सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

हिम साहित्य परिषद द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर सुंदर नगर में साहित्यिक आयोजन किया

 हिम साहित्य परिषद द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर  सुंदर नगर में साहित्यिक आयोजन किया 




सुंदर नगर

हिम साहित्य परिषद द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर शनिवार को सुंदर नगर में साहित्यिक आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त अपूर्व देवगन द्वारा की गई।आयोजन इंटरनैशनल सीनियर सिटीजन होम (वृद्धाश्रम) के सभागार में हुआ। इस आयोजन के पहले सत्र में उपायुक्त द्वारा डॉक्टर विजय विशाल को हिंदी साहित्य सम्मान और पहाड़ी साहित्य सम्मान से कृष्ण चंद्र महादेविया को नवाजा गया। हिंदी भाषा के संरक्षण व संवर्धन से संबंधित विस्तृत पत्र डा पीसी कौंडल द्वारा प्रस्तुती सहित इस मौके पर नवोदित कवयित्री हरपिंदर कौर को भी प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में लोक गायिका कृष्णा ठाकुर के सुंदर मंच संचालन में बहुभाषी कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस मौके पर उपायुक्त अपूर्व देवगन को डा. पीसी कौंडल ने आखिर कब तक, नीरज शास्त्री ने विद्यालय के बाल कवि और विनोद वर्मा ने पीताम्बर काव्य संग्रह (तीनों काव्य संग्रह) भेंट किए।



इस मौके पर भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जिला स्तरीय पुरस्कार भी दिए गए। इस बार विभागीय पुरस्कार जिला कोषागार को, अधिकारी का पुरस्कार जिला सहायक लोक संपर्क अधिकारी विनोद वर्मा को, कर्मचारी का पुरस्कार पंचायती राज विभाग की अधिक्षक बवीता गुलेरिया को और शिक्षा विभाग के मनोज शैल को प्रदान किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में परिषद अध्यक्ष डॉ पीसी कौंडल ने सभी का स्वागत किया। कवि सम्मेलन के आखिर में परिषद के कोषाध्यक्ष तुमि शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उप मंडलाधिकारी ना गिरीश सोमरा, जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया और सीनियर सिटीजन होम के अध्यक्ष डॉ पदम सिंह गुलेरिया परिषद के सीताराम वर्मा भी उपस्थित रहे।



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.