ग्राम रोजगार सेवक संघ हिमाचल की बैठक प्रदेशाध्यक्ष शिव राज ठाकुर की अध्यक्षता में रविवार को गूगल मीट के माध्यम से हुई
सुंदरनगर।
ग्राम रोजगार सेवक संघ हिमाचल की बैठक प्रदेशाध्यक्ष शिव राज ठाकुर की अध्यक्षता में रविवार को गूगल मीट के माध्यम से हुई। ग्राम रोजगार सेवक
संघ हिमाचल प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष शिव राज ठाकुर ने कहा कि आजकल जिला
परिषद के अन्तर्गत कार्यरत आधिकारी कर्मचारी महासंघ की श्रेणियों में
अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ अभियंता, तकनीकी सहायक व पंचायत
सचिव पंचायती राज ग्रामीण विकास विभाग में मर्ज की मांग को लेकर 25 जून
2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं।
ये सभी कर्मचारी कई
वर्षों से सरकार व विभाग का कार्य कर रहे हैं। लोकतंत्र में हर नागरिक,
हर कर्मचारी को सरकार के समक्ष अपना अपना हक रखने का अधिकार होता है।
प्रदेशाध्यक्ष शिव राज ठाकुर ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवक संघ हिमाचल
प्रदेश भी जिला परिषद के अन्तर्गत अधिकारी कर्मचारी महासंघ द्वारा लिए गए
हड़ताल के निर्णय का उनकी जायज मांगो का समर्थन करता है और साथ में सरकार
व विभाग का ध्यान पंचायती राज व ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत सभी
कर्मचारियों के बारे में जगाया है कि सबका एक ही विभाग है। जहां जिला
परिषद व मनरेगा में कर्मचारी नियुक्त किए है। जोकि सरकार व विभाग का
कार्य बड़ी ईमानदारी से दिन रात कर रहे हैं और हिमाचल प्रदेश को
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाते है। ग्रामीण विकास विभाग में भी मनरेगा
के अन्तर्गत ग्राम रोजगार सेवक, कम्प्यूटर ऑपरेटर व कनिष्ट लेखापाल
2007-08 से नियुक्त किये हैं जिन्हें मनरेगा एडमिन से वेतन दिया जाता है
और दूसरे विभागीय कर्मचारियों की तर्ज पर कोई भी लाभ जैसे मैडिकल,
ग्रेच्यूटी, अर्जित अवकाश, करुणामूलक नौकरी, पदोन्नति व अन्य कई प्रकार
के विभागीय लाभ नहीं दिए जाते हैं। जबकि ये सभी श्रेणियां भी सरकार की
बहुत महत्वपूर्ण मनरेगा योजना व विभाग जैसे ग्रामीण विकास, पंचायती राज,
स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, वागवानी, वन विभाग आदि के कार्य हो
बखूबी दिन रात सभी कार्य बड़ी इमानदारी से कर रहे हैं।
प्रदेशाध्यक्ष शिव राज ठाकुर ने कहा चाहे जिला परिषद के कर्मचारी हों या
मनरेगा के कर्मचारी हो जब सभी कर्मचारी सरकार व विभाग के सभी कार्य कर
रहे हैं। तो फिर इन सभी कर्मचारियों को पंचायती राज व ग्रामीण विकास
विभाग का नियमित कर्मचारी क्यों नहीं बनाया जा सकता है। ग्राम रोजग़ार
सेवक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शिव राज ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री व
ग्रामीण विकास मंत्री से मांग की है कि इन सभी जिला परिषद और मनरेगा के
अन्तर्गत कर्मचारियों का विलय पंचायती राज व ग्रामीण विकास विभाग में
किया जाए ताकि सभी कर्मचारी खुद को सुरक्षित महसूस कर सके। उन्होंने कहा
कि आने वाली मंत्रीमंडल की बैठक में विभाग में मर्ज होने की जायज मांग को
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट के समक्ष रखेंगे और पूरी उम्मीद
हैं कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर उक्त मांगों को अंतिम रूप देकर राहत
प्रदान करेंगे। जिसमें संघ के महासचिव मुनी लाल चौहान, मुख्य सलाहकार
यशवन्त ठाकुर, सलाहकार वीरेन्द्र बिन्दू, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय कुमार,
उपाध्यक्ष धर्म सिंह, गोपाल शर्मा, देवेन्द्र वर्मा, बालक राम, सहसचिव
संजीव कुमार, राम रतन, डोला राम, अनिल कुमार, राम कांगड़ा जिलाध्यक्ष
साहिव सिंह, मण्डी से मन्जुल ठाकुर, कुल्लू से विद्यासागर, चम्बा से अशोक
कुमार, हमीरपुर से प्रवीण कुमार, बिलासपुर से सन्दीप कुमार, शिमला से
मोहिन्द्र, सिरमौर से सत्तपाल, किन्नौर से योगेश नेगी, लाहुल से अमित
कुमार, सोलन के उपाध्यक्ष अनु कुमार और ऊना के उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार
उपस्थिति रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें