शनिवार, 31 अगस्त 2024

*दूरदराज क्षेत्र पौडा़कोठी के लोगों के लिए शुन्य लागत प्राकृतिक खेती पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित*

 *दूरदराज क्षेत्र पौडा़कोठी के लोगों के लिए शुन्य लागत प्राकृतिक खेती पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित*








सुंदरनगर, 31 अगस्त 2024।

कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण आत्मा जिला मंडी विकास खंड सुंदरनगर द्वारा ग्राम पंचायत पौडा़कोठी के मनानू गांव में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को प्राकृतिक खेती व प्राकृतिक खेती में उपयोग होने वाले सभी घटकों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।

सुंदरनगर कृषि विकासखंड के खंड तकनीकी प्रबंधक लेखराज और सहायक तकनीकी प्रबंधक योगराज ने किसानों को प्राकृतिक खेती  में उपयोग होने वाले घटकों को प्रयोगात्मक रूप से बताया गया जिसमें बीजामृत, घनजीवामृत, जीवामृत,द्रेकस्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्निअस्त्र तथा सप्तधान्य अंकुर अर्क आदि थे। किसानों को अपनी प्राकृतिक खेती से लगाई हुई फसलों को बीमारी से बचने के लिए खट्टी लस्सी का उपयोग करना भी सिखाया।

कृषि विकास खण्ड सुंदरनगर के खण्ड तकनीकी प्रबंधक लेखराज ने बताया कि शिविर में ग्राम पंचायत पौड़ाकोठी के लगभग 35 किसानों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस तरह की गतिविधियों को आयोजित करने का उद्देश्य है कि संपूर्ण किसान वर्ग प्राकृतिक खेती के बारे में जाने और लाभ उठाएं।



*कम लागत में अच्छी पैदावार तथा मुनाफा ज्यादा।*

लेखराज ने बताया कि शून्य लागत प्राकृतिक खेती तकनीक के अतंर्गत किसान को किसी भी प्रकार के रासायनिक और कीटनाशकों तत्वों को खरीदने की जरुरत नहीं पड़ती है और इस तकनीक में किसान केवल अपने द्वारा बनाई गई खाद का इस्तेमाल करता है, जिसके चलते किसानों को कम  लागत में अच्छी पैदावार का लाभ मिलता है।



*पैदावार की गुणवत्ता बढ़ती है।*

उन्होंने बताया कि शून्य लागत  प्राकृतिक खेती से पैदावार की गुणवत्ता बढ़ती है, क्योंकि इस तकनीक में किसी भी रासायनिक उर्वरको एवं कीटनाशकों का प्रयोग वर्जित है। इस तकनीक में सभी प्राकृतिक चीजो का ही प्रयोग किया जाता है जिससे फसल जहर मुक्त होती है और इसका सेवन करने से किसी भी प्रकार की बीमारी से ग्रस्त होने का खतरा नहीं होता है।



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