बोलने से पहले अपनी भाषा और शालीनता पर गौर करे मंडी की सांसद: ब्रह्म दास चौहान प्रदेश सरकार और सोनिया गांधी को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर भड़के प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष कहा सोनिया गांधी पर घटिया बयानबाजी करने से पहले उनके संघर्षों के बारे में जान लेती मंडी की सांसद
बोलने से पहले अपनी भाषा और शालीनता पर गौर करे मंडी की सांसद: ब्रह्म दास चौहान
प्रदेश सरकार और सोनिया गांधी को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर भड़के प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष
कहा सोनिया गांधी पर घटिया बयानबाजी करने से पहले उनके संघर्षों के बारे में जान लेती मंडी की सांसद
सुंदर नगर।
मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद कंगना रनोत मानसिक रूप से कमजोर हो चुकी है। ये बात काँग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान ने कही। उन्होंने कहा कि सांसद होने के बाबजूद अपने शब्दों की मर्यादा नही समझ पा रही है।उन्होंने कहा कि आपदा के समय मे प्रदेश की केंद्र से मदद करने के बजाए उसे कैसे रुकवाया जाए। इसी पर सांसद का फोकस रहा है। वर्ना प्रदेश को हर सम्भव मिलती । उन्होंने कहा कि सुखु सरकार ने अपने वितिय प्रबंधन की कुशलता से आज प्रदेश को अपने स्तर पर आपदा होने के बाबजूद मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कंगना रनोत ने सोनिया गांधी और प्रदेश सरकार को लेकर घटिया बयानबाजी की है। जिसमे सांसद ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार प्रदेश से पैसा इकट्ठा करके सोनिया गांधी को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कंगना को राजनीति में आए हुए अभी चार दिन हुए । इसलिए आप वही बात करें जिसके लिए लोगों ने आपको चुना है। उन्होंने कहा कि कंगना रनोत को सोनिया गांधी पर घटिया बयान देने से पहले उनके संघर्षों के बारे जानकारी ले लेनी चाहिए थी। उनके पर वह आरोप इसलिए लगा रही है। शायद मंडी की सांसद अपनी फिल्म इमरजेंसी के प्रदर्शन होने वाली देरी से आहत है । तभी इस तरह की बयानबाजी कर रही है। उन्होंने कहा कि इस असंसदीय भाषा पर भाजपा को भी एतराज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर वह बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक मंदी, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रदेश में आपदा से हुए नुकसान पर चर्चा करती तो शायद आज मंडी की जनता अपने को ठगा हुआ महसूस नही करती। क्योंकि मंडी ने सांसद चुन कर उन्हें मंडी के मुद्दे संसद में उठाने के लिए भेजा है।न कि विवादस्पद और हास्यप्रद बयान देने के लिए चुना है। बकौल सांसद आपदा में भरपाई करने के लिए अपनी तरफ से कुछ ना देना। उसी तरह केंद्र सरकार का रवैया भी हर बात के लिए सहायता को रोकना ही है। उन्होंने कहा कि आप एक चुनी हुई सांसद है । अपनी भाषा मे सयम और मर्यादा के साथ शालीनता भी रखे।
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