*एबीवीपी के कड़े संघर्षों का परिणाम : 2022 में आज ही के दिन मंडी विश्वविद्यालय की हुई थी स्थापना ।*
*एबीवीपी ने मंडी विश्वविद्यालय के लिए किए गए संघर्ष को किया याद।*
*1 अप्रैल 2024* के दिन *सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी* ने अपना स्थापना दिवस धूमधाम से छात्रों के साथ मनाया। मंडी विश्वविद्यालय की स्थापना आज ही के दिन वर्ष 2022 में की गई थी और इसी दिन सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी को प्रदेश का दूसरा राज्य विश्वविद्यालय बनने का गौरव प्राप्त हुआ।
वि.वि. स्थापना दिवस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता।
परंतु सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के स्थापना की राह बिलकुल भी आसान नहीं थी, बता दे कि 1970 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से लेकर 2022 तक केवल एक ही राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय इस प्रदेश में रहा। ऐसे में शिमला से दूर जिलों के छात्रों को छोटे छोटे कामों के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। छात्रों की इसी आवाज़ को विद्यार्थी परिषद ने उठाया और *ये विद्यार्थी परिषद का ही संघर्ष* था कि आज मंडी में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय पूर्ण रूप से कार्य कर रहा है।
विद्यार्थी परिषद ने लंबे समय से प्रदेश में दूसरे विश्वविद्यालय की मांग को उठाया। अभाविप मंडी के कार्यकर्ताओं ने तत्कालीन जयराम सरकार से मंडी क्लस्टर विश्विद्यालय को राज्य का दूसरा विश्वविद्यालय बनाने हेतु मांग रखी। विद्यार्थी परिषद ने लंबे समय तक विधायकों एवं डीसी के माध्यम से तत्कालीन जयराम सरकार को कई ज्ञापन सौंपे। परंतु जवाब ना मिलने के बाद विद्यार्थी परिषद ने कई महीनों तक लंबा धरना प्रदर्शन एवं भूखहड़ताल कर अपनी मांग को मजबूत किया। ये मंडी वि.वि. को लेकर अभाविप के कार्यकर्ताओं का ही अटूट इरादा था कि *8 दिसंबर 2021* के दिन मंडी में एबीवीपी द्वारा एक *हुंकार रैली* निकाली गई जिसमें हजारों की संख्या में युवाओं ने भाग लिया। विद्यार्थी परिषद के मजबूत संघर्ष और मांगों के आगे अंततः तत्कालीन प्रदेश सरकार को झुकना पड़ा और हिमाचल को मंडी में सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के रूप में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय प्राप्त हुआ।
*एबीवीपी सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी इकाई अध्यक्ष हर्षित मिन्हास* ने अभाविप मंडी के कार्यकर्ताओं के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद ने हमेशा से ही देश और प्रदेश में छात्रों के हित के लिए आवाज उठाई है और अभाविप के कार्यकर्ताओं ने हमेशा से ही छात्र एवं राष्ट्र हितों के लिए त्याग किया है। उन्होंने बताया कि *वर्तमान प्रदेश सरकार* ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय के साथ *सौतेला व्यवहार* करते हुए पिछले वर्ष सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के *दायरे को वि.वि. में स्टाफ का आभाव बताते हुए कम किया।* *हर्षित मिन्हास* ने कहा कि जिस प्रकार माता पिता अपने बच्चे की देखभाल उसके जन्म से बालिक होने तक करते हैं उसी प्रकार वर्तमान प्रदेश सरकार को भी शुरुआती कुछ वर्षों तक विश्वविद्यालय की उंगली थाम कर छात्र हित में कार्य करना चाहिए था *परंतु प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय के प्रति इस से उलट रुख अपना कर छात्र अहित का कार्य किया है* और यदि प्रदेश सरकार ने अपना रुख नहीं बदला तो विद्यार्थी परिषद वि.वि के लिए अपनी लड़ाई को जारी रखेगी।


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