जयगोपाल शर्मा अड़तीस सालों की सरकारी सेवा के बाद सेवानिवृत्त
निरमण्ड जिला कुल्लू के तहसीलदार जयगोपाल शर्मा आज अड़तीस सालों (लगभग चार दशकों) की सरकारी सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए। श्री जयगोपाल शर्मा सुन्दर नगर जिला मण्डी के रहने वाले हैं। जयगोपाल के पिता पुरोहित का कार्य करते थे। जयगोपाल का बचपन काफी संघर्ष से भरा हुआ रहा है। बतौर मजदूर इन्होंने सड़कों और कूल्हों को बनाने मे कार्य किया है। पंचायत स्तर पर छोटे रास्ते बनाते हुए भी बतौर बेलदार अपना जीवन निर्वाह किया है। बर्ष 1987 में सीधी भर्ती से कानूनगो के रूप में सरकारी सेवा में आए। इस बीच हिमाचल विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा भी उत्तीर्ण की । 2010-11 में नायब तहसीलदार के पद पर पदोन्नत हुए। बिलासपुर जिले के नम्होल और मण्डी जिला के बालीचौकी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी। बर्ष 2014 में तहसीलदार के पद पर पदोन्नत हुए। जिला कांगड़ा के जयसिंहपूर , नूरपूर, जिला मण्डी के बल्ह, चच्योट,जिला बिलासपुर के सदर और घुमारवीं तथा जिला कुल्लू के निरमंड में तहसीलदार के पद पर कार्य किया। बर्ष 2012 से लेकर अब तक हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी महासंघ के उपाध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष के पद पर आसीन रहे। बतौर प्रदेशाध्यक्ष इन्होंने काफी बुलन्द आवाज में राजस्व अधिकारियों के मसलों को सरकार के समक्ष उठाया है। सितम्बर 2022 में इनकी अध्यक्षता में सारे प्रदेश भर के तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने सभी तहसीलों में छुट्टी कर दी थी। और चार दिन तक राजस्व अधिकारी पूरे प्रदेश भर में अवकाश पर रहे थे। राजस्व अधिकारियों के हितों की रक्षा के लिए और आम जनमानस के भूमि सम्बन्धी मसलों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आगे भी कार्य करते रहेंगे। -
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