*लोगों की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता, तत्परता से किए जा रहे राहत बचाव कार्य - एडीएम*
*बोले...लोगों की मदद के लिए खुद फील्ड में डटे हैं डीसी*
*आवश्यक होने पर ली जाएगी वायु सेना और आर्मी की मदद*
मंडी, 23 अगस्त। लोगों की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है। पूरी मशीनरी तत्परता से राहत बचाव कार्यों में जुटी है। जिलाधीश अरिंदम चौधरी प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों समेत लोगों की मदद के लिए खुद फील्ड में डटे हैं। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार ने यह बात जिले में बारिश के कारण उत्पन्न हालात और प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्यों को लेकर उठाए कदमों की जानकारी देते हुए कही।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के दृष्टिगत मंडी जिला में सभी राजकीय व निजी शैक्षणिक संस्थानों को 23 व 24 अगस्त को बंद रखने का निर्णय लिया है।
*तत्परता से चलाए गए राहत बचाव कार्य*
डॉ. मदन कुमार ने कहा कि मंडी जिले में बीते 24 घंटे से जारी बारिश के कारण विकट परिस्थिति बनी है। जिले में दो नेशनल हाइवे मंडी से कुल्लू वाया पंडोह और मंडी-जोगिंदर नगर भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं, इसके अलावा अन्य 252 सड़कें अवरुद्ध हैं। वहीं भारी बारिश के कारण जल शक्ति विभाग की 90 से अधिक स्कीमें और 1109 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन से जुड़े तमाम अधिकारी पूरी मशीनरी के साथ तत्परता से राहत बचाव कार्यों और हालात को सामान्य बनाने में जुटे हैं।
पंडोह में नेशनल हाइवे बंद होने से वहां फंसे वाहनों को निकालने के प्रयास जारी हैं। इस बीच लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह पंडोह और मून होटल पंडोह को राहत शिविर के तौर पर अधिसूचित कर दिया गया है, ताकि उस क्षेत्र में वाहनों में फंसे लोगों को सुविधा रहे। इसके अलावा भी जिले में जहां आवश्यक है लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत राहत कैंप बनाए गए हैं। वहां प्रशासन ने ठहरने, खाने पीने और दवाइयों समेत हर तरह की जरूरी व्यवस्था की है।
*जरूरी होने पर ली जाएगी वायुसेना और आर्मी की मदद*
एडीएम ने कहा कि जिले में यदि आवश्यक हुआ तो आर्मी और वायुसेना की मदद ली जाएगी। उन क्षेत्रों में जहां सड़कें अवरूद्ध हैं तथा आवागमन के अन्य मार्ग भी ध्वस्त हो गए हैं, वहां राशन और दवाइयों की ‘एयर ड्रॉपिंग’ की संभावनाओं को देखा जा रहा है। करथाच हैलीपैड पर लैंडिंग के साथ नलवागी और कशौड़धार क्षेत्र में एयर ड्रॉपिंग पर विचार किया जा रहा है। इसमें बहुत कुछ मौसम पर निर्भर है।
*सुरक्षित स्थानों पर रहें, सावधानी बरतें*
उन्होंने मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर सभी लोगों से सावधानी बरतने और सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने आग्रह किया कि खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा को टाल दें। सुरक्षित स्थानों पर रहें। नदी-नालों के किनारे और भूस्खलन सम्भावित क्षेत्रों में न जाएं। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र मंडी के दूरभाष नम्बर 01905-226201,202,203,204 अथवा टोल फ्री 1077 नम्बर पर सूचित करें ।
*जिले में 5 लोगों की दुखद मृत्यु, 2 लापता*
डॉ. मदन कुमार ने बताया कि जिले में बीते 24 घंटे में बाढ़, फ्लैश फ्लड और भूस्खलन के कारण अलग अलग दुर्घटनाओं में 5 लोगों की दुखद मृत्यु और 2 लोगों के लापता होने की सूचना प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि जिला के बालीचौकी उपमंडल के बागीबोनाड़ गांव में फ्लैश फ्लड के कारण 24 वर्ष के नोक सिंह सुपुत्र जयनंद की मृत्यु हो गई है जबकि वहां 3 व्यक्तियों को स्थानीय लोगों व पुलिस द्वारा रेस्क्यू किया गया है। इसके अलावा बागाचनौगी तहसील के डगैल गांव के 40 वर्षीय परमानंद सुपुत्र नूरत राम और 15 वर्षीय गोपी देवी सुपुत्री मीनू राम की मृत्यु हुई है । गोहर उपमंडल के अनाह क्षेत्र में झौट गांव के तेजा राम सुपुत्र लुहारू राम और सदर उपमंडल के संगलेहड़ में लक्ष्मी देवी पत्नी तुलु की मृत्यु हुई है ।
इसके अलावा थुनाग उपमंडल के जैंसला गांव की 17 वर्षीय ममता सुपुत्री नूपचंद और 46 वर्षीय पुर्नू देवी पत्नी गुलाब सिंह के लापता होने की सूचना है।
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