लव जिहाद,उन्मादी सोच और धर्मातरण को न्यौता दे रहे हैं पंचायत प्रधान।
BHK NEWS HIMACHAL
सुंदरनगर उपमंडल की महादेव पंचायत, धनोटू,चौक पंचायत और नौलखा, कनैड,नेरचौक,व सुंदरनगर में प्रवासी कामगारों की शरणस्थली बनें है। इन पंचायतों के भीतर सैकड़ों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, बागपत,खतौनी, मुज्जफरनगर,सांवली इत्यादि और बिहार राज्य के जमुई,भागलपुर,मुज्जफरपुर, जहानाबाद,जम्मू और कश्मीर के पूंछ,राजौरी,किश्तवाड़, भद्रवाड़ इलाके से संबंध रखने वाले विशेष समुदाय के लोग स्थानीय मकान मालिकों के भवनों में बिना पहचान के धडल्ले से रह रहे है।
जिसमे मुख्यतः सीमेंट डिजाइन,दीवार पुट्टी, नाई,मिस्त्री,राजमिस्त्री,मार्बल मिस्त्री,एल्युमिनियम फिटिंग,कांच फिटिंग,दर्जी मास्टर के रूप में कार्य कर रहे है।जिसमे टेलर मास्टर स्थानीय लड़कियां भी इनसे कपड़े की सिलाई करवाने व प्रशिक्षण ग्रहण करने जाती है। टेलर मास्टर के साथ अन्य उनके साथी यह कार्य करते है।ज्यादा नजदीकियां और संबंध फोन,सोशल मीडिया,वाट्स एप, एफबी इंस्टा के द्वारा प्रगाढ होते है।जो आगे चलकर इन युवतियों और उनके अभिभावकों के लिए घातक सिद्ध हो सकते है।
देवभूमि समस्त देश में एक शांतिप्रिय प्रदेश है।यहां का भोला पन, सादगी,ईमानदारी,अपने आप में उम्दा उदाहरण है। लेकिन इस तरह के वाक्य से जो हाल ही में सामने आया जिसमे मंडी जिले के रिवालसर क्षेत्र की कविता नाम की लड़की को एक विशेष समुदाय के बाहरी राज्य के एक लड़के ने किस तरह से अपने प्रेम जाल में फंसाकर और नाम सोनू बताकर जम्मू और कश्मीर में विशेष समुदाय बहुवादी क्षेत्र में भगाकर ले गया। यह अपने आप में और भविष्य के लिए अपराध को बढ़ाने व आगामी युवा पीढ़ी के लिए खतरे की घंटी ही है। इस केस स्टडी में हम देखेंगे कि मां बाप के घर उक्त लड़के का आना जाना था। लेकिन उसकी आईडी,और स्थाई पता न तो इनके पास,नहीं मकान मालिक के पास, पंचायत प्रधान और न ही संबंधित पुलिस थाना रिकॉर्ड में पंजीकरण था।लड़की जम्मू से ही उस लड़के का विश्वास हासिल कर आधार कार्ड को वाट्स एप के द्वारा घर वालों को पुलिस प्रक्रिया,अनुसंधान, को तीव्र करने के लिए चोरी छुप कर भेजती है। लेकिन आज तक और इसके पहले, इस तरह की वारदात और घटनाओं ने मंडी जिला में फेरी वाले, उन्मादी सोच वाले युवकों ने लव जिहाद के द्वारा लड़कियों को भगाकर और घरवालों के साथ मारपीट धमकी देकर अपने इस कृत्य को बड़ी आसानी से अंजाम तक पहुंचाया है।और न जाने कितनी ही लड़किया इस कुचक्र में फंसकर आज भी उक्त इलाके में अपना वजूद खत्म कर घुटन भरी पर्दा प्रथा के बीच में गुजर बसर कर रही है।यह सब देखकर समाज, पंचायत के बुद्धिजीवी लोगों ने इनको मकान किराए पर बिना किसी रिकॉर्ड व पंचायत में इनके स्थाई प्रमाण पत्र को पंजीकरण करवाने की आज तक जद्दोजहद कभी नहीं की। महादेव पंचायत प्रधान, चौक, नौलक्खा कनैड,नेरचौक, सुन्दरनगर में इस तरह के फेरी वालों,रेहड़ी फहड़ी वालों सभी का जो बाहरी राज्य के कामगार है।पंचायत प्रधान को संज्ञान लेकर पंजीकरण अभियान चलाना चाहिए।लव जिहाद,धर्मातारण करवाना सवैंधानिक अधिकारों का हनन है, और पंचायत इन अधिकारों के साथ इनके विरुद्ध कार्य करने में सक्षम है।इस तरह से ही किसी बड़ी वारदात को घटने से पहले ही रोक लगाई जा सकती है।प्रशासन के लिए भी यह अच्छा रहेगा।क्योंकि अभी तो यह घटनाएं छिट पुट अपने पांव पसार रही है।यदि भविष्य में इनकी संख्या में (लव जिहाद वाली घटनाओं में)इजाफा होता है ,तो बहुलता में समुदायों में दंगे जैसी स्थिति को बढ़ावा मिलेगा और यह विशेष समुदाय बहुल वादी क्षेत्रो में ज्यादा तेजी से फैलेगा।तब इसे दबाने,नियंत्रण करने में जिला प्रशासन और सरकार को बहुत सी निर्दोष जिंदगियों की जान दांव पर लगाकर कीमत चुकानी पड़ेगी।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष भी वारदात वाले जिले से संबंध रखते है।लेकिन इनकी भी इन पंचायतों में रह रहे विशेष समुदायों के व्यक्तियों की शिनाख्त करने और पंचायत प्रधानों के साथ पंजीकरण करवाने के लिए आज तक प्रत्यक्ष मिलाप शून्य ही रहा है।इनकी बैठके अपने वजूद को बरकरार रखने व कुनबे के साथ क्षेत्र के भोले भाले युवाओं को मात्र जोड़ने तक सीमित और धरातल में राजनीति और नाम मीडिया में आने मात्र तक ही है।इस विचार,मंथन गोष्ठी पर श्री राम हनुमान सेवा समिति महादेव चौक के समस्त पदाधिकारियों युवा सचिव समाजसेवी चमन ठाकुर,रमेश कुमार,विशाल ठाकुर, अनु ,केवल सिंह,ज्योति प्रकाश,अंकुश ठाकुर, मुकेश,भारत,पंकज कुमार इत्यादि दो दर्जन से अधिक युवा सदस्यों ने मंडी जिला में हुई इस उन्मादी घटना की कड़ी निन्दा कर सभी पंचायत प्रधानों को शीघ्र अति शीघ्र पंजीकरण अभियान चलाने को कहा है।
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