डॉक्टरों का एनपीए बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण फैसला, - कहा, ये वही ब्यूरोक्रेट्स जो नहीं चाहते खुद से आगे कोई निकले, -स्वास्थ्य मंत्री का बयान हास्यास्पद, खुद कैबिनेट मीटिंग में लिया फैसला और मीडिया के सामने मुकरे
लोकेशन:मंडी अजय सूर्या
डॉक्टरों का एनपीए बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण फैसला,
- कहा, ये वही ब्यूरोक्रेट्स जो नहीं चाहते खुद से आगे कोई निकले,
-स्वास्थ्य मंत्री का बयान हास्यास्पद, खुद कैबिनेट मीटिंग में लिया फैसला और मीडिया के सामने मुकरे,
BHK NEWS HIMACHAL
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी में आज प्रेस कांफ्रेंस की जिस दौरान उन्होंने कहा कि डाक्टरों का एनपीए बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण उन्होंने कहा कि विभाग के मंत्री मालूम नहीं कि उनके विभाग का कौन सा फैसला आज कैबिनेट में लिया जाना है और क्या निर्णय हुआ। 17 मई की कैबिनेट में आइटम नंबर 33 में ये एनपीए का फैसला लिया गया था जिसमें मंत्री बैठे थे। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले के बाद पूरे प्रदेश में डाक्टरों ने हड़ताल का फैसला लिया था और हमसे भी इनके प्रतिनिधि लगातार संपर्क कर रहे हैं लेकिन हमने उन्हें ऐसा न करने को कहा है क्योंकि सारे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं अचानक हड़ताल से एकदम चरमर्रा जाएगी।
बाइट- जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष
ये वही ब्यूरोक्रेट्स हैं जो नहीं चाहते कि अपने से ज्यादा सैलरी डाक्टरों की हो। मेरे समय में भी ऐसी प्रपोजल लेकर कैबिनेट में ये आए थे लेकिन हमने इतना तय किया था कि मुख्य सचिव से ज्यादा किसी डॉक्टर की सैलरी न जाए। नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि डॉक्टरों का एनपीए बंद करके सरकार ओपीएस देने का प्रबंध कर रही है। उन्होंने कहा सरकार ओपीएस दे लेकिन किसी का गला काटकर नहीं। स्वास्थ्य इंडिकेटर्स के मामले में हिमाचल देश में नंबर वन है। सरकार के इस फैसले के बाद अब प्राइवेट प्रैक्टिस को बढ़ावा मिलेगा जिसका अतिरिक्त बोझ लोगों की जेब पर ही पड़ेगा।
जयराम ने कहा कि एमबीबीएस दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा में एक होती है। ऐसे में उनको एनपीएस न देना सही नहीं। भारतीय जनता पार्टी सरकार के इस फैसले का विरोध करती है और सरकार को चेताती है कि अगर ये फैसला वापस न लिया तो भाजपा ही प्रदर्शन करेगी क्योंकि हम नहीं चाहते लोगों की सेवा में तैनात डॉक्टरों को हड़ताल पर जाने की नौबत आए।
बाइट- जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष
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