हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अपनाई गई ईआरपी प्रणाली पर कड़ा हमला बोला है
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अपनाई गई ईआरपी प्रणाली पर कड़ा हमला बोला है | आकाश ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जब इस प्रणाली को अपनाया था उस समय पूरे प्रदेश भर में इसके लिए वाहवाही लूटी थी | उस समय विश्वविद्यालय प्रशासन ने दावे किए थे कि अब छात्रों को घर बैठे सुविधा मिलेगी | छात्र अपने माइग्रेशन, रजिस्ट्रेशन, फीस, परीक्षा फॉर्म, परीक्षा परिणाम सम्बंधित काम ऑनलाइन माध्यम से आसानी से करवा सकते हैं | उस समय विद्यार्थी परिषद ने इस प्रक्रिया को अपनाने के विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत किया था | लेकिन धीरे धीरे जैसे वक़्त बीतता गया, विश्वविद्यालय प्रशासन के इन खोखले दावों की पोल खुलती गई | विश्वविद्यालय की ई.आर.पी. प्रणाली में गड़बड़ियों का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। आकाश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद लंबे समय से प्रशासन को ई.आर.पी. की खामियों को लेकर सचेत करने का काम कर रही है। विद्यार्थी परिषद के बार-बार ई.आर.पी. की खामियों को दूर करने की मांग उठाने के बावजूद खामियों का स्तर बढ़ा है।
आकाश ने कहा कि पिछले वर्ष ईआरपी सिस्टम की पोल तब खुली थी जब छात्रों ने अपने ग्रेड कार्ड बिना परीक्षा परिणाम घोषित हुए ही टॉरेंट नामक एप्लीकेशन से डाउनलोड कर लिए थे जो कि छात्रों के परीक्षा परिणामों की गोपनीयता से खिलवाड़ था | विद्यार्थी परिषद ने उस समय भी प्रशासन को सचेत किया था कि आपके इस सिस्टम में अनेकों खराबीयां हैं इन्हे जल्द सुधारा जाए | लेकिन तब से लेकर आज तक प्रशासन ने ईआरपी सिस्टम को सुधारने के लिए कोई ठोस निर्णय नहीं लिया |
आकाश ने कहा कि इस वर्ष छात्रों को अपने परीक्षा फॉर्म भरने से लेकर रजिस्ट्रेशन तक के लिए काफ़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है | बहुत से छात्र अन्य विश्वविद्यालयों से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई खत्म कर के आगे की पढ़ाई के लिए एचपीयू आए है | वो छात्र जब अपनी रजिस्ट्रेशन इस विश्वविद्यालय में करवाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल को ओपन कर रहे हैं तो वहां पर उनका रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं हो रहा है | जब तक उन छात्रों की रजिस्ट्रेशन नहीं होगी तब तक वो छात्र अपना परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाएंगे | विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि भले ही 19 फरवरी तक बढ़ा दी है लेकिन वो इस समस्या का स्थाई हल नहीं है | आकाश ने कहा कि छात्र ज़ब अपने सम्बंधित विभाग से इस समस्या के हल के लिए बात करता है तो वो उन्हें रजिस्ट्रेशन ब्रांच भेज देते हैं | विश्वविद्यालय प्रशासन अपने सिस्टम में सुधार करने के बजाय इसे एक दूसरे पर थोपने का कार्य कर रहा है | आकाश ने कहा कि कहाँ तो विश्वविद्यालय प्रशासन ईआरपी प्रणाली अपनाने के बाद छात्रों को सहूलियत प्रदान करने के बड़े बड़े दावे कर रहा था और कहाँ आज यही ईआरपी प्रणाली छात्रों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम कर रही है |आकाश ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जैसे तैसे ए ग्रेड प्राप्त कर लिया हो लेकिन अभी भी मामूली समस्याओं का निपटारा नहीं हो पा रहा है, जोकि विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है |
आकाश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस ईआरपी प्रणाली को सुदृढ़ करे और जो भी खामियां इस ऑनलाइन प्रणाली में हैं उन्हें दूर किया जाए ताकि छात्रों को समस्याओं का सामना न करना पड़े। ऑनलाइन सिस्टम का लक्ष्य छात्रों को सहूलियत प्रदान करना है लेकिन इसकी खामियों के कारण छात्र अनेक समस्याओं का सामना कर रहे हैं
आकाश ने कहा कि विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द उनकी इन मांगों को पूरा करेगा |
साथ ही साथ उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए भी कहा कि अगर जल्द से जल्द इस मांग को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ेगा जिसके लिए प्रशासन स्वंय जिम्मेदार होगा
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