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शनिवार, 6 जुलाई 2024

*जायका के अंतर्गत बहाव सिंचाई परियोजना की इडली स्याजीं सब परियोजना का निरीक्षण* *किसानों के हितों को ध्यान में रखकर परियोजना के निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करें-परियोजना निदेशक

 *जायका के अंतर्गत बहाव सिंचाई परियोजना की  इडली स्याजीं सब परियोजना का निरीक्षण*




*किसानों के हितों को ध्यान में रखकर परियोजना के निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करें-परियोजना निदेशक*




*6 जून 2024 गोहर(राकेश);* हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना के दूसरे चरण के अन्तर्गत परियोजना निदेशक डॉ सुनील चौहान के द्वारा खंड परियोजना प्रबंधक इकाई गोहर में चल रही सब परियोजनाओं बहाव सिंचाई परियोजना का निरीक्षण किया गया। 



उन्होंने सर्वप्रथम बताया कि जिला परियोजना प्रबंधन इकाई मंडी में चार खण्ड प्रबंधन इकाइयों अर्थात मंडी, गोहर, सरकाघाट और कुल्लू के तहत 86 साइटों पर काम किया जा रहा है, जिसमे से खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई गोहर के अंतर्गत 18 उप परियोजनाएं हैं और इसके अंतर्गत 391.99 हेक्टेयर क्षेत्रफल आता है | उन्होंने सब परियोजना इदली स्यांजी में बनी कुल्ह के कार्य की गुणबता को जांचा तथा कूल्ह के हेड वियर से लेकर अंतिम तक निरीक्षण किया व निरीक्षण के दौरान डाॅ चौहान ने खंड परियोजना प्रबंधक इकाई गोहर व ठेकेदार को निर्माण कार्य को गुणवत्ता पूर्वक अतिशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए और शेष बचे कार्य को जल्द पूरा करे तथा कुछ बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने को कहा ताकि किसानों को समय पर सिंचाई की सुबिधा मिल सके, इस मौके पर उपस्थित कृषि विकास संघ के प्रधान दया राम व उनके सभी सदस्यों से विस्तार से चर्चा की गई जिसमे उन्होंने किसानों से आह्वान किया फसल विविधीकरण को अपनाए तथा उन फसल को बेचने के लिए अन्य बाजार ढूढने की सलाह दी गई जिससे किसानों को फसल का सही मूल्य मिल सके। किसानों को जायका वेजिटेबल गार्डन, उत्पादन प्रबंधन और मूल्य प्राप्ति योजना तथा नकदी फसलों को उगाकर अपनी आर्थिकी को कैसे मजबूत किया जाए के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई । इस  सब परियोजना के अंतर्गत 7.21 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा, जिस पर कुल लागत 17.66 लाख रूपये खर्च किये जा रहे है । उप परियोजना सम्बंधित निर्माण कार्यों, परियोजना के उदेश्यों अथवा इस क्षेत्र में उगाई जा रही नगदी फसलों की डिजिटल मार्केटिंग की संभावनाओं और एफपीओ का गठन, भण्डारण, सामूहिक खेती इत्यादी के बारे में किसानों के साथ विस्तृत चर्चा की | साथ ही उन्हें निर्माण कार्यों की जांच में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया | इनके साथ आये विषय वाद विशेषज्ञ डाॅ जगदीश व कंस्ट्रक्शन इंजीनियर विवेक सकलानी ने सब परियोजना का आंकलन किया ।



  डा. चौहान जी ने खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई गोहर के अधिकारियों से पुनर्रीक्षण वार्ता की गई तथा उन्हें परियोजना के उदेश्यों को पूर्ण करने तथा किसानों के विकास के लिए अत्यंत समर्पण से कार्य करने की सलाह दी | सब परियोजना में कृषक विकास संघ के प्रधान दया राम व उनकी कार्यकरणी तथा अन्य 40-50 किसानों ने भाग लिया। उन्होंने परियोजना से जुडे हुए महत्वपूर्ण कंपोनेंट खेती के मशीनीकरण पर चर्चा करते हुए कहा कि इस बार इस कंपोनेंट पर एक पुराने ढर्रे से हटकर काम करने की योजना है। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को किसानों की जरूरतों को ध्यान में रख कर इसके हिसाब से एक वृहद योजना तैयार करने के लिए कहा तथा किसानों में भी उन्हीं को महत्व दिया जाएगा जो इस मामले में पूरी जबावदेही व सक्रियता के साथ आगे बढेंगे। 



इस मौके डाक्टर सोनल गुप्ता  (जिला परियोजना प्रबंधक), डा. धर्म चंद चौहान (खण्ड परियोजना प्रबन्धक) गोहर , कंस्ट्रक्शन इंजीनियर सोनू शर्मा , कृषि विकास आधिकारी सुरेश सोनी तथा अन्य आधिकारी कर्मचारी खण्ड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के प्रभारी ,अधिकारी  मौजूद रहे।







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