एबीवीपी द्वारा SFI के छात्रों पर किए पथराव व तेजधार हथियारों से हमले के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।
BHK NEWS HIMACHAL
आज एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई ने विश्वविद्यालय में एबीवीपी द्वारा SFI के छात्रों पर किए पथराव व तेजधार हथियारों से हमले के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में छात्रों के गलत रिज़ल्ट और ERP सिस्टम के खिलाफ एसएफआई द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को खत्म करने के लिए ABVP के गुंडों द्वारा एसएफआई के साथियों पर सुनियोजित तरीके से हमला किया गया है। पिछले तीन चार दिनों से लगातार विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने की साजिश एबीवीपी के द्वारा रची जा रही थी। आज सुबह जब एसएफआई विश्वविद्यालय के गेट पर खड़ी थी तो एबीवीपी के छात्रों द्वारा बैग में पत्थर भर के एसएफआई के छात्रों के साथ-साथ आम छात्रों तथा पुलिस के जवानों पर पथराव किया गया । एबीवीपी द्वारा छात्रों पर तेजधार हथियारों से हमला भी किया गया है जिसमे कई छात्रों को चोट लगी है। इतना कुछ हो जाने के बाद भी अभी तक एबीवीपी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है जिसके चलते आज एसएसआई ने कैंपस के अंदर धरना प्रदर्शन किया है।
इस धरना प्रदर्शन में बात रखते हुए एसएफआई सचिवालय सदस्य कॉमरेड सन्नी सेकटा ने कहा कि जबसे विश्वविद्यालय के अंदर एसएफआई ने छात्रों के आंदोलन को आगे बढ़ाया है और उनके मुद्दों को लड़ा है तब ABVP के लोगों ने इन आंदोलनों को कुचलने के लिए कैंपस के अंदर लड़ाई का माहौल बनाया है लेकिन इससे यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है। एसएफआई एक ऐसा जनवादी, प्रगतिशील व वैज्ञानिक छात्र संगठन है जो हमेशा छात्रों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाता है। ABVP का गठन ही छात्रों को गुमराह करने के लिए हुआ है। यह हमेशा छात्रों के वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम करते है। यह सरकार की सभी नीतियों का स्वागत करने और उनकी कठपुतली बनने के अलावा कुछ न करते है। इनकी इस कायराना हरकत ने उनकी वास्तविकता एक बार फिर छात्रों के सामने ला दी है।
इस धरने में आगे बात रखते हुए राज्य कमेटी सदस्य कॉमरेड ओमी नेगी ने कहा कि ERP के खामियों के चलते छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी विश्वविद्यालय प्रशासन ने विधि विभाग का रिजल्ट घोषित किया है जिसके अंदर फिर से काफी खामियां देखने को मिली है। एसएफआई मांग कर रही है कि बार-बार जिस तरह खामियां इस ERP के अंदर देखने को मिल रही है इस सिस्टम को विश्वविद्यालय से निकाल देना चाहिए।
एसएफआई ने चेतावनी देते हुए कहा है कि एसएफआई बार-बार मांग कर रही है कि इस सिस्टम को या तो सुदृढ़ किया जाए नहीं तो इस सिस्टम को विश्वविद्यालय से निकाल दिया जाए।
कॉमरेड ओमी नेगी ने बताया कि एसएफआई पूरे प्रदेश में लगातार छात्र मुद्दों के लिए लगातार आंदोलन कर रही है जिससे प्रदेश में नए नए छात्र भारी संख्या में एसएफआई के साथ जुड़ रहे है। प्रदेश में एसएफआई का बढ़ता जनाधार देख कर इस सरकारी संगठन एबीवीपी को मिर्ची लग रही है और छात्र आंदोलन से छात्रों का ध्यान भटकाने के लिए यह विश्वविद्यालय में सुनियोजित तरीके से माहोल खराब करने का काम कर रहे है। जिन बैग में किताबे होनी चाहिए उन बैगों में यह बड़े बड़े पत्थर छात्रों को मारने के लिए ला रहे है। एसएफआई के छात्रों को अकेले अकेले निशाना बनाया जा रहा है। एसएफआई ने प्रशासन से एबीवीपी के इन गुंडों पर रोक लगाने की मांग की है।
एसएफआई परिसर सचिव कॉमरेड सुरजीत ने बताया कि लड़ाई का माहोल बना कर छात्रों को उनकी मूलभूत सुविधाओं की मांग से ध्यान भटकाने की इनकी साजिश कभी सफल नहीं हो पाएगी।
एसएफआई हर परिस्थिति में छात्र मुद्दों के लिए आंदोलन जारी रखेगी।
एसएफआई विश्वविद्यालय अध्यक्ष कॉमरेड हरीश ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए बताया कि यदि एबीवीपी की इस गुंडागर्दी के खिलाफ प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता है तो एसएफआई आने वाले समय के अंदर छात्रों को एकजुट करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन का घेराव करेगी जिसका जिम्मेदार खुद विश्वविद्यालय प्रशासन होगा। इसके साथ हमारा प्रदेश के सभी छात्र समुदाय से आग्रह है कि इन सरकारी संगठनों जो छात्रों को उनकी समस्या के समाधान की जगह उनका ध्यान भटकाकर छात्रों को गुमराह करने का काम करते हैं, इनसे पर्याप्त दूरी बनाएं तथा खराब रिजल्ट व ERP सिस्टम के खिलाफ आंदोलन में एसएफआई का सहयोग करें।
एसएफआई हमेशा छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।
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