शुक्रवार, 9 दिसंबर 2022

इंदिरा मार्किट की छत पर सन्डे मार्केट न लगाने के फ़ैसले का सीटू ने किया विरोध आंगनवाड़ी, मिड डे मील और आशा वर्करों की मांगों को लेकर 6 जनवरी को दिये जायेंगे ज्ञापन



इंदिरा मार्किट की छत पर सन्डे मार्केट न लगाने के फ़ैसले का सीटू ने किया विरोध

आंगनवाड़ी, मिड डे मील और आशा वर्करों की मांगों को लेकर 6 जनवरी को दिये जायेंगे ज्ञापन




BHK NEWS HIMACHAL 

मंडी:मज़दूर संगठन सीटू के हिमाचल प्रदेश ज़िला कमेटी मंडी की बैठक आज कॉमरेड तारा चन्द भवन मंडी में आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता ज़िला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने की और राज्य महासचिव प्रेम गौतम विशेष तौर पर बैठक में उपस्थित हुए।बैठक में  हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में मज़दूर व किसान विरोधी भाजपा सरकार को जनता द्धारा सत्ता से बाहर करने पर प्रसन्नता जताई है और नई सरकार से उम्मीद की है कि वे मज़दूरों की मांगों जिनमें आंगनवाड़ी, मिड डे मील, मनरेगा और निर्माण मज़दूरों, रेहड़ी फहड़ी, आउटसोर्स, फोरलेन, सफ़ाई, सीवरेज,फोरलेन,मज़दूरों की मांगों को हल करने के लिए निर्णय लेगी। बैठक में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री नर्सरी में भर्ती करने की मांग को लेकर नई सरकार बनने पर मुद्दा उठाया जाएगा और उन्हें सरकारी कर्मचारी नियुक्त करने तथा उन्हें हरियाणा की तर्ज़ पर मानदेय देने की मांग उठाई है। इसके अलावा मनरेगा में मज़दूरों को  काम नहीं मिलने पर भी चर्चा हुई और120 दिनों का रोज़गार और 350रु मज़दूरी देने की भी मांग की गई और इसके लिए जनवरी माह से अभियान चलाया जाएगा।इसके अलावा पिछली सरकार द्धारा  राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड के लाभों को बन्द कर दिया था तो उसे पुनः बहाल करने के लिए सरकार से मांग की जाएगी और यदि महदूरों के लाभ बहाल नहीं होते हैं तो यूनियन बोर्ड कार्यालय की घेराबंदी माह मार्च में की जाएगी।इसके अलावा गत सप्ताह नगर निगम मंडी द्धारा सेरी मंच पर लगने वाली संडे मार्केट को बन्द करने के फ़ैसले का विरोध किया गया और उसे पुनः बहाल के लिए रेहड़ी फहड़ी यूनियन प्रदर्शन करेगी और अगले कल भी पहले ही तरह मंच पर मार्केट लगाई जाएगी।सीटू नई सरकार के समक्ष ऑउटसोर्स मज़दूरों के लिए नीति बनाने के लिए मांग भी उठाएगी औऱ चुनावी घोषणापत्र के अनुसार पुरानी पेंशन बहाल करने की भी मांग की उठाई है। 6 जनवरी को आंगनवाड़ी, मिड डे मील और आशा वरकरों की यूनियनें अपने अपने क्षेत्र के सांसद/एमपी कार्यालय तक मार्च करेंगे और उन्हें माँग पत्र सौंपेंगे।इसके अलावा 5 अप्रैल को मज़दूरों और किसानों के संगठन सँयुक्त रूप में संसद पर दिल्ली में सयुंक्त रूप में मार्च व प्रदर्शन करेंगे जिसके लिए सभी मज़दूरों की यूनियनों की मीटिंगे दिसंबर माह में आयोजित करने की योजना बनाई गई।बैठक में भूपेंद्र सिंह, राजेश शर्मा, रमेश गुलेरिया, गुरुदास वर्मा, गोपेन्द्र शर्मा, ललित कुमार, बिमला शर्मा, सुदर्शना, अंजुला, नागो देवी, सुरेंद्र कुमार, दिनेश काकू, इंद्र सिंह, सतीश कुमार, करतार सिंह,प्रवीण कुमारऔर लक्ष्मीदत्त इत्यादि ने भाग लिया।



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