*BPL से संबंधित विभाग का निर्णय उचित है लेकिन फिलहाल सराहनीय नहीं : तुलेश कुमार ठाकुर*
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा हाल ही में अपात्र बीपीएल परिवारों को बाहर करने की पहल अगले माह नवंबर में होने वाली विशेष ग्रामसभाओं से की जा रही है।जिसके अंतर्गत पिछले 15-20वर्षो में बीपीएल में बने परिवारों को बाहर किया जाएगा।इसके साथ साथ बीपीएल परिवारों की समीक्षा एवं छंटनी भी की जानी है।वहीं इस संदर्भ में भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष करने वाले सराज क्षेत्र के समाज सेवक एवं आरटीआई कार्यकर्ता तुलेश कुमार ठाकुर का कहना है कि जब तक यह निर्णय विभाग या व्यवस्था स्वयं पूरी तरह से धरातल पर नहीं लाती तब तक इस फैसले को मात्र उचित माना जा सकता है लेकिन सराहनीय नहीं।
उनका कहना है कि पूरे प्रदेश भर में पंचायत प्रधान खुद बीपीएल मे बने बैठे हैं, इनके साथ साथ प्रदेश की अधिकतर पंचायतों में अमीर व शक्तिशाली तबका बीपीएल में बना बैठा है।उन पर विभाग व प्रशासन अपनी तरफ से कदम उठाकर कार्यवाही नहीं करता।
उनके द्वारा उपायुक्त मंडी व विभाग में इस हेतु लगभग 6 महीने पहले पत्र दिए गए हैं लेकिन अभी तक मात्र जो पंचायत प्रधान और उप प्रधान बीपीएल में बने बैठे है उन पर कार्यवाही नहीं हो पाई है।जो काफी निंदनीय विषय है।
उनका कहना है कि मात्र लोगों या ग्रामसभा के सिर पर इस ठीकरे को रखने से बेहतर है कि सरकार या व्यवस्था स्वयं पहली पंक्ति में आकर अपात्र लोगों को बाहर करें।
इन सबके पश्चात जब गरीब और जरूरतमंद लोगों को जब बीपीएल का फायदा पहुंचेगा तभी ही विभाग और प्रशासन का यह कदम सराहनीय माना जा सकता है।
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