सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पिछले कल मंत्रीमंडल बैठक में फोरलेन प्रभावितो से वादाखिलाफी ब चार गुणा मुआबजा न देने के खिलाफ पुरे प्रदेश में 10 अक्टूबर को जिला स्तर पर पदर्शन व् उसके उपरांत वोट की चोट अभियान चलाया जाएगा: भूमि अधिग्रहण प्रभाबित मंच

 

पिछले कल मंत्रीमंडल बैठक में फोरलेन प्रभावितो से वादाखिलाफी ब चार गुणा मुआबजा न देने के खिलाफ पुरे प्रदेश में 10 अक्टूबर को जिला स्तर पर पदर्शन व् उसके उपरांत वोट की चोट अभियान चलाया जाएगा: भूमि अधिग्रहण प्रभाबित मंच


BHK NEWS HIMACHAL

आज दिनाक 29सितम्बर को भूमि अधिग्रहण प्रभावित मंच की गूगल मीट के माध्यम से आपातकालिनबैठक श्री बी आर कोंडल जी की अध्यक्षता मै आयोजित की गई जिसमे शिमला, सोलन, बिलासपुर, मंडी, काँगड़ा व कुल्लू के 28 प्रभाबित  संघठनों के 46 कमेटी सदस्यों ने  भाग लिया, मंच के अध्यक्ष बी आर कोंडल ने  कहा की भूमि अधिग्रहण कानून,2013 को लागु करवाने ब चार गुना मुआबजा, पुनर्वास व पुनर्स्थापना के मुद्दे पर  सरकार पिछले 5 वर्षो से किसानों को हमेशा कैबिनेट कमेटियो के माध्यम से आश्वासन देती रही हे कि बे किसानों के पक्ष सोच विचार कर रही हे और जल्द  फैसला लेने की बात की गई थी, लेकिन बड़ी हेरानी की बात हे की 5 बर्ष बितने को हो रहे हे अभी तक  कोई उचित फैसला नहीं ले पाई हे जिसके कारण किसानो में इस सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा हे I पिछले कल कैबिनेट बैठक में चार गुना मुआवजे़ का मुद्दा पेश होना था लेकिन कुछ प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा इस मामले को उलझा कर बैठक के अजैंडे से बाहर करवा दिया जो कि खेद का विषय है और सरकार ने  हिमाचल के किसानों को धोखा दिया हे । फोरलेन/भूमि अधिग्रहण प्रभावितों ने पिछले 5 साल से आशा लगा रखी थी कि सरकार अपने वादे को पूरा कर देगी लेकिन यह नहीं हो सका । सरकार की इस वादाखिलाफी के विरूद्ध लोगों में भारी आक्रोस है ।

मंच के संयोजक, जोगिन्दर वालिया ने कहा हे कि हिमाचल सरकार भारत के प्रधानमंत्री के किसानो को चार गुणा मुआबजा के व्यान को झूठा करार देने में आमदा है जिसका परिणाम जयराम सरकार को विधान सभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ेगा और प्रदेश के किसानो से वादाखिलाफी का  मुल्य चुकाना पड़ेगा । हम पिछले 5 साल से फोरलेन संघर्ष समिति ब भूमि अधिग्रहण मंच अपनी आवाज़ उठाता रहा हे, और जयराम सरकार कई बार कमेटियो की बैठक के बाद हमेशा यही कहती आई हे कि बो फोरलेन से प्रभावितों किसानों के बारे में चिंतित एवं संम्बेन्दनशील  है लेकिन चार गुणा मुआबजा के बारे आनाकानी ब टालमटोल की निति लगातार अपना रही हे और किसानो की मांग  को हल नहीं करना चाहती और बड़े दुःख की बात हे कि पहले बहाना ढूंढ रही थी  कि चार गुणा मुआवजे की अदायगी के लिए केन्द्रीय मंत्री को पूछना होगा जबकि गडकरी जी पहले ही कुल्लू में आकर कह गए हें कि यदि सरकार हिमाचल प्रदेश चार गुणा मुआवजा लोगों को देना चाहती है तो केन्द्रीय सरकार को उस में कोई एतराज़ नहीं है । 

मंच के सह सयोंजक, नरेश कुकू  ने श्री जयराम ठाकुर जी से सवाल करते हुए पूछा हे कि भाजपा ने 2017 में चुनाबी बायदा (दृष्टी पत्र) किया था कि अगर हमारी सरकार बनेगी तो हम दो फैक्टर अर्थात चार गुणा मुआवजा प्रभाबित किसानों को देंगे उलटे फोरलेन साथ  50 मीटर टीसीपी की  योजना को  लागु कर दिया गया ब टोल प्लाजा में सथानीय लोगो कोई राहत न देने , जमीन का मार्केट रेट के अनुसार व्याज सहित मुआवजा न देना , मंडलीय न्यायलय में लंबित जमीन अधिग्रहण की सुनबाई न होना के कारण  जयराम सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है, जिस का खामियाजा़ आने बाले  चुनाव में भूगतना पड़ेगा।

प्रभाबित किसानों के सभी संगठनों ने फैसला लिया कि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 (चार गुना मुआबजा, पुनर्वास व पुनर्स्थापना) को हिमाचल में लागु करवाने हेतु आने वाले दिनों में सरकार के खिलाफ 10 अक्टूबर को उपमंडलीय/जिल स्तरीय धरना प्रदर्शन/रैली का आयोजन किया जाएगा और उसके उपरांत फोर लेन से प्रभाबित विधानसभा क्षेत्र में  वोट की चोट अभियान चलाया जाएगा।    

अध्यक्ष बेलीराम कोंडल, सयोंजक जोगिन्दर वालिया के इलाबा कुल्लू-मंडी के पदाधिकारी, नरेश कुकू, बंसीलाल ठाकुर, प्रेम ठाकुर, होतम सोंखला , काँगड़ा से राजेश पठानिया, करण राणा , शिमला से सत्यवान पुंडीर , जय शिव, संजीव सुनटा, और मंडी से प्रशांत मोहन , भूपेंदर सिंह, हरिसिंह सैनी , मोहन लाल, राजकुमार वर्मा, बिलासपुर से मदन शर्मा, सोलन से जेसी शर्मा, चरणदास, नवीन मेहता आदि ने हिस्सा लिया ।    

                                                   

बाइट जोगिन्दर वालिया    




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.