सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

शिमला ग्रामीण के फेसबुक के माध्यम से चर्चित रहने वाले विधायक अक्सर व्टसअप यूनिवर्सिटी जैसे शब्दों का उपयोग करते रहते हैं और चर्चा मे बने रहने के चक्कर मे आजकल अनाप-शनाप ब्यानबाजी करते रहते है।

शिमला ग्रामीण के फेसबुक के माध्यम से चर्चित रहने वाले विधायक अक्सर व्टसअप यूनिवर्सिटी जैसे शब्दों का उपयोग करते रहते हैं और चर्चा मे बने रहने के चक्कर मे आजकल अनाप-शनाप ब्यानबाजी करते रहते है। 


BHK NEWS HIMACHAL

भाजयुमो जिला अध्यक्ष पारुल शर्मा ने शिमला से जारी प्रेस ब्यान मे कहा कि शिमला ग्रामीण के फेसबुक के माध्यम से चर्चित रहने वाले विधायक अक्सर व्टसअप यूनिवर्सिटी जैसे शब्दों का उपयोग करते रहते हैं और चर्चा मे बने रहने के चक्कर मे आजकल अनाप-शनाप ब्यानबाजी करते रहते है। ऐसा ही एक वाक्या पिछले दिनों का है जब उन्होंने अपने फ़ेसबुक पर केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी की बेटी के रेस्टोरेंट के ऊपर भी अपनी फ़ेसबुक पर झूठी जानकारी प्रसारित की है। 

दूसरों को व्टसअप यूनिवर्सिटी का उत्पाद बताने वाले विधायक ये भूल गए है कि ये झूठी खबर है, जिसकी सत्यता की जांच स्वयं फ़ेसबुक ने की है। और उनकी इसी पोस्ट के नीचे अब पार्टली फालस् इन्फाॅरमेशन लिख कर आ रहा है।

अपनी माताजी की जीत से अति विश्वास मे जी रहे शिमला ग्रामीण के शहजादा सामंती विचारधारा से ग्रसित है। जबकि इन्हें याद रखने की आवश्यकता है कि अहंकार तो रावण का भी नहीं रहा था।  वो स्वयं शिमला ग्रामीण मे बाहर से आए हुए हैं। तथा इसी ग्रामीण क्षेत्र ने भाजपा के एक साधारण से कार्यकर्ता आदरणीय श्री  भगत राम चौहान ने तत्कालीन कांग्रेस के धाकड़ मंत्री जे बी एल को भी धूल चटवाई थी तो विक्रमादित्य सिंह कौन है। वहीं इनके पिताजी जो प्रदेश के कई दफा मुख्यमंत्री रहे हैं वो भी जुब्बल कोटखाई से, और माता जी मंडी लोकसभा  से चुनाव हार चुके हैं। 

इन्हें समझना चाहिए कि ग्रामीण की जनता ने इन्हें चुनाव जीता कर विधानसभा भेजा है तो उल्ल-जलुल से बचकर ग्रामीण के विकास के बारे मे सोचना चाहिए। पिछले 1 साल से शिमला ग्रामीण की जनता के बीच मे जा कर इन्होंने बहुत सी ऐसी  घोषणाएं की है जिनमे इनके द्वारा एक रुपया भी विधायक निधि से नहीं दिया गया है । 


पारुल शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने विधान सभा हल्के की 5 ऐसी योजनाओं के नाम बताओ जिसको इन्होंने सदन मे या सरकार के समक्ष उठाया है। इनके हल्के के सराज क्षेत्र की 9 पंचायतों की जनता तो 5 वर्षों से इनकी शकल देखने को तरस गई है। 



भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश की सरकार ने प्रदेश के विकास मे भरपूर योगदान दिया है। आयुषमान भारत, हिमकेयर, उज्जवल योजना, गृहणी योजना, स्वास्थ्य में, एम्स, PGI सेंटर, हाईवेज इसी सरकार के समय मे आया है जहाँ, इनके पिताजी की सरकार मे तो नए प्रोजेक्ट्स की DPR तक तैयार नहीं होती थी। 



पारुल शर्मा ने कहा कि विक्रमादित्य ने आज तक पिछले साढ़े चार वर्षों का हिसाब मांगते हुए कहा कि इन्होंने शिमला ग्रामीण से जुड़े हुए किसी भी मुद्दे को विधान सभा मे नहीं उठाया है, सरकार के समक्ष नहीं रखा है। पूरा हिमाचल इनको उल्ल-जलूल की बातों के लिए जानता है। 



भाजयुमो शिमला जिलाध्यक्ष पारुल शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह को कहा है कि वो अपनी फ़ेसबुक पर स्मृति ईरानी जी की बेटी के रेस्टोरेंट के बारे मे जो झूठी जानकारी इन्होंने प्रेषित की है जिसकी सत्यता की जांच स्वयं फ़ेसबुक ने की है और उनकी उसी पोस्ट पर Partly False Information लिख कर आ रहा है, उसके लिए प्रदेश और देश की जनता से माफी मांगे और अपने हल्के के विषय मे सोचे अन्यथा जनता उनको निश्चित रूप से बाहर का रास्ता दिखाएगी। 




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.