मंगलवार, 30 अगस्त 2022

धर्मपुर में क़ायम परिवारराज से भाजपा कार्यकर्ता ही हैं घुटन के शिकार-भूपेंद्र भाजपा मंडलाध्यक्ष ने परिवारराज बताई त्यागपत्र देने बजह!

 धर्मपुर में क़ायम परिवारराज से भाजपा कार्यकर्ता ही हैं घुटन के शिकार-भूपेंद्र

 भाजपा मंडलाध्यक्ष ने परिवारराज बताई त्यागपत्र देने बजह!



BHK NEWS HIMACHAL

धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में कहने के लिए एक विधायक चुने गए हैं लेकिन हक़ीक़त में यहां पर उनका परिवारराज कायम हो गया है।जिसके बारे में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी लंबे समय से मंत्री पर परिवारराज क़ायम के आरोप लगाती रही है लेकिन अब इसकी पुष्टि भाजपा धर्मपुर मण्डल के अध्यक्ष पूर्ण चन्द के त्यागपत्र देने से हो गयी है जिसमें उन्होंने मंत्री की तानाशाही औऱ परिवारराज  के चलते कार्यकर्ताओं को घुट घुट कर काम करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। यही नहीं यहां पर मंत्री के बेटे और बेटी के अलावा किसी दूसरे कार्यकर्ता का कोई महत्व नहीं है।सूत्रों की मानें तो भाजपा मंडलाध्यक्ष पूर्ण चन्द मंत्री के बेटे के परोपकार माने जाते हैं और उन्हें टिकट देने के पक्षधर हैं जो मंत्री और उनकी बेटी को बड़े दिनों से रास नहीं आ रहे थे।माकपा नेता व पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने कहा कि धर्मपुर में देखने को तो भाजपा के संगठन की कई कमेटियां बनाई जाती हैं लेकिन ये सब कमेटियां मंत्री और उनके परिवार का स्तुतिगान करने का काम करती हैं और उन्हें हार पहनाने और उनके जिंदाबाद के नारे लगाने के लिए ही इस्तेमाल किये जाते हैं।यही नहीं मंत्री का बेटा जो किसी सरकारी ओहदे पर नहीं है उसे मंत्री के दबाब में हर सरकारी कार्यक्रम में मुख्यातिथि बनाया जाता है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले कल संधोल केंद्रीय विद्यालय में दस जमा एक कक्षा शुरू करने के लिए भी आज मंत्री के बेटे को मुख्यातिथि बनाया गया था।यही नहीं गत माह जब धर्मपुर में भी केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने सेंट्रल स्कूल का शुभारंभ करना था जो किसी कारणवश वहां नहीं आये तो उस दिन भी मंत्री पुत्र को मुख्यातिथि बना दिया गया था।यहीं नहीं हालात ये हो गए हैं कि मंत्री के अलावा उनका बेटा अपना वर्चस्व कायम करने के लिए समांतर गतिविधियां करता है तो दूसरी तरफ उनकी बेटी अपनी टीम के माध्यम से काम कर रही है जबकि भाजपा से जुड़े कर्यकर्ताओं ,पँचायत प्रतिनिधियों,ठेकेदारों और सरकारी कर्मचारियों को तीन तीन तरह के आदेश जारी होते हैं और उन्हें वे मानने पड़ते हैं। यही नहीं स्थिति ये हो गई है कि बेटे की टीम अलग है और बेटी की टीम अलग हैं और ऐसा भी हो रहा है कि जो कार्यकर्ता बेटी से नाराज़ हो जाता है तो उसे बेटा अपनी टीम में स्थान देता है।इस तरह धर्मपुर में कायम हो रहे इस परिवारराज से अभी परेशान हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने के मूड में हैं।भूपेंद्र सिंह ने घुट घुट कर काम कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि वे इस परिवारराज के ख़िलाफ़ आवाज़ उठायें और विपक्षी दलों से इस परिवार को सत्ता से बाहर करने के लिए एकजुटता बनाने की अपील की है।



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