*हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एनएसयूआई का नुक्कड़ नाटक*
*एनएसयूआई ने बीजेपी-आरएसएस के खिलाफ देशभर में फिर से शुरू किया क्विट इंडिया मूवमेंट*
*एचपीयू में भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर एनएसयूआई का आयोजन*
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के छात्रों द्वारा आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ देशवासियों के संघर्षों को याद करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के परिसर में 'भारत छोड़ो आंदोलन दिवस' का आयोजन किया गया। इस आयोजन में छात्रों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानो व उनकी वीर गाथा के संदेश को प्रचारित करने के लिए एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने कहा कि आजादी की लड़ाई में एक ओर जहां सच्चे देशभक्त अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में लाठी गोली खा रहे थे तो वहीं आरएसएस के राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा ब्रिटीशरों का समर्थन किया गया था। छत्तर ठाकुर ने आगे कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज वही अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाली विचारधारा के लोग भारत की केंद्र सरकार पर काबिज़ है, यह हमारे लिए बहुत शर्मनाक है। ये राष्ट्रविरोधी और धर्मनिरपेक्ष विरोधी शक्तियाँ देश में धर्म और जाति के नाम पर दंगों को बढ़ावा दे रही हैं। एनएसयूआई के परिसर अध्यक्ष योगेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में आज किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं और प्रधानमंत्री मोदी की छाती छप्पन इंच चौड़ी होने के बावजूद भी देश मे पुलवामा जैसे आतंकी हमले और मणिपुर जैसी शर्मनाक घटना से देश आग की तरह जल रहा है। देश का दुर्भाग्य है कि मोदी सरकार देश मे धर्म और जाति के नाम पर लगातार हो रहे दंगों, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी जैसी विषम समस्याओं को आसानी से नजरअंदाज कर अपने चहेतों आदानी जैसे पूंजीपति साथियों को फायदा पहुंचाने में व्यस्त हैं। शिक्षा में भी नई शिक्षा नीति लागू कर एक बार फिर बीजेपी ने अपनी शिक्षा के व्यापारीकरण व निजीकरण की विचारधारा को प्रोत्साहित किया है। छात्र संगठन एनएसयूआई ने हुंकार भरी हालात और समय की मांग को देखते हुए एनएसयूआई ने देशभर के छात्रों और युवाओं को लामबद्ध करते हुए बीजेपी और आरएसएस की राष्ट्रविरोधी व देश को बांटने वाली विचारधारा को देश से उखाड़ फेंकने के लिए एक बार पुनः 'भारत छोड़ो आंदोलन' शुरू किया है।
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