बुधवार, 13 अप्रैल 2022

अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य पर एबीवीपी एचपीयू ने किया खुली सभा का आयोजन |* *पोस्टर लेखन का भी किया आयोजन*

 

               


*• अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य पर एबीवीपी एचपीयू ने किया खुली सभा का आयोजन |*


*पोस्टर लेखन का भी किया आयोजन*



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13 अप्रैल 2022


 अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा आज दिनांक 13 अप्रैल 2022 को भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य पर विवि के ऐतिहासिक पिंक पैटल पर आम सभा का आयोजन किया गया |



इस दौरान पिंक पैटल पर मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए इकाई अध्यक्ष आकाश नेगी ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत रत्न से सम्मानित डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी को एक विश्वस्तरीय विधिवेत्ता, भारतीय संविधान के निर्माता और करोड़ों शोषितों, वंचितों दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को सम्मानीय जीवन देने के लिए हमेशा याद किया जायेगा | उन्होंने कहा कि "उन्होंने भारतीय संविधान को विस्तृत तरीके से तैयार किया और अस्पष्टता की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी। आकाश ने कहा कि अपने प्रगतिशील कृतित्व और रोशन व्यक्तित्व के कारण वे आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं।







आकाश ने कहा कि ऐसे बहुत सारे लोग जिन्हें अपने अधिकारों के लिए कभी आवाज उठाने का अवसर नहीं मिला, जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं के लिए रोजमर्रा की जद्दोजहद जिनकी जिन्दगी का सच था; उन सभी लोगों के लिए बाबा साहेब एक सम्पूर्ण और बेहद जरुरी आवाज बन कर आये थे। उस समय समाज में अनेक कुरीतियां, छुआछूत और ऊंच-नीच की प्रथायें प्रचलन में थीं। जिसके लिए उन्होंने अथक संघर्ष किया। वे स्वयं दलित वर्ग से सम्बन्धित थे। छुआछूत के दंश को, समाज में व्याप्त सामाजिक असमानता, जाति-व्यवस्था, शूद्रों के साथ होने वाले अमानवीय व्यवहार को उन्होंने अपने बाल्यकाल से देखा-जाना और भोगा था। उस भोगे हुए जीवन-यथार्थ से उन्हें प्रत्येक प्रकार की सामाजिक असमानता के लिए आवाज उठाने की प्रेरणा मिली।  उनका मानना था कि “छुआछूत गुलामी से भी बदतर है। वे निरंतर हिंदू समाज को सुधारने, समानता लाने के लिए प्रयास करते रहे | आकाश ने कहा कि हम सबको बाबा साहेब के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है | आकाश ने कहा कि अगर हम अपने जीवन में उनके विचारों को उतार लें तो यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी |



इसके उपरांत पिंक पैटल पर पोस्टर लेखन का भी आयोजन किया गया जिसमें बहुत से आम छात्रों ने भाग लिया एवं बाबा साहेब के प्रति अपने विचारों को प्रकट किया | 



 


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