रिजर्व पाइप से ही दे डाला निजी कनेक्शन। जल शक्ति विभाग हमीरपुर का कारनामा आया सामने। मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में भी झूठी दे डाली जानकारी
रिजर्व पाइप से ही दे डाला निजी कनेक्शन।
जल शक्ति विभाग हमीरपुर का कारनामा आया सामने।
मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में भी झूठी दे डाली जानकारी।
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों के खिलाफ मांगी कार्रवाई।
ग्रामीणों का विभाग को अल्टीमेटम समस्या का समाधान नहीं हुआ तो खुद ही उखाड़ देंगे पाइपे।
बोले ग्रामीणों को सरकारी कनेक्शन लगाने के नाम पर किया गया गुमराह।
हमीरपुर।
जल शक्ति विभाग के द्वारा ग्राम पंचायत रोपा के गांव कराडा में अनधिकृत तरीके से अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए रिजर्व पाइप से ही पानी के कनेक्शन दे डाला है । इस संदर्भ में ग्रामीणों ने कई बार मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1100 पर भी शिकायत की है । लेकिन जल शक्ति विभाग के अधिकारी गोलमोल जवाब देकर मुख्यमंत्री और संबंधित विभाग के मंत्री को गुमराह कर रहे हैं। इस संदर्भ में ग्रामीणों में राकेश कुमार मीना कुमारी जगजीत सिंह बंदना देवी अश्विनी कुमार रेनू देवी मीरा देवी संध्या देवी करण सिंह उषा कुमारी सुलोचना देवी राम रतन राज कुमार संतोष कुमारी कुलदीप कुमार समेत अन्य तमाम ग्रामीणों का कहना है कि जल शक्ति विभाग के द्वारा ग्रामीणों को जो पाइप लाइन सुचारू रूप से पेयजल की आपूर्ति के लिए बिछाई गई है। वही रिजर्व पाइप से ही आगे अनधिकृत तरीके से पानी का कनेक्शन दे डाला है। जिससे लोगों को पेयजल की समस्या से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस संदर्भ में एक बार नहीं कई मर्तबा मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। लेकिन विभागीय अधिकारी गोलमोल तरीके से शिकायत का जवाब देकर सरकार और विभाग के मंत्री को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी सरकार को गुमराह किए जाने की सूरत में और आम जनता को सुविधा देने की बजाय गुमराह करने की सूरत में विभागीय कार्रवाई अमल में लाने की मांग की है। ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में चेताया है कि अगर शीघ्र ही उक्त गांव के लिए जो निजी कनेक्शन रिजर्व पाइप से दिया गया है । उसे सही तरीके से नहीं ठीक किया गया तो मजबूर होकर ग्रामीणों को विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए विवश होना पड़ेगा। इसके लिए प्रशासन विभाग और सरकार जिम्मेदार होगी। उन्हें कनेक्शन के लिए जो रिजर्व पाइप से दिया गया है। उसके बाद ग्रामीणों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब एक व्यक्ति विशेष के निजी घर को ही निजी कनेक्शन रिजर्व पाइप से दे दिया गया है। जिससे लोगों को समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है । ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा करके गांव वालों को धोखा देकर गुमराह कर किया गया है और यह कहा गया कि यह पाइप से कनेक्शन सरकारी तौर पर दिया जा रहा है। जब कनेक्शन हो गया तो पता चला कि यह निजी कनेक्शन दिया गया है। जिससे किसी भी गांव वालों को कोई भी फायदा नहीं है । उल्टा पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है । ग्रामीणों का कहना है कि सभी को 1 और पौने इंच के कनेक्शन करवाए जाएं ताकि सभी को सुविधा मिल सके। ग्रामीणों ने रिजर्व पाइप से दिए गए निजी कनेक्शन को तत्काल प्रभाव से काटने और इन पाइपों को जिन घरों से होकर गुजारा गया है उन्हें हटा दिया जाए और उनको भी कनेक्शन वहीं से किया जाए। जहां से और ग्रामीणों को दिया गया है । सरकारी पाइप है तो सरकारी रास्ते से ही ले जाया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में जिन अधिकारियों ने शिकायत का गोलमोल जवाब दिया है और सरकार को गुमराह किया है। इस बात की भी जांच की जाए और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए । जो धरातल में हालात देखे बिना ऑफिस में बैठकर ही समस्या का ऑनलाइन जवाब दे रहे हैं। इतना बड़ा सर्कल है और इसमें इतने बड़े अधिकारी बैठे हैं। जो 3 जिलों को देखते हैं। वहां पर ही ऐसा कार्य है ।तो और खंडों में क्या हाल होगा यह चिंता का विषय है। सरकार का अधिकारियों के ऊपर पकड़ ना होने का खामियाजा आम जनता को चुकता करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में विभाग को चेताया है कि अगर जो पाइप सरकारी बिछाई गई उसे विभाग खुद हटाए। नहीं तो ग्रामीण कुछ दिनों के बाद दोबारा विभाग को अल्टीमेटम देगा और खुद उखाड़ देंगे। इसका जिम्मा विभाग का होगा।
कई जगह पर अनियमितताएं की हैं ।ठेकेदार और विभागीय कर्मचारी मिलकर किसी को डबल connection bhi de रहे हैं।
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