बालही-गरली निवासी महिया राम को अपने जीवन में उपलब्ध नहीं हुआ नल का जल
सड़क सुविधा न होने के कारण दर्जनों परिवार यहां से कर चुके हैं पलायन
BHK NEWS HIMACHAL
यादविंदर: मंडी जलशक्ति मंडल धर्मपुर-भराड़ी के अंतर्गत डरवाड़ सेक्शन के अंतर्गत आने वाले गांव गरली की अनुसूचित जाति बस्ती बालही निवासी महिया राम को अपने जीवन में नलके का पानी नसीब नहीं हुआ।जिनकी मृत्यु छह दिन पहले हो गई है और आज उनके परिवार जनों का कुशल क्षेम पूछने और संवेदना प्रकट उनके घर गए पूर्व ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह और किसान सभा गरली के अध्यक्ष रूपचन्द गुलेरिया को उनके दो बेटों व अन्य परिवार जनों ने बताया कि उन्होंने दो तीन बार लिखित में कनिष्ठ अभियंता जलशक्ति विभाग को नलका लगाने के लिए आवेदन किया है लेकिन अभी तक उन्हें विभाग ने पीने के पानी का नल नहीं लगाया है।भूपेंद्र सिंह ने इस बारे अधिशासी,सहायक व कनिष्ठ अभियंता से दूरभाष पर सूचित किया कि जब जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल का कनेक्शन दिया गया है तो इस ग़रीब परिवार को अभी तक कियूं वंचित रखा गया है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि इस परिवार को मज़बूरन खड्ड का पानी इस्तेमाल करने के लिए लाना पड़ रहा है।यही नहीं इस बस्ती के लिए अभी तक सड़क सुविधा भी उपलब्ध नहीं है और कठिन परिस्थिति के कारण यहां से बहुत से परिवार दूसरी जगह पलायन करने के लिए मजबूर हुए हैं।स्वर्गीय महिया राम के बड़े बेटे पृथी पाल ने बताया कि वे भी इस गांव के लिए सड़क,रास्तों, पानी इत्यादि की सुविधा नहीं होने के कारण रखोह गांव के लिए चले गए थे।उन्होंने आज अपनी दुख भरी दास्तां बयां करते हुए कहा कि वे आज भी अपनी जन्मभूमि को नहीं छोड़ना चाहते हैं लेकिन यहां पर वे आज़ादी के पचहत्तर साल बाद भी बुनियादी सुविधाओं से बंचित हैं।उन्होंने बताया कि वे अपने पैतृक गांव से जाने के बाद दो साल तक सही ढंग से सो भी नहीं पाए थे।लेकिन मजबूरी में उन्हें यहां से जाना पड़ा है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने सरी से गरली वाया बालही बस्ती ज़िला परिषद निधि से तीन लाख रुपये स्वीकृत किये थे और इस बस्ती से दो मीटर दूर तक सड़क बन गई है और एक लाख रुपए अभी तक सरी पँचायत ने खर्च नहीं किया है और यदि इस राशी को पँचायत ख़र्च कर देती है तो ये बस्ती सड़क से जुड़ जाएगी।उन्होंने इस बारे खण्ड विकास अधिकारी धर्मपुर से मांग की है कि वे स्वीकृत राशी को जल्दी ख़र्च करें ताकि सड़क पूरी हो सके।भूपेंद्र सिंह ने वर्तमान सरकार के वरिष्ठ मंत्री पर आरोप लगाया है कि वे अनुसूचित जाति की इस बस्ती के लिए 35 वर्षों में सड़क निर्मित नहीं करवा पाये हैं जबकि वे वोट इन्ही ग़रीब लोगों से लेते रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें