पीएचडी स्कैम को लेकर एनएसयूआई हुई उग्र, एचपीयू कैंपस में की नारेबाजी* *फ़र्ज़ी दाखिलों को तत्काल निरस्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन*
पीएचडी स्कैम को लेकर एनएसयूआई हुई उग्र, एचपीयू कैंपस में की नारेबाजी*
*फ़र्ज़ी दाखिलों को तत्काल निरस्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन*
BHK NEWS Yadvinder 29-10-2021*
*पीएचडी स्कैम को लेकर एनएसयूआई हुई उग्र, एचपीयू कैंपस में की नारेबाजी*
*फ़र्ज़ी दाखिलों को तत्काल निरस्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन*
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी में अवैध प्रवेश को लेकर राज्यपाल के काफिले के सामने नारेबाजी कर के विरोध जताया । पिछले कुछ दिनों पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ० सिकंदर कुमार और उनके प्रशासन के द्वारा हिमाचल विश्वविद्यालय में पीएचडी में अयोग्य लोगों को विश्वविद्यालय के नियमों को ताक पे रखकर प्रवेश दिया गया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के द्वारा 21 अगस्त को कार्यकारी परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया कि , हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के प्रोफेसरों के परिवार के सदस्यों को पीएचडी में सीधे दाखिले देने का प्रस्ताव पास किया गया। ओर इसी प्रस्ताव के तहत हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय में नेट, जेआरएफ पास न करने पर भी कुलपति ,UIT के निदेशक , डीन प्लानिंग एंड डेवलोपमेन्ट के बच्चों को सीधे पीएचडी में प्रवेश दे दिया गया हैं।। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन पुरज़ोर तरीके से खंडन करता हैं। ये हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के छात्रों के साथ धोखाधड़ी हैं औऱ प्रदेश विश्वविद्यालय की गुणवत्ता पे बहुत बड़ा हमला है। इसी संदर्भ में एनएसयूआई ने हिमाचल प्रदेश के माननीय राज्पाल को ज्ञापन दिया गया । राज्यपाल महोदय ने एनएसयूआई के साथियों को आश्वासन दिया कि छात्र साथी राजभवन आये और वहां पे इस विषय पे चर्चा की जाएगी और इसका समाधान किया जाएगा।
एनएसयूआई प्रतिनिधि मंडल बहुत राज्पाल जी से राजभवन में मुलाकात करेगा और एनएसयूआई राज्यपाल महोदय मांग करती है की इस छात्र विरोधी निर्णय को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई इकाई के राज्य उपाध्यक्ष वीनू मेहता, राज्य महासचिव यासीन भट्ट, एचपीयू परिसर अध्यक्ष प्रवीण मिन्हास , रजत भारद्वाज , परवीन कंवर ,अभय ,रमेश कुमार सहित एनएसयूआई के अन्य कई छात्र कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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