प्रो. डॉ. छगनभाई नानजीभाई पटेल अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सुश्री निधि त्रिपाठी राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में पुनर्निर्वाचित।
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यादविंदर नई दिल्ली - प्रो. डॉ. छगनभाई नानजीभाई पटेल (गुजरात) और सुश्री निधि त्रिपाठी (दिल्ली) देश के अग्रणी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्रमशः राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में सत्र 2021 -22 हेतु निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। यह घोषणा आज अभाविप केन्द्रीय कार्यालय (मुंबई) से की गई।
अभाविप के केन्द्रीय कार्यालय से आज चुनाव अधिकारी डॉ. नागेश ठाकुर द्वारा जारी वक्तव्य के अनुसार उपरोक्त दोनों पदों का कार्यकाल एक वर्ष रहेगा एवं दोनों पदाधिकारी जबलपुर (महाकोशल ) में दिनांक 24-26 दिसम्बर, 2021 को होने वाले 67वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अपना पदग्रहण करेंगे।
प्रो. डॉ. छगनभाई नानजीभाई पटेल (सी. एन. पटेल) मूलतः गुजरात के महेसाणा जिले से है। आपकी शिक्षा भेषजिकी (फार्मेसी) विषय में PhD तक हुई है। वर्तमान में आप महेसाणा के ‘सार्वजनिक फार्मेसी कॉलेज’ में प्रोफ़ेसर एवं प्राचार्य तथा गुजरात तकनीकी विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के अधिष्ठाता एवं विश्वविद्यालय के शासक मंडल के सदस्य हैं। आपने अब तक 44 अंतर्राष्ट्रीय एवं 170 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित किये है तथा 24 से अधिक PhD शोधार्थियों को फार्मेसी संबंधित विविध शोध विषयों पर मार्गदर्शन कर चुके हैं, आप ‘फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया’ के माननीय सदस्य हैं। विद्यार्थी काल से ही आप सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। गुजरात के भेषजिकी क्षेत्र के विद्यार्थियों, शिक्षको एवं उद्योजको को समाज के विविध वर्गों के लिए सहयोगी एवं संवेदनशील बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विगत 13 वर्षो से ख्यातिप्राप्त राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार “फार्माविजन” के माध्यम से विविध शैक्षणिक एवं सामाजिक विषयों पर संवाद को आपने दिशा दी है। वर्ष 1996 से परिषद में प्राध्यापक कार्यकर्ता के रूप में आपने नगर अध्यक्ष से लेकर गुजरात प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया। इस सत्र (2021-22) के लिए आप अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनर्निर्वाचित हुए है। आपका निवास महेसाणा है।
सुश्री निधि त्रिपाठी मूलतः उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से है। आपने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से BA और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से MA, MPhil तक की पढ़ाई पूर्ण की तथा वही पर PhD में अध्ययनरत हैं। वर्ष 2013 से अभाविप में सक्रिय रूप से जुड़ी। आपने पूर्व में जे.एन.यू. इकाई में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए वर्ष 2017 में JNU छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद की उम्मीदवार के रूप में अभाविप का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 2016 में JNU में लगे भारत विरोधी नारों के विरुद्ध छात्र आंदोलन की अग्रणी सहभागी तथा अभाविप के मिशन साहसी अभियान को अखिल भारतीय स्वरूप पर ले जाने में आपकी महती भूमिका रही है। वर्ष 2018 मे भारत सरकार के खेल एवं युवा कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित श्रीलंका यात्रा का प्रतिनिधित्व किया है। संस्कृत साहित्य की शोधार्थी के रूप में विभिन्न राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में पत्र रखे हैं। राष्ट्रीयता के मुद्दों पर मुखर प्रवक्ता एवं छात्रहित के मुद्दों पर सतत सक्रिय आप पूर्व में अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री रही हैं। इस सत्र (2021-22) के लिए आप अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री पुनर्निर्वाचित हुई है। आपका निवास दिल्ली है।
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