपलब्ध कराने होते हैं उन्हें नहीं करवाते हैं।इस प्रकार केवल बिल्डिंगों के निर्माण को इसलिए महत्व दिया जाता है कियूंकि वहां से कमीशन मिलती है।उन्होंने सरकार से मांग की है कि ख़ाली स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर व अन्य स्टाफ़ लगाया जाए ताकि जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो और प्रशिक्षित युवाओं को रोज़गार भी मिल सके।



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