पीएम मोदी से महिलाओं के तलाक मामले में मांगी दस मिनट चर्चा। संधोल के अप्पर बैरी निवासी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांगा समय।
पीएम मोदी से महिलाओं के तलाक मामले में मांगी दस मिनट चर्चा।
संधोल के अप्पर बैरी निवासी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांगा समय।
मंडी।
महिलाओं के तलाक मामले में मंडी जिला अप्पर बैरी संधोल तहसील निवासी संजीव कुमार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करने के बारे में पत्र लिखकर 10 मिनट का समय मांगा है। इस संदर्भ में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अवगत करवाया है कि जो शादीशुदा महिला तलाक लेती है और उसके बाद उनके लिए जो सरकार ने प्रावधान का रखे हैं ।जिसमें चाहे बात तलाक के बाद पति के वेतनमान का हिस्सा देने सहित अन्य जो दूसरे बातें शामिल की गई है । इस बात को लेकर संजीव कुमार ने पत्र लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 10 मिनट का समय चर्चा करने के लिए मांगा है। उन्होंने बताया कि इस तरह से तलाकशुदा महिला तमाम तरह के वेतन में हिस्सा ज्वेलरी सहित अन्य काम-धाम अपने नाम कर लेती है और बाद में सारे फायदे मिलने के बाद दूसरी जगह जाकर फिर से शादी करके अपना जीवन बसर करना शुरू कर देती है । ऐसे मामलों में पहले जिस व्यक्ति से शादी की होती है तो ऐसी महिलाओं का तलाकशुदा होने के बाद उसके पति के पहले परिवार का पूरी व्यवस्था बिगड़कर रह जाती है और यह क्रम समाज में जारी है और ऐसे कई मामले आ रहे हैं। जिससे तलाकशुदा महिला तो अपना जीवन इस तरह के कृत्य को अंजाम देने के बाद नए सिरे से जीना शुरु कर देती है और अपने पहले पति के परिवार को पूरी तरह से प्रभावित करके रख देती है। तो इस मसले पर संजीव कुमार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करने के लिए 10 मिनट का समय मांगने के लिए पत्र लिखा है। कहा है कि देश में महिलाओं के लिए इस तरह के जो तलाकशुदा केस सामने आने के बाद दोबारा से शादी करके अपना जीवन बसर करना और पहले पति के सारे बेनिफिट अपने नाम कर लेना और उसे परिवार को पूरी तरह से प्रभावित करने के बाद आगे नए सिरे से जीवन यापन कर लेने से पहले वाला प्रभावित परिवार समाज में कुछ करने के लायक नही रहता है। इस तरह के कई मसलों को लेकर संजीव कुमार अपनी बात देश के प्रधानमंत्री के समक्ष रखना चाहते हैं। लिखे पत्र में उन्होंने सिर्फ इस मसले पर 10 मिनट का समय मांगा है ।अब देखना यह है कि संजीव कुमार के द्वारा समाज में जो महिला तलाकशुदा है और बाद में शादीशुदा करके अपना अच्छा जीवन बसर कर रही है। लेकिन पहले पति के परिवार को पूरी तरह से प्रभावित करके रहती है ।तो इस मसले में क्या भविष्य में संजीव कुमार के द्वारा पत्र लिखने के बाद बदलाव आता है। यह पहलू देखने लायक होगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें