मंगलवार, 12 मार्च 2024

प्रयास फॉउंडेशन भुन्तर आर्थिक तंगी झेल रहे तीन बच्चों की व्यावसायिक पढाई की उड़ान को देगी पंख।

 प्रयास फॉउंडेशन भुन्तर आर्थिक तंगी झेल रहे तीन बच्चों की व्यावसायिक पढाई की उड़ान को देगी पंख।


ऊना ,मंडी और बिलासपुर के इन बच्चों हर माह देगी  2-2 हजार की छात्रवृति


खुंडिया कांगड़ा के चलने फिरने मैं असमर्थ विधि चंद  को 1000 और कुनिहार की एकल वृद्ध नारी राधा को भी भेजेगी 500 रुपये हर महीने





          कई बार मेधाबी विद्यार्थी अपने अभिभाबकों  की कमज़ोर आर्थिक स्थिति के कारण अपनी व्यावसायिक पढ़ाई पूरी करने में बहुत मुश्किल का सामना कर रहे होते है और कई बार तो पैसे की कमी से पढाई बीच में छोड़ने के सिवाय कोई विकल्प नही बचता है।

              ऊना जिला की महकप्रीत कौर जिसके पिता की मृत्यु हो चुकी है और मां शुगर के कारण दिखाई न देने के कारण काम नही कर पाती है।छोटा भाई स्कूली पढ़ाई कर रहा है और स्वंय निजी कालेज से  जी एन एम  के डिप्लोमा की दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही है। प्रथम वर्ष की फीस के अभी 28000 देने को बाकी है।दूसरे वर्ष की पूरी फीस,किताबे के लिए कोई जुगाड़ न होने से पढाई छोड़ने का मन बना रही है।

       दूसरा मामला जिला मंडी के पनारसा क्षेत्र के गांव की कुमकुम का है जो कूल्लु में निजी कालेज से बी  फार्मेसी के प्रथम सेमेस्टर की पढ़ाई कर रही है। माँ निजी अस्पताल में सफाई का कार्य करती है और पिता ग्रामीण सड़क के किनारे पंक्चर लगाने का कार्य करते है। बेटी की पढाई में काफी  मुश्किल आ रही है।

          तीसरा मामला घुमारवीं क्षेत्र  के मेधावी विद्यार्थी का है जिसके पिता मेकेनिक की नौकरी निजी वर्कशाप में करते है।यह छात्र हमीरपुर के सरकारी क्षेत्र के मेडिकल कालेज से एम बी बी एस के प्रथम सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा है और आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है।

           इन तीनो विद्यार्थियों की पढाई में आ रही पैसों की कमी को देखते हुए प्रयास फॉउंडेशन भुन्तर ने इन तीनो विद्यर्थियों को  दो दो हजार मासिक की छात्रवृति मार्च माह से शुरू कर दी है।

         वहीं जिला कांगड़ा खुंडिया क्षेत्र का विधि चंद चलने फिरने में असमर्थ है और बिस्तर पर है।अपंगता पेंशन शायद अपंगता प्रमाण पत्र बनने पर ही लगेगी।  वहीं कूल्लु के लंका बेकर में रह रही एकल  बृद्ध  नारी  राधा अब कुनिहार में अपने किसी परिचित के पास दिन गुजार रही है।इसे बुढापा पेंशन भी अभी तक नही लगी है। आय का कोई साधन नहीं है।

         प्रयास ने विधि चंद की पत्नी सुषमा को 1000 तथा राधा देवी को 500 रुपये मासिक की सहायता मार्च माह से शुरू की है जो उनको अपंगता/बुढापा पेंशन मिलने तक जारी रहेगी। बताते चले संस्था राधा देवी को उसके कूल्लु प्रवास के समय काफी वर्षो तक संस्था दुआरा मासिक राशन भी दिया गया है।

            संस्था के सह संचालक जीवन प्रकाश ने बताया संस्था पिछले पंद्रह वर्षों से अन्य सामाजिक कार्यो के साथ बच्चों को पढाई के लिए किताबे ,स्टेशनरी और  मासिक छात्रवृति प्रदान कर कई वच्चों के पढाई के सपनो को पंख लगाने में  अपने सभी सहयोगिओं के सहयोग से प्रयासरत है।




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