सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कुल्लू दशहरा उत्सव युवाथोन फेस्टिवल में हिमाचल के टॉप फिटनेस इनफ्लुएंसर का श्रेय मिला राणा द वाइपर को।

 कुल्लू दशहरा उत्सव युवाथोन फेस्टिवल में हिमाचल के टॉप फिटनेस इनफ्लुएंसर का श्रेय मिला राणा द वाइपर को।





अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव 2024 पर ग्रामीण खेल उत्सव के समापन पर हिमाचल के टॉप इनफ्लुएंसर को युवाथोन द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में अपनी अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका मिला। जिसमें की हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला के निरमंड खंड के छोटे से गांव चकलोट से संबंध रखने वाले कमल कांत राणा उर्फ़ राणा द वाइपर को यहां पर टॉप फिटनेस इनफ्लुएंसर के तौर पर मौका दिया गया। राणा ने बताया कि जिला परिषद अध्यक्ष कुल्लू पंकज परमार जी इस युवाथोन के संस्थापक है जो की युवाओं की प्रतिभाओं के लिए काफी अच्छा मौका दे रहे हैं। राणा ने बताया कि पंकज परमार जी का यह मिशन व उनकी और सोच न सिर्फ युवाओं के लिए है बल्कि यह हर उस व्यक्ति के लिए है जो कि हमारे हिमाचल एक अलग सोच लेकर कुछ कर रहे हैं। और हर उस व्यक्ति को एक मंच प्रदान करना है जिसके अंदर अपना हुनर है।उसको आगे लाना भी इस संगठन का उद्देश्य है। इस युवाथोन के म्यूजिक प्रोग्राम में 7 साल से लेकर 70 साल तक के व्यक्ति शामिल थे जिसमें की अलग-अलग प्रतिभाओं से संबंध रखते थे जिसमें हिमाचल के टॉप इनफ्लूएंसर मिस इंडिया दिव्यांगा मेहता,शिवानी ठाकुर, सिराज़ी, डांस ग्रुप और अलग-अलग लोगों ने अपनी अपनी स्थिति शामिल की। राणा नीचे मंच के माध्यम से सभी लोगों से आग्रह किया कि सभी समाज की सभी वर्ग के लोगों को इस संस्था में जुड़ना चाहिए क्योंकि यहां पर वह हर तरह का प्लेटफार्म सभी के लिए उपलब्ध है जिसमें कि हमारा नशा मुक्ति सेल्फ डिफेंस कल्चरल को बढ़ावा देना और भी काफी अच्छी-अच्छी एक्टिविटी है जिससे हमारा समाज एक अच्छा समाज बन सकता है। राणा ने जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार जी का आभार जताया। समापन के दौरान यहां पर मुख्य अतिथि के रूप में जीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर जी उपस्थित रहे।




टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.