सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

डॉ. राकेश पंडित बने आरोग्य भारती के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष

 डॉ. राकेश पंडित बने आरोग्य भारती के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष



BHK NEWS

*सत्यदेव शर्मा सहोड़*


ऊना।

गत दिवस संपन्न आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन में डॉ. राकेश पंडित को  नया राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में छत्तीसगढ़ की महामहिम राज्यपाल अनुसूया ऊईके मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय  बौद्धिक प्रमुख स्वांत रंजन मुख्य वक्ता एवं भारत सरकार में आयुष मंत्रालय में सचिव डॉ.राजेश कोटेचा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रमुखता से उपस्थित रहे। इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश के सभी प्रांतों से आए 150 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राकेश पंडित के अतिरिक्त डॉ बी. एन. सिंह को कार्याध्यक्ष,  लखनऊ से प्रो. मदनलाल भट्ट एवं नासिक से डॉ अनुराधा नरवाणे को उपाध्यक्ष, मैसूरु से टीएन मंजूनाथ एवं रायपुर से डॉ प्रशांत गुप्ता को सचिव चुना गया। आरोग्य भारती देशव्यापी सेवा संगठन स्वस्थ जीवनशैली, औषधीय वनस्पतियों के प्रचार-प्रसार तथा पर्यावरण संरक्षण-संवर्धन के लिए जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के गांव रायपुर सहोड़ां के रहने वाले डॉ. राकेश पंडित आरोग्य एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विशेष योगदान दे रहे हैं। बाल्यकाल से संघ की गतिविधियों में शामिल रहे डॉ राकेश पंडित आयुर्वेद विभाग हिमाचल प्रदेश विभिन्न पदों पर रहने के बाद उपनिदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए। भारत सरकार आयुष मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम्स ऑफ मैडीसिन के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के पद पर रह चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद भी समाज सेवा में निरन्तर सक्रियता से काम कर रहे हैं। डॉ. राकेश पंडित ने आज हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल महामहिम राजेंद्र अर्लेकर से भेंट कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में चल रही गतिविधियों के बारे में चर्चा की।



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.