'आश की आशा' कार्यक्रम का उद्धघाटन ।
सीएचसी पतलीकुहल में विकलांगता पहचान कार्यशाला आयोजित।
BHK NEWS HIMACHAL
यादविंदर कुमार :- आश बाल विकास केन्द्र द्वारा सीएचसी पतलीकुहल में आशा वर्कर्स के लिए एक दिन की कार्यधाला का अयोजन किया गया।
डॉ. मोनिका ने महत्पूर्ण जानकारी देने के लिए संस्था का धन्यवाद जताया। जिस दौरान साम्फ़िया फ़ाउंडेशन द्वारा दिव्यांगता के क्षेत्र में दी जाने बाली सेवाओं के बारे में जानकारी दी ।
बीजू, कार्यक्रम प्रबंधक नें सभी को साम्फ़िया फ़ाउंडेशन द्वारा चलायी जा रही सभी गतिविधीयों पर प्रकाश डाला और साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि साम्फ़िया फ़ाउंडेशन दिव्यंगता के क्षेत्र में जागरूकता लाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम चला है जिसके तहत ज़िला के सभी शिक्षण संस्थानों,सार्वजनिक कार्यक्रमों,एवं त्योहारों आदि में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने प्रस्तावित हैं । और साथ ही 'आश की आशा' कार्यक्रम का भी उद्धघाटन किया। जिस कार्यक्रम के तहत दिव्यांग बच्चे की पहचान करने वाली आशा को संस्था के द्वारा 'आश की आशा' उपाधि तथा प्रशंसा प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
वहीँ सांफिआ फाउंडेशन के निदेशक डॉ. श्रुति मोरे भारद्वाज ने सभी को विभिन्न तरह की दिव्यंगता तथा थेरेपी सेवाओं जैसे फिजियोथैरेपी,ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी एवं स्पेशल एजुकेशन के विषय में जानकारी दी साथ ही दिव्यांगता के प्रकारों के बारे में तथा दिव्यांग बच्चों की पहचान कैसे की जा सकती है के बारे में जानकारी प्रदान की |
स्वास्थ्य शिक्षक श्रीमति ममता (स्वास्थ्य ब्लॉक )नग्गर ने इस कार्यशाला की सराहना की और सभी आशाओं के लिए इस कार्यशाला को महत्पूर्ण बताते हुए संस्था को हर संभव सहायता जो आशा कर सकती हैं का आश्वासन दिया।
इस कार्यशाला में लगभग 90 आशा वर्कर्स ने हिस्सा लिया।
इस कार्यशाला में संस्था की तरह से डॉ. अनु, सुश्री शिवाली, धनेश्वरी, सनी तथा मन्नु विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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