महँगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड ,मुख्यमंत्री रैलियों में हैं व्यस्त-माकपा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी धर्मपुर लोकल कमेटी ने केंद्र व राज्य सरकार को बढ़ती महँगाई को नियंत्रित न करने का जिम्मेवार ठहराया है।खाद्य पदार्थों में देखें तो वर्ष 2020 में सरसों का तेल 145 रु लीटर मिलता था वह आजकल 250 रु लीटर हो गया है।वीपी, सुगर, गैस्टिक व अन्य ज़रूरी दवाएं तीस प्रतिशत महंगी हो गई है वहीं स्कूल व कॉलेज की पढ़ाई में प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे पेन, पेंसिल, कापी, किताबें भी 30 से 40 प्रतिशत महंगी हो गई है।सरिये के दाम वर्ष 2020 में 4500 रु किविन्टल थे जो आज 9000 रु हो चुके हैं।सीमेंट के रेट 370 से बढ़कर 480 रु पहुंच गए हैं।पार्टी के सचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हिमाचल सरकार प्रदेश में स्टील और सीमेंट कंपनियों की लूट पर रोक लगाने पर पूरी तरह विफ़ल हो गई है और मुख्यमंत्री व भाजपा अध्यक्ष चुनावी रैलियां करने में व्यस्त हैं और मिशन रिपीट का सपना देख रहे हैं जो महंगाई से त्रस्त जनता पूरा न करके इन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखायेगी। पाने के लिए कड़े शब्दों में निंदा की है।हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से सीमेंट कंपनियां दाम बढ़ा कर हिमाचल में मंहगा और पड़ोसी राज्यों में सस्ता सीमेंट बेच रही हैं जिसका कारण आम जनता को समझ नहीं आ रहा है जबकि हिमाचल प्रदेश में सीमेंट के उद्योग लगे हुए हैं और सीमेंट यहां महंगा है और पड़ोसी राज्यों में सस्ता मिल रहा है।अब स्टील कम्पनियों ने पिछले कुछ दिनों से सरीये का रेट बढ़ा कर लूट मचाई हुई है। जिसके चलते आजकल स्टील (सरिया) काफी अधिक दामों पर बेचा जा रहा है और प्रदेश सरकार स्टील कंपनियों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफ़ल रही है।उन्होंने बताया कि स्टील कम्पनियां रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध का बहाना बनाते हुए स्टील और सरीए का रेट एक माह में 1800 रुपए से लेकर 2000 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ा दिया है और हररोज स्टील के दामों में हररोज़ बेलगाम बढ़ोतरी हो रही है लेक़िन सरकार तमाशबीन बनी हुई है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि मूल्य बृद्धि को रोकने के लिए केंद्र व राज्य सरकार पूरी तरह से फ़ेल है।माकपा ने सरकार से मांग की है कि कम्पनियों पर शिकंजा कसा जाये और स्टील, सरीये,दवाओं ,शिक्षण सामग्री, खाद्य सामग्री, बिजली के सामान इत्यादि के दाम नियंत्रित किये जायें।माकपा इस बेलगाम महँगाई के लिए भाजपा की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है और इस पार्टी को आगामी विधानसभा चुनावों में हराने के लिए जनता से आह्वान किया है।
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