जल शक्ति विभाग ने लाखों रुपए खर्च करके पानी बचाने के लिए जगह-जगह बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा रखे हैं लेकिन विभाग खुद ही इनकी अनदेखी कर रहा
जल शक्ति विभाग ने लाखों रुपए खर्च करके पानी बचाने के लिए जगह-जगह बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा रखे हैं लेकिन विभाग खुद ही इनकी अनदेखी कर रहा है। जल शक्ति विभाग जवाली में भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है। मिनी सचिवालय जवाली को जाने वाले रास्ते के सामने सड़क किनारे पानी की पाइप टूटी हुई है जिससे रोजाना पानी लोगों के गले तर करने की बजाए गड्ढे को ही तर कर रहा है। रोजाना एक बड़ा गड्ढा पानी से भर जाता है लेकिन जल शक्ति विभाग आंखें बंद करके यह सब देख रहा है। नगर पंचायत जवाली के वार्ड नं. पांच के बाशिंदे पिछले पांच दिनों से पानी को तरस रहे हैं। लोगों के घरों में बनी टंकियों व बर्तनों में पानी की बूंद तक नहीं है। शौचालयों की टंकियां खाली होने के कारण शौचालयों से बदबू आ रही है। खाना बनाने के लिए पानी नहीं है। लोग टैंकरों से पानी मंगवाने को मजबूर हैं। लोगों अमीश महाजन, संजीव पठानिया, तरसेम, रघुवीर, कर्म चंद, रंदेव, सतीश, राजेश, ललित मोहन शर्मा, कुलदीप इत्यादि ने कहा कि जल शक्ति विभाग को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। जल शक्ति विभाग भारी-भरकम बिल तो भेज देता है लेकिन पानी की सप्लाई देना उचित नहीं समझता है। लोगों ने कहा कि विभागीय अधिकारी जनता की समस्या को सुनने की बजाए कानून समझाने शुरू कर देते हैं। लगता है कि अधिकारी समस्या सुनने नहीं अपितु कानून पढ़ाने आए हैं। विभागीय कर्मियों से पानी की समस्या बाबत जानना तो बताया गया कि लोक निर्माण विभाग ने पुली बनाने के लिए जेसीबी से गड्ढा खोदा था जिससे पाइप टूट गई थी और जब लोक निर्माण विभाग का काम पूरा नहीं होता तब तक पाइप को नहीं जोड़ा जा सकता। अब सवाल है कि अगर लोक निर्माण विभाग द्वारा एक माह तक कार्य पूरा नहीं किया जाता है तो लोगों को एक माह तक प्यासा रहना पड़ेगा। इस गैर जिम्मेदाराना जबाव से लोगों में विभाग के प्रति रोष है। उन्होंने कहा कि अगर एक दिन में यह समस्या हल न हुई तो विभागीय कार्यालय का खाली वर्तन लेकर घेराव किया जाएगा।
इस बारे में जल शक्ति विभाग जवाली के अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा ने कहा कि मुझे आज ही इस समस्या का पता चला है तथा जल्द ही इस समस्या का हल किया जाएगा।
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