कुम्मी पंचायत में भी हवाई अड्डे का विरोध
BHK NEWS HIMACHAL
यादविंदर कुमार नेरचौक: कुम्मी गाँव में जयादातर हरिजन बस्ती (कोली, लुहार, कीर, तेली एवं जुलाह समाज) के लोग अपने खेतो से जीवन का गुजर-बसर कर रहे अगर हमारी जमीन बल्ह एअरपोर्ट में चली जाएगी तो यहाँ के किसान बर्वाद हो जायेंगे I
आज दिनाक 28 मार्च को बल्ह एअरपोर्ट के बारे में उपमंडल अधिकारी बल्ह की अध्यक्षता में कुम्मी मुहाल के किसानो की तीसरी बैठक आयोजित की गई जिसमे वेप्कोस कंपनी, एवं एस आर इंडिया के एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे, ग्राम कुम्मी मुहाल के किसानों की तरफ से प्रेम चौधरी ने कहा कि हमारी जमीन बहुत ही उपजाऊ हे और इस एअरपोर्ट को दूसरी जगह बनाया जाये कयोंकि यंहा पर ज्यादातर हरिजन बस्ती (कोली, लुहार, कीर, तेली एवं जुलाह समाज) के लोग अपना जीवन का गुजर बसर कर रहे अपना रोजगार एवं परिवार को चला रहे हे अगर हमारी जमीन चली जाएगी तो यहाँ के किसान बर्वाद हो जायेंगे और दलित समुदाय से सम्बन्ध रखने के कारण कही दूसरी जगह जमीन भी नहीं मिलेगी और रिपोर्ट में कोई हबाला नहीं हे की हमें कंहा बसाया जायेगा कितनी जमीन मिलेगी और रोजगार का क्या होगा अगर नहर बनने से एअरपोर्ट के चारों और जल भराव होगा और हमारे दुसरे खेत भी खत्म हो जायेंगे और आस पास की जमीन बर्वाद हो जाएगी इसलिए कंही दूसरी जगह बनाया जाये , पंचायत कुम्मी, टान्बा से रीना कुमारी ने साफ सब्दों में कहा कि हम चाहते कि एअरपोर्ट न बने और को दूसरी जगह बनाया जाये I
किसान राम सिंह कुम्मी मुहाल ने कहा कि पिछले 5 साल से जयराम सरकार इसे नहीं बना पाई और न ही अगले 5 साल में भी नहीं बन पायेगा और कुछ भी नहीं होने बाला इसलिए हम सब को एकजूट हो जाना चाहिए और हमें कम से कम 6 करोड़ बीघा के हिसाब से मुआबजा मिलना चाहिए I हरीराम (टान्बा) कुम्मी मुहाल ने कहा हम अपनी जमीन में नकदी फसले उगा कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे अत: हमें न उजड़ा जाये और बल्ह को मिनी पंजाब कहा जाता हे इसको हर हालत में बचाया जाये I
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