*प्रधानाचार्य की सेवा को जल्द से जल्द नियमित करे सरकार नरेश महाजन*
हिमाचल प्रदेश हेडमास्टर ऑफिसर काडर संवर्ग जिला मंडी की एक बैठक का आयोजन होटल आशियाना रेजेंसी सुंदर नगर में ज़िला प्रधान नरेश महाजन की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें महासचिव ममता चौधरी,वित सचिव योगेश कुमार, मुख्य संरक्षक भाग सिंह, प्रधान महिला विंग मंडी पूनम कोहली, कार्यकारी प्रधान लालमन यादव,वरिष्ठ उप प्रधान शैलिंदर् पटियाल,संयुक्त वित सचिव नानक चंद व मुख्य आयोजन सचिव राकेश कुमार ने शिरकित की सब ने संयुक्त ब्यान में कहा कि हिमाचल प्रदेश में 2017 से आज तक कार्य कर रहे प्रधानाचार्य प्लेसमेंट पर कार्य कर रहे हैं इसलिए 2017 से मई 2023 तक कार्य कर रहे प्रधानाचार्य को सरकार जल्द से जल्द नियमित करे। ज़िला प्रधान ने यह भी बताया कि वर्तमान में प्रदेश में प्रधानाचार्य के लगभग 500 पद खाली चल रहे हैं इसलिए सरकार मुख्याध्यापकों से प्रधानाचार्य के पद पर पदोन्नति 50:50 कोटे से ही हो इस कोटे से सरकार कोई छेड़ छाड़ न करे और पदोन्नति सूची जल्द से जल्द जारी करे। संवर्ग के प्रधान ने बताया कि मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य बनने के लिये लंबा इंतज़ार करना पढ़ता है कई साथी तो बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं संवर्ग के प्रधान ने बताया कि पहले मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य का पदोन्नति कोटा 60 था और प्रवक्ता से प्रधानाचार्य का कोटा 40 होता था उसको भी सरकार द्वारा घटाकर 50-50 कर दिया गया जो की मुख्याध्यापक संवर्ग के साथ अन्याय हुआ है। मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य व प्रवक्ता से प्रधानाचार्य का वर्तमान निर्धारित कोटा 50-50 है अगर आज के परिवेश में बात की जाए तो प्रवक्ता से प्रधानाचार्य पदोन्नति का अक्टूबर 2024 तक शेष कोटा 150 बनता है तथा कोटे से ज्यादा पदोन्नति हो चुकी है और मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य पदोन्नति का अक्टूबर 2024 तक का कोटा अभी 350 पद शेष हैं इसलिए कोटा और मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य पद की पदोन्नति योग्यता इन दोनों बातों को ध्यान में रखते हुए कहने का अभिप्राय कि भर्ती व पदोन्नति नियमों को ध्यान में रखते हुए ही सरकार पदोन्नति सूची जारी करे । जिला प्रधान मंडी नरेश महाजन व उनकी कार्यकारिणी सरकार व विभाग से यह मांग करते हैं कि मुख्याध्यापकों से प्रधानाचार्य पद की पदोन्नति सूची को जल्द से जल्द जारी किया जाए तांकि मुख्याध्यापकों को उनका हक मिल सके। मुख्याध्यापक व प्रवक्ता दोनों वर्ग अपने-अपने कोटे के अनुरूप ही पदोन्नति पा सकें।संवर्ग के प्रधान ने कहा कि उप शिक्षा निदेशक व संयुक्त निदेशक के खाली चल रहे पदों पर सरकार जल्द से जल्द पदोन्नति करे तथा यह पदोन्नति पुराने भर्ती और पदोन्नति नियम के अनुसार हो जिसमें मुख्याध्यापक कोटे से 60 व प्रवक्ता कोटे से 40 अध्यापक उप शिक्षा निदेशक के पद पर आसीन हों।
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