सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

*एबीवीपी शिमला ने चलाया विद्यालय सदस्यता अभियान* *शिमला में 5000 स्कूली विद्यार्थियों को सदस्य बनाएगी एबीवीपी



*एबीवीपी शिमला ने चलाया विद्यालय सदस्यता अभियान*


*शिमला में 5000 स्कूली विद्यार्थियों को सदस्य बनाएगी एबीवीपी*



BHK NEWS HIMACHAL यादविंदर कुमार 

दिनांक 26-05-2023


__________________________


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूरे हिमाचल प्रदेश में विद्यालय सदस्यता अभियान इन दिनों जोरों पर चला हुआ है इसी के तहत शिमला जिला में भी विद्यार्थी परिषद ने विद्यालय सदस्य अभियान चलाया है यह अभियान आगामी 2 जून तक चलने वाला है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुशील शर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है जोकि अपने स्थापना काल वर्ष 1949 से लेकर देश हित ,समाज हित, वह छात्र हित में कार्य करते हुए आज पूरे भारत में विद्यार्थियों की पहली पसंद बना है, उन्होंने बताया कि विद्यार्थी परिषद समय-समय पर शिक्षा जगत एवं समाज में व्याप्त समस्याओं के प्रति आवाज उठा कर उसका न्याय उचित समाधान करवाने में भी सफल रहा है। इस समय विद्यार्थी परिषद का स्कूल सदस्यता अभियान पिछले 23 मई से चला हुआ है जो कि आगामी 2 जून तक चलने वाला है । इसके तहत विद्यार्थी परिषद विद्यालयों में जाकर विद्यार्थी को अपना सदस्य बना रही है।



स्कूल सदस्यता अभियान के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला में शिमला के विद्यालयों को सूचीबद्ध कर के वहां पर नौवीं कक्षा से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों को सदस्य बनाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि शिमला जिला में 5000 विद्यालय के विद्यार्थियों को परिषद से जोड़ने का लक्ष्य जिला शिमला के कार्यकर्ताओं ने लिया है अतः पूरे शिमला शहर के विद्यार्थी पूरे जोश के साथ विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ले रहे हैं वह निरंतर छात्र हितों एवं देश समाज के हितों की रक्षा के लिए विद्यार्थी परिषद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।

अभी तक शिमला में लगभग 1100 के करीब विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ले चुके हैं तथा आगामी आने वाले 2 जून तक विद्यार्थी परिषद जिला शिमला अपना यह लक्ष्य पूरा करेगी।




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.