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रामेश्वर नाथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धनेड पटडीघाट से हुए सेवानिवृत्त। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर थे सेवारत। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ जिला मंडी के मुख्य सलाहकार भुट्टो राम को मलाल। 60 की बजाय 58 साल में ही कर दिया रिटायर। कार के दोहरे मापदंड से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ आहट। बोले पद वेतन एक समान तो सेवानिवृत्त में विसंगति क्यों।

 रामेश्वर नाथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धनेड पटडीघाट से हुए सेवानिवृत्त।



चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर थे सेवारत।


चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ जिला मंडी के मुख्य सलाहकार भुट्टो राम को मलाल।


60 की बजाय 58 साल में ही कर दिया रिटायर।


कार के दोहरे मापदंड से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ आहट।


बोले पद वेतन एक समान तो सेवानिवृत्त में विसंगति क्यों।



BHK NEWS HIMACHAL

सुंदर नगर।


चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति को लेकर हिमाचल सरकार के दोहरे मापदंड से कर्मचारी काफी आहत हैं।सरकार की ओर से कुछ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त किया जा रहा है।तो कुछ को 58 की आयु में सेवानिवृत्त किया जा रहा है। इस तरह से एक ही कैडर के कर्मचारियों के साथ इस तरह के दोहरी मापदंड से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी काफी आहत है। यह शब्द चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ जिला मंडी के मुख्य सलाहकार एवं जलवाहक एवं सेवादार संघ के पूर्व में प्रदेशाध्यक्ष रहे भूटू राम ने कहे। उन्होंने कहा कि जो 2001 के बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर सेवारत हुए हैं। उनको सरकार 58 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त कर रही है। जबकि 1997 में लगे कर्मचारियों को 60 साल की आयु में सेवानिवृत्त कर रही है ।बीजबकि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का पद और वेतन एक समान है । तो सेवानिवृत्ति के अवसर पर दोहरे मापदंड अपनाने से संघ सरकार और शिक्षा विभाग के दोहरे रवैए से काफी आहत हैं । इस तरह का ही एक दृष्टांत मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धनेड पटडीघाट में भी देखने को मिला। जहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामेश्वर नाथ 58 वर्ष की सेवा काल के बाद सेवानिवृत्त कर दिया गया है। रामेश्वर नाथ ने 15 साल अंशकालीन कर्मचारी के रूप में सेवाएं दी और उसे नियमित हुए 5 साल ही हुए थे और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 58 वर्ष की आयु में ही सेवानिवृत्त कर दिया गया है। जबकि कोर्ट के आदेशों के तहत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की सेवानिवृति 60 वर्ष की गई है। स्कूल में रामेश्वर नाथ की सेवानिवृत्ति के ऊपर स्कूल प्रबंधन समिति और स्कूल स्टाफ की ओर से विदाई समारोह का भी आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के प्रिंसिपल संजीव ठाकुर सचिव सोहन शर्मा उप प्रधानाचार्य दुनीचंद चुन्नीलाल सेवादार सरकाघाट के प्रधान जगदीश चंद्र गोपालपुर से महासचिव कृष्ण चंद्र दुनी चंद्र सहित तमाम स्टाफ ने रामेश्वर नाथ को सम्मानित किया और उनके सेवाकाल के दौरान किए गए बेहतरीन कार्यों के लिए पीठ भी थपथपाई। रामेश्वर नाथ को मलाल है कि सरकार एक ही कैडर के कर्मचारियों के साथ दोहरा मापदंड अपना रही है। जबकि एक समान वेतन एक पद होने के चलते सेवानिवृत्ति भी 60 वर्ष की आयु में करनी चाहिए थी। लेकिन वर्तमान में ऐसा होता नजर नहीं आया है। जिससे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से गहरा मलाल है और उन्होंने मांग की है कि इस विसंगति को जल्द से जल्द दूर किया जाए ताकि एक पद एक वेतन के तहत सेवारत कर्मचारियों को सेवानिवृत्त 60 साल की आयु में हो सके।



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