बिलासपुर के वैटरन सैनिकों की बुलाई बैठक वन रैंक वन पेंशन और लीग के बारे चर्चा चंगर सैक्टर सर्किट हाउस में होगी बैठक- समिति अध्यक्ष वैटरन बालक राम शर्मा
1-*जिला बिलासपुर के सभी वैटरन संगठन को बुलाई बैठक*
2-*जिले के सभी वैटरन सैनिकों को एक मंच संयुक्त मोर्चे पर लाने की कोशिश*
3-*संयुक्त मोर्चा व लीग चुनाव बारे विस्तार से चर्चा और लीग की नई इकाईयां बनाना इसमें शामिल है*
4-*जिले के सभी वैटरन एक छतरी के निचे करने की पहल*
5-*राजनीति से हटकर सैनिक एकता की मशाल पेश करें*
बिलासपुर- शशीपाल कौंडल
बिलासपुर- आज दिनांक 12 अक्टूबर 2023 हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति अध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बिलासपुर जिले के जितने भी वैटरन सैनिक संगठन हैं जैसे युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन, सैनिक कल्याण एंव विकास समिति, परिवंहन रोजगार समिति, सैनिक कल्याण समिति शहीद नंतराम वैलफेयर समिति व और कोई संगठन बना हो सभी संगठनों बिनम्र अपील है के बिलासपुर के सभी वैटरन सैनिक 17-10-2023 को चंगर सैक्टर सर्किट हाउस में सुबह 11वजे मंगलवार को मीटिंग आयोजित की जायेगी
मंगलवार सुबह 11 वजे संयुक्त मोर्चा ऑफ एक्स सर्विसमैन जेसीओ ओ आर ने सर्किट हाउस बिलासपुर में ओ आर ओ पी 2 की बसंतियों के लिए व लीग के चुनाव 30-9-2023 को तीन महीने के स्थगित कर दिए थे अब दिसंबर में चुनाव रखे गये हैंं लीग की इकाइयों को नये तरिके से बनाने बारे चर्चा की जायेगी।
ससमिति अध्यक्ष वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा संयुक्त मोर्चा ऑफ एक्स सर्विसमैन जेसीओ ओ-आर बिलासपुर के वैटरन सैनिकों एक छतरी के निचे एकजुट होकर अपनी मांगें व अपनी आवाज बुलंद करने के लिए विस्तार पूर्वक बातचीत की जायेगी
समिति अध्यक्ष ने बताया कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों के वैटरन सैनिकों ने बैठक बुलाई गई थी और काफ़ी वैटरन सैनिकों ने बढ़चढ़कर भाग लिया था और सभी वैटरन संयुक्त मंच के आधिकारिगण ने अपनी अपनी बात रखते हुए बहुत दु:ख जताया कि जो पूर्व सैनिक कुछ समय पहले देश की सरहदों की रक्षा करता था आज बुढ़ापे के इस पड़ाव पर केंद्र सरकार के इस अड़ियल रवैया के कारण सड़कों पर आने को मजबूर होना पड़ रहा है। सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए हैं जबकि प्रदेश के चारों सांसदों के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षा मंत्री को ज्ञापन पहले ही दिए जा चुके हैं परन्तु केन्द्र सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई और न कोई जुबाब दिया यह बड़े आफ़सोस व दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के रक्षक आज अपनी वन रैंक वन पेंशन की जायज मांगों के लिए सड़क पर लाकर खड़े कर दिए गए यह समझ से परे है कि केन्द्र सरकार क्यों अनदेखी कर रही है यह एक नायाब बात है कि आवाज के सुनने के बजाय दबाने की कोशिश हो रही है।
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